एपल ने सेल्फ ड्राइविंग इलेक्ट्रिक कार प्रोजेक्ट शुरू होने पहले किया रद
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नई दिल्ली – स्मार्टफोन बनाने वाली कंपनी एप्पल ने अपने कार प्रोडक्शन पर बड़ा अपडेट दिया है।कंपनी ने अपने इलेक्ट्रिक व्हीकल प्रोजेक्ट (EV Project) को रद्द कर दिया है।बता दें कि कंपनी अपनी पहली इलेक्ट्रिक कार लेकर आने वाली थी लेकिन अब इस कार के आने में अभी समय है, फिलहाल कंपनी ने इस प्रोजेक्ट को रद्द कर दिया है।इतना ही नहीं, कंपनी इस प्रोजेक्ट में काम कर रहे कर्मचारियों की छंटनी भी करने वाली है।कंपनी ने हाल ही में इसकी जानकारी दी है।
यह निर्णय चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर जेफ विलियम्स और प्रोजेक्ट के वाइस प्रेसिडेंट इंचार्ज केविन लिंच ने मंगलवार को प्रोजेक्ट पर काम करने वाले कर्मचारियों के साथ शेयर किया है।कंपनी के दोनों अधिकारियों ने कर्मचारियों को बताया कि SPG के सभी एंप्लॉईज को जनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) डिवीजन में जॉन जियानंद्रिया के अंडर शिप्ट किया जाएगा।कंपनी पूरी तरह से ऑटोमेटिक और वॉइस कमांड पर चलने वाली कार बनाना चाहती थी। इसके लिए 2015 से शुरू हुए इस प्रोजेक्ट में अरबों डॉलर इन्वेस्ट भी कर चुकी थी। अगर यह प्रोजेक्ट सफल हो जाता तो कंपनी 2028 तक एक लाख डॉलर (करीब 82.90 लाख रुपए) की कीमत में कार को लॉन्च कर सकती थी।
एपल द्वारा लॉन्च करने की योजना बनाई गई इलेक्ट्रिक कार स्टीयरिंग व्हील और पैडल के बिना आती। कंपनी ने उस तकनीक पर भी काम करने की योजना बनाई थी जो उसकी कार को दूर से चलाने की पेशकश कर सके। कंपनी ने अपनी इलेक्ट्रिक कार की कीमत लगभग 100,000 डॉलर होने का अनुमान लगाया था। तकनीकी दिग्गज ने 2017 से लेक्सस एसयूवी का इस्तेमाल करके अपनी सेल्फ-ड्राइविंग टेक्नोलॉजी की टेस्टिंग भी शुरू कर दी थी।तमाम प्रयासों के बावजूद, एपल को कम सफलता मिली और बढ़ती लागत और देरी के कारण परियोजना हाल ही में निर्णायक मोड़ पर पहुंच गई। एपल बोर्ड निश्चित नहीं था कि इलेक्ट्रिक कार पर भारी मात्रा में निवेश किया जाए, जो एपल के लिए तेजी से असंभव सपना लग रहा था। एपल अपनी पहली EV के लॉन्चिंग डेट को 2019, 2020, 2026 और 2028 के लिए रीशेड्यूल कर चुकी थी। रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी के बोर्ड इस बात को लेकर CEO टिम कुक पर प्रोजेक्ट पर जल्द कोई ठोस प्लान तैयार करने या प्रोजेक्ट को बंद करने का दबाव भी बना रहे थे।