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Independence Day 2023: प्रधानमंत्री मोदी ने 10वीं बार लाल किले से देश को किया संबोधित,पीएम मोदी ने लिए ये संकल्प-जानें


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नई दिल्लीः भारत आज अपना 77वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। इस मौके पर पूरा देश स्वतंत्रता दिवस के रंग में रंगा हुआ है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लाल किले पर तिरंगा फहराया और अब राष्ट्र को संबोधित किया। लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत भारत वासियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई के साथ की है।स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगामी लोकसभा चुनाव में जीत का दावा करते हुए कहा कि अगले साल इसी लालकिले से देश की उपलब्धि और देश का गौरव गान प्रस्तुत करूंगा. जिन परियोजनाओं का शिलान्यास किया है उनका उद्घाटन भी करूंगा.

पीएम मोदी ने मणिपुर मुद्दे का भी जिक्र किया और आने वाले दिनों में देश के लिए नई परियोजनाओं के बारे में भी बात की. उन्होंने यह भी कहा कि भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टीकरण इन तीन बुराइयों से मुक्ति पाना है. पीएम मोदी ने अपने कार्यकाल के बारे में बात करते हुए 10 साल में किए कामों के पर बात की. पीएम मोदी के भाषण की सबसे खास बात यह रही कि इस साल ‘मेरे प्यारे देशवासियों’ की जगह ‘मेरे प्यारे परिवारजन’ के साथ उन्होंने देश को संबोधित किया और अगले महीने अपने जन्मदिन विश्वकर्मा जयंती पर विश्वकर्मा योजना की शुरुआत करने का एलान किया. साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वतंत्रता संग्राम में योगदान, बलिदान और त्याग देने वालों के नमन किया। उन्होंने कहा ‘मैं भारत की आजादी की लड़ाई में अपना योगदान देने वाले सभी बहादुरों को नमन और श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।’ इसे साथ ही प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में समाज के चौहमुंखी विकास का संकल्प एक बार फिर दोहराया। उन्होंने अपने संबोधन में श्रमिकों से लेकर देश की बढ़ती अर्थव्यस्था का भी जिक्र किया।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संबोधन की बड़ी बातें –

  • देश के 77वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में तीन बुराइयों को खत्म करने का संकल्प लिया. प्रधानमंत्री मोदी ने देश के सपनों को सिद्ध करने के लिए भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टिकरण का आंख में आंख डालकर सामना करने की बात कही.उन्होंने पहली बुराई भ्रष्टाचार को बताया. प्रधानमंत्री का कहना है कि देश की हर समस्या की जड़ में भ्रष्टाचार है और इसने दीमक की तरह देश की सारी व्यवस्था और सामर्थ्य को नोंच लिया है. भ्रष्टाचार को नासूर बताते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘भ्रष्टाचार से मुक्ति, भ्रष्टाचार से जंग में मोदी का कमिटमेंट है कि मैं भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ता रहूंगा.’
  • दूसरी बुराई प्रधानमंत्री मोदी ने परिवारवाद की बताई. उन्होंने कहा कि परिवारवाद ने देश को जिस तरह जकड़कर रखा है, उससे देश के लोगों का हक छिन गया है. पीएम मोदी ने तीसरी तुष्टिकरण की बताई. उन्होंने कहा कि इस तुष्टिकरण ने देश के मूलभूत चिंतन को और देश के राष्ट्रीय चरित्र को तहस-नहस कर दिया है.इन तीन बुराइयों के बारे में बताते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने देश को इनसे पूरे सामर्थ्य के साथ लड़ने का संकल्प लेने का आहवान किया. उन्होंने कहा कि इन बुराइयों से देश के लोगों की आकांक्षाओं का दमन होता है और ये बुराइयां लोगों के सामर्थ्य का शोषण करती हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि गरीब, दलित, पिछड़े, पसमांदा, आदिवासी, माता-बहनों को उनका हक दिलाने के लिए देश को इन तीन बुराइयों से मुक्ति पाना होगा.
  • मणिपुर मुद्दे पर बात करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पिछले दिनों वहां हिंसा का दौर चला, मां बेटियों के सम्मान के साथ खिलवाड़ हुआ, लेकिन अब शांति बहाल हो रही है और शांति से ही समाधान निकलेगा. पूर्वोत्तर में और हिंदुस्तान के भी कुछ अन्य भागों में… लेकिन विशेषकर मणिपुर में जो हिंसा का दौर चला… कई लोगों को अपना जीवन खोना पड़ा. पीएम मोदी ने कहा कि राज्य और केंद्र की सरकारें मिलकर वहां समस्याओं के समाधान के लिए भरपूर प्रयास कर रही हैं और आगे भी करती रहेंगी.
  • प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि देश में महंगाई पर नियंत्रण पाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं और इस क्षेत्र में उनके प्रयास जारी रहेंगे। साथ ही, उन्होंने कहा कि विश्व के मुकाबले भारत में महंगाई दर कम है। उन्होंने कहा कि अगले पांच साल में भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत आज दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी वैश्विक अर्थव्यवस्था है और इसका श्रेय 140 करोड़ भारतीयों के प्रयासों को जाता है। उन्होंने यह भी जताया कि भ्रष्टाचार के राक्षस ने देश को अपनी गिरफ्त में लिया था, लेकिन उनकी सरकार ने उसे रोककर मजबूत अर्थव्यवस्था की स्थापना की है।
  • प्रधानमंत्री मोदी ने स्वयं सहायता समूहों की सराहना करते हुए कहा कि सरकार का लक्ष्य दो करोड़ लखपति दीदी बनाने का है. उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के तहत हमने 70 हजार करोड़ रुपये खर्च किए हैं ताकि गरीब को दवाई मिले, उनका अच्छे से इलाज हो, हमने पशुधन को बचाने के लिए करीब 15 हजार करोड़ रुपये टीकाकरण पर लगाए हैं.
  • पीएम मोदी ने कहा कि साल 2047 में जब देश आजादी के 100 साल का जश्न मना रहा होगा तब भारत का तिरंगा विकसित भारत का तिरंगा झंडा बने. हमारी नीतियां स्पष्ट हैं, नीयत पर कोई सवालिया निशान नहीं है लेकिन मुद्दे हैं जिस पर मैं लाल किले की प्राचीर से देश की जनता से मदद और आशीर्वाद मांग रहा हूं. उन्होंने कहा कि हमें ऐसा भारत बनाना है जो राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का था, स्वतंत्रता सेनानियों का था, वीरांगनाओं का था.
  • प्रधानमंत्री ने ग्रामीण विकास के संदर्भ में कहा कि उन्होंने भारतीय सीमा क्षेत्र में ‘वाइब्रेंट बॉर्डर गांव’ को देश के आखिरी गांव कहा जाता था, लेकिन वे इस मानसिकता को बदल दिया है। उन्होंने दर्शाया कि यह गांव अब देश का आखिरी गांव नहीं है, बल्कि यह उनके देश का पहला गांव है। प्रधानमंत्री ने खुशी जताई कि इस कार्यक्रम के विशेष अतिथि सीमावर्ती गांवों के 600 प्रधान हैं, जिन्होंने इस समारोह का हिस्सा बनने के लिए लालकिले पर आगंतुक बनाया है।
  • 77वें स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म के माध्यम से बदल रहा है। भारत की क्षमता और संभावनाएं नई ऊंचाइयों की ओर बढ़ रही हैं। आज भारत को G20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी का मौका प्राप्त हुआ है।प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि उनकी सरकार का लक्ष्य है कि देश की 2 करोड़ ग्रामीण महिलाएं लखपति बनें। इसके लिए, स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से महिलाओं को ड्रोन पायलट बनाने की प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए ‘लखपति दीदी’ योजना को तैयार किया गया है। प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि दुनिया में सबसे अधिक महिला पायलट हमारे देश में हैं।
  • पीएम मोदी ने कहा, ‘किसान भाइयों का पुरुषार्थ है कि आज देश कृषि के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है हमने पीएम किसान सम्मान निधि के माध्यम से ढाई लाख करोड़ रुपये किसानों के खातों में जमा किए, हर घर में शुद्ध पानी पहुंचाने के लिए हमने जल जीवन मिशन पर 2 लाख करोड़ रुपये खर्च किए हैं.’

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