अब बढ़ रही इस धातु की मांग,दोगुना हो जाएगी जिंक की मांग
नई दिल्ली – Hindustan Zinc Ltd के शेयर शनिवार के स्पेशल ट्रेडिंग सेशन में 6.24 प्रतिशत बढ़कर 619.70 रुपए के लेवल पर बंद हुए. इस स्टॉक के निवेशक इन दिनों चांदी काट रहे हैं, क्योंकि यह पिछले 50 दिनों में 100 प्रतिशत से भी अधिक का मल्टीबैगर रिटर्न दे चुका है.
अंतरराष्ट्रीय जस्ता संघ के वैश्विक निदेशक मार्टिन वान लियूवेन ने कहा, मुझे अगले 5 से 10 साल में जस्ता के लिए मांग दोगुनी होने की उम्मीद है. भारत में प्राथमिक और परिष्कृत जस्ता बाजार वर्तमान में 800 से 1,000 टन सालाना के करीब है और हम भारत में जो विकास देख रहे हैं उसके आधार पर कहा जा सकता है कि इसमें बढ़ोतरी का एक शानदार अवसर है.
भारत में जिंक की मौजूदा मांग 800 से 1,000 टन प्रति वर्ष है. उन्होंने कहा कि भारत में जिंक यूजर्स बहुत कम हैं. देश में इसकी प्रति व्यक्ति खपत लगभग आधा किलोग्राम है और यह वैश्विक औसत से काफी कम है. उन्होंने कहा, ‘‘यदि आप भारत में जिंक के उपयोग को देखें, तो यह प्रति व्यक्ति लगभग आधा किलोग्राम है. वहीं इसका वैश्विक औसत चार किलोग्राम प्रति व्यक्ति है. वहीं दक्षिण कोरिया, यूरोप, अमेरिका जैसे विकसित देशों में यह छह से सात किलोग्राम तक जा सकता है.’’ चालू कैलेंडर साल के लिए जस्ता क्षेत्र के परिदृश्य पर उन्होंने कहा कि दुनिया हरित ऊर्जा की ओर स्थानांतरित हो रही है. सौर फोटोवोल्टिक (पीवी) में मजबूत वृद्धि देखी जा रही है। ऐसे में 2024 जस्ता क्षेत्र के लिए काफी बड़ा अवसर है.
1966 में स्थापित जिंक-सीसा और चांदी बिज़नेस में वेदांता समूह की कंपनी (Vedanta Group company)हिंदुस्तान जिंक दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी जिंक प्रोडयूसर कंपनी है और अब तीसरी सबसे बड़ी चांदी प्रोड्यूसर है. भारत में बढ़ते जिंक बाजार में कंपनी की हिस्सेदारी 75 प्रतिशत है.Hindustan Zinc का मार्केट कैपिटलाइज़ेशन 2,52,124 करोड़ रुपये है. स्टॉक ने 52 वीक का अपना नया हाई लेवल बनाया. तिमाही नतीजों और अन्य कारकों के प्रभाव में स्टॉक ने 50 दिनों में 101 प्रतिशत का मल्टीबैगर रिटर्न दिया है.