नई दिल्ली – विपक्ष पर पीएम मोदी ने शब्दों का ‘ब्रह्मास्त्र’ फेंका है। सत्र शुरू होने से पहले पीएम मोदी ने विपक्षी सदस्यों से कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का यह पहला उद्बोधन है, इसलिए सदन की उस परंपरा को निभाया जाना चाहिए, जो एक नए सांसद के पहले भाषण पर किया जाता रहा है। इस तरह से देखें तो पीएम ने विपक्ष को नैतिकता के दायरे में बांध दिया है। हालांकि देखना यह होगा कि विपक्षी दलों का संसद में क्या रुख होता है।
अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि आज बजट सत्र शुरू हो रहा है। अर्थ जगत में जिनकी मान्यता है उनकी आवाज आशा की किरण ला रही है। पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत की वर्तमान राष्ट्रपति संयुक्त सदन को पहली बार संबोधित करने जा रही हैं। उनका संबोधन भारत के संविधान, संसदीय प्रणाली का गौरव है और आज नारी सम्मान का भी अवसर है। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारी वित्त मंत्री भी एक महिला हैं। वह कल देश के सामने एक और बजट पेश करेंगी। आज की वैश्विक परिस्थितियों में भारत ही नहीं पूरी दुनिया की नजर भारत के बजट पर है।
पीएम ने संसद पहुंचने के बाद मीडिया के सामने अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि नए साल में आज बजट सत्र का प्रारंभ हो रहा है और शुरू में ही अर्थ जगत के… जिनकी आवाज को मान्यता होती है, वैसी आवाज चारों तरफ से सकारात्मक संदेश लेकर आ रही है, आशा की किरण लेकर आ रही है, उमंग का आगाज लेकर आ रही है। इस तरह से देखें तो पीएम ने कल पेश होने वाले बजट के बारे में भी कुछ इशारे भी कर दिए हैं।