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राजनीति

अखिलेश यादव हारे नहीं, हराया गया : ममता बनर्जी ने उठाये सवाल

कोलकाता – उत्तर प्रदेश में भाजपा की दमदार वापसी हुई है। पार्टी ने अपने दम पर 255 सीटें जीती हैं, जबकि उसके गठबंधन साथियों को मिलाकर एनडीए को 273 सीटें मिली हैं। ऐसे में अब योगी सरकार 2.0 कैसी होगी इसका सबको इंतजार है। इस बीच मतगणना से पहले जहां अखिलेश ईवीएम मशीन से छेड़छाड़ का आरोप लगा रहे थे तो अब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।

उन्होंने कहा कि चार राज्यों में भाजपा की जीत के पीछे विशाल जनादेश नहीं मशीनरी जनादेश रही। ममता बनर्जी ने जोर देकर कहा कि “केंद्रीय एजेंसियों का उपयोग करके और तानाशाही के माध्यम से” चुनाव जीतना भाजपा को 2024 की जीत तक नहीं पहुंचाएगा। पश्चिम बंगाल सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि यह एक लोकप्रिय जनादेश नहीं है, यह एक मशीनरी जनादेश है। सिर्फ इसलिए कि उन्होंने केंद्रीय एजेंसियों का उपयोग करके और तानाशाही के माध्यम से कुछ राज्यों को जीत लिया है, वे यह सोचकर खुशी से झूम रहे होंगे कि वे 2024 भी जीतेंगे! लेकिन यह इतना आसान नहीं होने वाला है।

दरअसल, बीते रोज पीएम नरेंद्र मोदी ने भाजपा मुख्यालय पर पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा था कि कुछ ज्ञानी लोग अब ये भी भविष्यवाणी करने लगे हैं कि 2024 में भी भाजपा का यही प्रदर्शन रहने वाला है। इस पर अगले दिन शुक्रवार को ममता बनर्जी ने कहा कि कौन भविष्यवाणी कर सकता है कि दो साल बाद क्या होगा? नियति ही नियति है। नियति और मंज़िल में अंतर है!

ममता बनर्जी ने कहा कि मुझे लगता है कि अखिलेश यादव को जबरन हराया गया था। उसे इसे चुनौती देनी चाहिए। ईवीएम की फोरेंसिक जांच होनी चाहिए। ममता बनर्जी ने अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी को अपना समर्थन दिया था, वाराणसी में एक रैली में भाग लिया था और सपा की संभावनाओं को बेहतर बनाने के लिए अपने उम्मीदवार नहीं उतारे थे।

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