Close
राजनीति

सी-विजिल एप में कर सकेंगे आचार संहिता उल्लंघन संबंधित शिकायत, तुरंत होगी कार्रवाई

नई दिल्लीः भारतीय निर्वाचन आयोग ने सोमवार को पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के कार्यक्रम का एलान कर दिया। ये पांच राज्य राजस्‍थान, मध्यप्रदेश, छत्‍तीसगढ़, तेलंगाना और म‍िजोरम है। पांच राज्यों में चुनाव की तारीखों का ऐलान होते ही आचार संहिता लग गई है। चुनाव के दौरान किसी तरह की गड़बड़ी होने पर मतदाता शिकायत कर सकें, इसके लिए आयोग ने 2019 के लोकसभा चुनाव में सीविजिल (C-VIGIL) ऐप लॉन्च किया था। इस ऐप का इस्तेमाल इन पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों में भी किया जाएगा।

100 मिनट के अंदर कार्रवाई

भारत निर्वाचन आयोग ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में आचार संहिता के उल्लघन की शिकातयों पर तुरंत और प्रभावी कार्रवाई के लिए सी-विजिल मोबाइल एप बनाया है। इस एप से कोई भी नागरिक आचार संहिता उल्लंघन की शिकायत दे सकेंगा। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने बताया कि आचार संहिता लागू होने के साथ ही एप एक्टिव हो जाएगा। इस एप पर कोई भी नागरिक आचार संहिता के उल्लंघन के फोटो और वीडियो बना कर शिकायत भेज सकता है। इस शिकायत की 100 मिनट के अंदर कार्रवाई की जाएगी।

आयोग का दावा है कि इस एप के माध्यम से आने वाली हर शिकायत पर 100 मिनट के अंदर कार्रवाई की जाएगी। इसमें शिकायतकर्ता शराब, पैसे बांटने या आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत C-VIGIL ऐप पर कर सकते हैं। इसमें शिकायतकर्ता का नाम गोपनीय रखा जाएगा। 100 मिनट में शिकायत पर एक्शन होगा। ऐप पर फोटो अपलोड करना होगा। शिकायतकर्ता को यह भी लिखने की जरूरत नहीं होगी कि वह कहां है। यानी इस ऐप के जरिए मतदाता भी चुनाव में निगरानी कर सकते हैं। ऐप के माध्यम से मतदाता फोटो और वीडियो के साथ जहां गड़बड़ी हो रही हो उस स्थान की लोकेशन भी भेज सकते हैं और लिखकर पूरी जानकारी उपलब्ध करवा सकते हैं।

ऐसे कर सकेंगे शिकायत


सी-विजिल एप के माध्यम से शिकायत सबसे पहले जिला निर्वाचन कंट्रोलर के पास जाएंगी। शिकायत की प्राथमिक जांच के बाद उसे फ्लाइंग स्क्वॉड के पास भेजा जाएगा। टीम शिकायत पर कार्रवाई करने के बाद अपनी रिपोर्ट जिला निर्वाचन अधिकारी को भेजा जाएगा। इसके बाद जिला निर्वाचन अधिकारी की तरफ से मिले निर्देशों के अनुसार कार्रवाई की जाएगी। सी-विजिल एप प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। एप पर कोई भी नागरिक 20 मीटर के अंदर से लिए फोटो और वीडियो अपलोड कर सकेगा।

उम्मीदवारों के बारे में जानकारी भी प्राप्त कर सकते हैं मतदाता…

अगर आपको कहीं आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन होता हुआ दिखता है तो आप इसके माध्यम से उसकी शिकायत कर सकेंगे। ऐप में प्रत्याशी की जानकारी भी हासिल की जा सकती है। बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद से निर्वाचन आयोग सभी चुनावों में इस ऐप का उपयोग करता आया है। प्ले स्टोर से इस एप को लाखों लोग डाउनलोड कर चुके हैं। आयोग निष्पक्ष चुनाव के लिए इस एप को प्रोत्साहित कर रहा है।

ऐसे काम करता है यह ऐप…

यह एप एंड्रॉयड और आईओएस, दोनों प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है। एंड्रॉयड यूजर इसे गूगल प्ले स्टोर से और एपल यूजर एप स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं। इंस्टॉल करने पर कैमरा, लोकेशन और ऑडियो और फाइल्स एक्सेस करने की अनुमति मांगी जाती है। इसके बाद भाषा चुनने का विकल्प मिलता है जहां आप हिंदी या अंग्रेजी भाषा का चयन कर सकते हैं। इसके बाद आपको फोन नंबर लिखना होगा, जिस पर एक ओटीपी आएगा।ओटीपी दर्ज करने के बाद आपको अपने नाम, पता, राज्य, जिला, विधानसभा क्षेत्र और पिन कोड की जानकारी देनी होगी। ये जानकारियां देने के बाद आपको वेरिफाई पर क्लिक करना होगा। इसके बाद एप का होम पेज खुल जाएगा, जहां आपको फोटो, वीडियो और ऑडियो के विकल्प मिलेंगे। आप जिस भी माध्यम से अपनी शिकायत दर्ज करवाना चाहते हैं, वह विकल्प चुन कर आप आयोग को गड़बड़ी की जानकारी पहुंचा सकते हैं।

2018 में मिली थी 3990 शिकायतें

सी विजिल एप 2018 के चुनाव में लांच किया गया था। इस एप के माध्यम से भारत निर्वाचन आयोग को विधानसभा चुनाव में 3990 शिकायतें प्राप्त हुई थी। एप पर शिकायत के लिए पैसा बांटना, पेड न्यूज, शराब बांटना, बिना अनुमति पोस्टर, बैनर लगाना, वाहन का उपयोग काफिले में करना, मतदान के दिन मतदाताओं को प्रभावित करने जैसे अन्य विकल्प एप में उपलध रहेंगे

Back to top button