सड़क नेटवर्क के मामले में चीन को पछाड़कर आगे निकला भारत
नई दिल्लीः भारत के खाते में एक और उपलब्धि जुड़ गयी है. इसके चिर-प्रतिद्वंद्वी चीन से तुलना करें तो यह खबर और भी अधिक सुकून देह हो जाती है. पिछले दिनों भारत ने चीन को पीछे छोड़ते हुए दुनिया में सबसे अधिक आबादी वाले देश का तमगा हासिल कर लिया था. केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार 27 जून को यह जानकारी देते हुए बताया कि भारत ने रोड नेटवर्क के मामले में चीन को पीछे छोड़ दिया है और अब केवल संयुक्त राज्य अमेरिका से पीछे है.भारत में तेजी से सड़कों का निर्माण हो रहा है। नंबर 1 देश बनने से वो बस एक कदम दूर है।
हाईवे, एक्सप्रेस वे बन रहे हैं। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) पहले ही घोषणा कर चुके हैं कि साल 2024 तक भारत की सड़कें अमेरिका की सड़कों को टक्कर देगी। जिसमें उन्होंने बताया कि कैसे नौ सालों में भारत ने कई ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे जोड़े गए। इस सफलता के साथ भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा रोड नेटवर्क वाला देश बन गया है। भारत ने चीन से ये खिताब छीन लिया है। भारत ने 9 सालों में विशाल रोड नेटवर्क का निर्माण किया है। साल 2014 के बाद से भारत में 1.45 लाख किमी का लंबा रोड नेटवर्क तैयार हो गया है। 9 सालों में भारत में बढ़ते सड़कों के जाल ने उसे बड़ी कामियाबी दी है।
सरकार का लक्ष्य है कि टोल का यह राज्सव बढ़कर 2030 तक 1.30 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच जाए. फास्टैग सिस्टम के लाने से टोल पर रुकने वाले समय में भी काफी कमी आयी है. पहले जहां औसतन 447 सेकंड रुकना पड़ता था, अब वाहनों के इंतजार करने का समय घटकर 47 सेकंड हो गया है. सरकार ऐसे कदम उठा रही है, जिससे यह समय 30 सेकंड का हो जाए.. निया भर में भारत की साख बढ़ रही है. एससीओ से लेकर जी20 तक की अध्यक्षता भारत के पास है. अभी हाल ही में अमेरिका की अत्यंत सफल यात्रा से पीएम लौटे हैं और अब भारत-अमेरिका का अलग से जी2 भी मुमकिन लग रहा है.