नई दिल्ली – भारत (India) के केंद्रीय बजट (Union Budget 2022) में देश में 400 वंदे भारत ट्रेन (Vande Bharat Train) चलाने का ऐलान किया गया है. दो साल पहले इस ट्रेन की शुरुआत भारत में रेल सेवाओं को बेहतर करने के उद्देश्य से की गई थी. अब इन्ही ट्रेन की संख्याओं में बढ़ोत्तरी करने का फैसला भारतीय रेल में बेहतर सुविधाएं प्रदान करने की दिशा में अपनी प्रतिबद्धता को दर्शाया हैइन ट्रेनों की संख्या बढ़ने से सरकार भारतीय रेल सेवाओं में गुणवत्ता बढ़ाने जा रही है. उम्मीद की जा रह ही की देश के प्रमुख मार्गों के अलावा दूर के इलाको में भी तेज गति वाली ट्रेन चल सकेंगी.
इस ट्रेन के दरवाजे मैट्रो की तरह स्वचालित होते हैं, उसी तरह दोनों तरफ इंजन होता है. इनकी पटरियों पर दौड़ने की गति 200 किमी/ घंटा की क्षमता होती है, लेकिन भारत की पटरियों की क्षमता को देखते हुए फिलहाल इनकी गति 130 किमी प्रति घंटा रखी गई है. साफ है कि अब यह गति उन क्षेत्रों में भी मिलेगी जहां शताब्दी गतिमान जैसी तेज गति की ट्रेन नहीं चलती हैं.
नई 400 ट्रेने बेहतर क्षमता वाली होगीं. अभी यह स्पष्ट नहीं है कि यह क्षमता ज्यादा कोच संख्या के रूप में होगी या फिर ज्यादा गति के रूप में. अभी जो वंदे भारत ट्रेन चल रही है उनमें 16 यात्री कार होती हैं जिनमें कुल यात्रयों के बैठने की संख्या 1128 है. जिनमें यात्रियों को भोजन भी दिया जाता है जिसका मूल्य किराए में शामिल होता है. इसी सीटें बेहतर हैं और एक कोच से दूसरे कोच में जाने के लिए दरवाजों का आकार भी बड़ा है.
वंदे भारत एक्सप्रेस नाम दे दिया गया. इसके अलावा इसे नई दिल्ली और कटरा के बीच भी चलाया गया. इसके बाद 45 और वंदे भारत ट्रेने चलाने का प्रावधान रखा गया था, लेकिन कोविड-19 महामारी की वजह से इनके उत्पादन में देरी हो गई. अब अगस्त 2022 तक 10 ट्रेनों के चलाने की उम्मीद की जा रही है.