बनारसी लहंगा में बला सी खूबसूरत लगी कृति सेनन -फोटो
मुंबई – हाल ही में, यह मनीष मल्होत्रा ही थे जिन्होंने सीजन के लिए बुकमार्क करने के लिए हमारे लिए बनारसी शैली को पुनर्जीवित किया. बनारस में उनका नवीनतम शो जितना शानदार हो सकता था उतना शानदार था। कृति सेनन और रणवीर सिंह के शोस्टॉपर के रूप में रैंप पर चलने से इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता था. कलाकार डिजाइनर के शो के लिए उत्साहित हो गए और संग्रह ने थीम यानी बनारसी साड़ी – भारतीय संस्कृति और शिल्पकारों की एक टेपेस्ट्री को पूरी तरह से प्रतिबिंबित किया.भव्य छायाचित्रों के केंद्र में होने के कारण यह उत्सव सभी प्रकार से सुंदर था.कृति ने इस कार्यक्रम में खूबसूरत लाल और सुनहरे रंग का बनारसी सिल्क लहंगा पहना था , जो कुर्ती -स्टाइल ब्लाउज और फ्लेयर्ड लहंगा स्कर्ट के साथ आया था। उनके स्टेटमेंट मांग टीका और एथनिक मेकअप ने उनके लुक को पूरी तरह से पूरा किया.
एक्ट्रेस को महारानी जैसा लुक
भंसाली जिस तरह अपनी फिल्मों में एक्ट्रेस को महारानी जैसा लुक देते हैं, ठीक वैसा ही अंदाज मनीष मल्होत्रा ने कृति सेनन को दिया. इसके लिए उन्होंने कृति सेनन को सुर्ख लाल रंग के लहंगे से सजाया. जहां वह किसी रानी-महारानी से कम नहीं लग रही थीं. दीपिका पादुकोण और प्रियंका चोपड़ा के रॉयल लुक पर भी कृति सेनन का ये अंदाज भारी पड़ा है.कृति सेनन के लुक की बात करें तो वह लाल बनारसी लहंगे में दिख रही हैं. उंगलियों में लाल महावर लगाया हुआ है तो फूलों के कलीरे से इस लुक में चार चांद भी लगाए गए हैं.
बनारसी रेशम की भव्यता सबसे आकर्षक
बनारसी रेशम की भव्यता सबसे आकर्षक शैलियों में से एक है. हाल ही में, कृति सेनन ने अपने एयरपोर्ट लुक के लिए सिल्हूट को सबसे ताज़ा तरीके से अपनाया. अभिनेत्री ने खूबसूरत पीले बनारसी सूट में स्टाइल की एक ताज़ा खुराक पेश की, जो शानदार लग रहा था. उन्होंने स्ट्रेट बॉटम्स के साथ मिड-लेंथ कुर्ता पेयर किया और एक शानदार दुपट्टे के साथ अपने स्टाइल को लेयर किया.दुपट्टे पर नाजुक बैंगनी बॉर्डर विवरण ने उसके समग्र पोशाक में एकदम विपरीतता जोड़ दी.
रणवीर सिंह और कृति सेनन
रणवीर सिंह और कृति सेनन ने आजतक किसी फिल्म में साथ में काम नहीं किया है. मगर मनीष मल्होत्रा ने रैंप पर उतारा उनकी फ्रैश जोड़ी की हिंट जरूर दे दिए हैं. दोनों को साथ में देखकर लोगों ने ये कहना शुरू कर दिया कि अगर ये साथ में फिल्म करते हैं तो काफी जचेंगे.गंगा घाट पर हुए इस कार्यक्रम का नाम था धरोहर काशी की. जहां 20 देशों के राजदूत भी शामिल हुए. ये कार्यक्रम खास तौर पर बनारस के बुनकरों की शिल्प कला को नजर में रखते हुए रखा गया था.