मुंबई –सुपरस्टार मोहनलाल आज अपना 64वां जन्मदिन मना रहे हैं. अपने चार दशक लंबे करियर में एक्टर ने करीब 400 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है. एक्टर को पद्मश्री, पद्मभूषण और पांच बार नेशनल अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका है. इतना ही नहीं वह पहले ऐसे एक्टर हैं, जिन्हें आर्मी ने लेफ्टिनेंट कर्नल का पद दिया है. एक्टर ने एक साल में 34 फिल्मों में काम करके रिकॉर्ड बनाया है, जिसे अब तक किसी ने नहीं तोड़ा है.
मोहनलाल के नाम कई रिकॉर्ड भी दर्ज
साउथ सिनेमा के सुपरस्टार मोहनलाल आज अपना 64वां जन्मदिन मना रहे हैं। एक्टर होने के अलावा मोहनलाल फिल्म प्रोड्यूसर, प्लेबैक सिंगर, डिस्ट्रीब्यूटर, डायरेक्टर और बिजनेसमैन भी हैं। अपने चार दशक लंबे करियर में इन्होंने करीब 400 फिल्मों में काम किया है।इन्हें पद्मश्री और पद्मभूषण से भी नवाजा जा चुका है। इन्हें अब तक फिल्मों में अपनी बेहतरीन परफॉर्मेंस के लिए पांच बार नेशनल अवॉर्ड मिल चुका है।वो ऐसे पहले एक्टर हैं जिन्हें आर्मी ने ऑनरेरी लेफ्टिनेंट कर्नल का पद दिया है। मोहनलाल के नाम कई रिकॉर्ड भी दर्ज हैं। उन्होंने एक साल में 34 फिल्मों में काम करने का रिकॉर्ड बनाया था जिनमें से 25 फिल्में हिट साबित हुई थीं।
केरल के छोटे से गांव में हुआ जन्म
एक्टर का पूरा नाम मोहनलाल विश्वनाथन है. एक्टर का जन्म केरल सरकार के पूर्व ब्यूरोक्रेट और लॉ सेक्रेटरी विश्वनाथन नायर और संथाकुमारी के घर 21 मई 1960 को एलनथूर गांव में हुआ था. मोहनलाल तिरुवनंतपुरम में अपने पैतृक घर मुदावनमुगल में पले बड़े हैं. उन्होंने गवर्नमेंट मॉडल बॉयज हायर सेकेंडरी स्कूल, तिरुवनंतपुरम से स्कूलिंग की और महात्मा गांधी कॉलेज, तिरुवनंतपुरम से कॉमर्स में ग्रेजुएशन किया.
बचपन से ही एक्टिंग में थी दिलचस्पी
मोहनलाल को बचपन से ही एक्टिंग का जुनून था. यही वजह है कि वो स्कूल में होने वाले प्ले में वह हमेशा हिस्सा लिया करते थे. जब वो छठी क्लास में थे तो उन्होंने कंप्यूटर बॉय नाम के एक स्टेज प्ले में काम किया था, जिसमें उन्होंने नब्बे साल के व्यक्ति का किरदार कर सबको चौंका दिया था.
‘थिरनोत्तम’ से की थी फिल्मी करियर की शुरुआत
मोहनलाल ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत फिल्म ‘थिरनोत्तम’ से की. हालांकि, सेंसर बोर्ट की आपत्ति के बाद ये रिलीज नहीं हो पाई. मोहनलाल इससे घबराए नहीं बल्कि उन्होंने अपने आत्मविश्वास को और भी मजबूत किया जिसके बाद वो ‘मंजिल वरिंन्या पूक्कल’ में नजर आए. इस फिल्म को लोगों ने काफी पसंद किया. इस फिल्म के बाद मोहनलाल ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और एक के बाद एक फिल्में करते चले गए. उन्होंने मलयालम के अलावा कई और भी भाषाओं जैसे हिंदी, तेलुगु, कन्नड़ और तमिल फिल्मों में भी अभिनय किया. मोहनलाल की आराम तुबराम, नरसिंहम, रावनप्रभु और नरण जैसी फिल्में ब्लॉकबस्टर रहीं.
एक साल में 34 फिल्मों में काम किया, 25 हिट रहीं
1986 के दौर में मोहनलाल अपने फिल्मी करियर के शानदार मुकाम पर था. हर 15 दिन में एक्टर की एक फिल्म रिलीज होती थी. इतना ही नहीं, 1986 में एक साल के अंदर इनकी 34 फिल्में रिलीज हुई थीं, जो कि एक रिकॉर्ड है. खास बात ये है कि इन 34 फिल्मों में 25 फिल्में सुपरहिट साबित हुई थीं. उस दौर में मोहनलाल की हर साल लगभग 20 फिल्में रिलीज होती थीं. अब तक वह 400 से ज्यादा फिल्मों में काम कर चुके हैं.
लुक्स के चलते झेला रिजेक्ट
फिल्म के डायरेक्टर फाजिल ने एक इंटरव्यू में बताया था कि मोहनलाल को फिल्म में लेने से पहले उनका ऑडिशन लिया गया था। इस ऑडिशन के पैनल में दो बड़े डायरेक्टर भी बैठे थे जो मोहनलाल के लुक्स और कद-काठी से इम्प्रेस्ड नहीं थे।इसी वजह से उन्हें दोनों ने रिजेक्ट कर दिया था, मगर फाजिल उन्हें फिल्म में कास्ट करने पर अड़े रहे और फिल्म में उन्हें लेने का नतीजा ये हुआ कि फिल्म हिट रही और मोहनलाल को लोगों ने खूब पसंद किया। इस फिल्म की सक्सेस के बाद मोहनलाल ने तकरीबन 25 फिल्मों में विलेन का रोल प्ले किया। फिल्म ‘संध्याक्कु विरिंजा पूवु’ और ‘कुयिलीन थेडी’ में उनके नेगेटिव रोल को काफी सराहा गया।
हर 15 दिन में रिलीज होती थीं फिल्में
1986 के आसपास मोहनलाल अपने फिल्मी करियर के पीक पर थे। आलम ये था कि इनकी हर 15 दिन में एक फिल्म रिलीज होती थी। इतना ही नहीं, 1986 में एक साल के अंदर इनकी 34 फिल्में रिलीज हुई थीं, जो एक रिकॉर्ड है।आज तक एक साल में किसी एक्टर की इतनी फिल्में रिलीज नहीं हो पाई हैं। दिलचस्प बात ये है कि इन 34 फिल्मों में 25 फिल्में हिट साबित हुई थीं। उस दौर में मोहनलाल की हर साल एवरेज 20 फिल्में रिलीज होती थीं। यही वजह है कि चार दशक के करियर में उनकी फिल्मों का आंकड़ा 400 के पार पहुंच चुका है।
पद्मश्री पुरस्कार से किया जा चुका है मोहनलाल को सम्मानित
मोहनलाल का पूरा नाम मोहनलाल विश्वनाथन नायर है. इनका जन्म 21 मई 1960 को केरल के एलान्थूर नामक एक जगह पर हुआ था. हालांकि, फिल्म इंडस्ट्री में इन्हें मोहनलाल के नाम से ही जाना जाता है. मोहनलाल के पिता का नाम विश्वनाथन नायर था. फैंस के बीच उन्हें प्यार से ‘लालेट्टन’ के नाम से भी जाना जाता है. वो एक सरकारी वकील थे और इनकी माता का नाम सांता कुमारी है. मोहनलाल ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा तिरुअनंतपुरम के एलपी स्कूल मुदावमुंगल और मॉडर्न स्कूल से पूरी की है.
एक्टिंग के साथ-साथ बिजनेस में भी किया कमाल
मोहनलाल का फिल्म प्रोडक्शन और डिस्ट्रीब्यूशन के अलावा रेस्टोरेंट और मसाला पैकेजिंग का बिजनेस भी है। इसके साथ ही वो फिल्म डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी मैक्सलैब सिनेमा और एंटरटेनमेंट के मालिक भी हैं। उन्होंने त्रिवेन्द्रम में ‘विस्मया मैक्स’ नाम से फिल्म पोस्ट-प्रोडक्शन स्टूडियो भी शुरू किया है।
दुबई के बुर्ज खलीफा में है घर
मोहनलाल लग्जरी लाइफ के शौकीन हैं। उनके पास ऊटी में घर होने के साथ ही दुबई के बुर्ज खलीफा में भी एक फ्लैट है। उनका घर इस बिल्डिंग के 29वें फ्लोर पर है। इतना ही नहीं, दुबई में इनकी रेस्तरां की ‘मोहनलाल टेस्टबड्स’ नाम की चेन भी है।रिपोर्ट्स के मुताबिक उनकी नेटवर्थ तकरीबन 376 करोड़ रुपए है। मोहनलाल के पास 7.5 करोड़ रुपए की 6 लग्जरी कारें हैं। इनमें मर्सिडीज बेंज, BMW, जगुआर और रेंज रोवर शामिल हैं।