Close
विश्व

पापुआ न्यू गिनी में भूस्खलन से मची तबाही,भयावह हुई स्थिति

नई दिल्ली – अंतरराष्ट्रीय प्रवासन संगठन (IOM) ने रविवार को अनुमान जताया कि पापुआ न्यू गिनी में बड़े पैमाने पर हुए भूस्खलन से 670 लोगों की मौत होने की आशंका है. स्थानीय अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया था कि भूस्खलन के कारण 100 लोगों की मौत होने की आशंका है. दक्षिण प्रशांत द्वीप राष्ट्र में संयुक्त राष्ट्र प्रवासन एजेंसी के मिशन के प्रमुख सेरहान एक्टोप्राक ने कहा कि मौत का संशोधित आंकड़ा यमबली गांव और एंगा प्रांतीय अधिकारियों की इस गणना पर आधारित है कि शुक्रवार को भूस्खलन के कारण 150 से अधिक मकान दब गए हैं, जबकि पहले 60 मकान दबने का अनुमान जताया गया था.

अभी भी खिसक रही जमीन

देश की राजधानी पोर्ट मोरेस्बी में रहने वाले एक्टोप्राक ने कहा, ” भूस्खलन की वजह से हालात बहुत खराब है क्योंकि जमीन अभी भी खिसक रही है, पानी बह रहा है और इससे सभी लोगों के लिए बड़ा खतरा पैदा हो रहा है.” पूरे देश में दहशत फैल गई है और सब लोग डरे हुए हैं. एक्टोप्राक ने कहा, खेत और पानी की आपूर्ति लगभग पूरी तरह से तबाह हो गई है. “लोग मिट्टी के नीचे दबे शवों को निकालने की कोशिश कर रहे हैं, जिसके लिए वो खुदाई करने वाली छड़ियों, कुदाल, बड़े कृषि कांटे का इस्तेमाल कर रहे हैं.”

लोगों के बचे होने की उम्मीद बहुत कम

स्थानीय अधिकारियों ने शुरू में शुक्रवार को मरने वालों की संख्या 100 या उससे अधिक बताई थी. रविवार तक केवल पांच शव और छठे पीड़ित का एक पैर बरामद किया गया था. एक्टोप्राक ने कहा कि क्रू ने 6 से 8 मीटर (20 से 26 फीट) गहराई में जमीन और मलबे के नीचे जीवित बचे लोगों को खोजने की उम्मीद छोड़ दी है. ऑस्ट्रेलिया के उत्तर में प्रशांत राष्ट्र में मीडिया ने कहा है कि शुक्रवार को हुए भूस्खलन में 300 से अधिक लोग और 1,100 से अधिक घर दब गए. राजधानी पोर्ट मोरेस्बी से लगभग 600 किमी (370 मील) उत्तर-पश्चिम में एंगा प्रांत में काओकलाम गांव जमींदोज हो गया.

6 से ज्यादा गांव हुए प्रभावित

ऑस्ट्रेलिया के विदेश मामलों और व्यापार विभाग ने कहा कि प्रांत के मुलिताका क्षेत्र में भूस्खलन से छह से अधिक गांव प्रभावित हुए हैं. संयुक्त राष्ट्र प्रवासन एजेंसी आईओएम ने कहा कि 100 से अधिक घर, एक प्राथमिक विद्यालय, छोटे व्यवसाय और स्टॉल, एक गेस्टहाउस और एक पेट्रोल स्टेशन जमींदोज हो गए.

मलबे में अभी भी फंसे लोग

एक्टोप्राक ने बताया कि, भूस्खलन से न सिर्फ घर तबाह हुए बल्कि पेड़ के पेड़ टूट गए, खेत उजड़ गए, साथ ही मलबे में अभी भी लोगों के फंसे होने की खबर है. जिन्हें निकालने का काम किया जा रहा है. पापुआ न्यू गिनी के रक्षा मंत्री बिली जोसेफ और सरकार के राष्ट्रीय आपदा केंद्र के डायरेक्टर लासो मन रविवार को हेलीकॉप्टर से घटना स्थल पर पहुंचने के लिए उड़ान भरी. पापुआ न्यू गिनी एक विविध, विकासशील देश है जिसमें 800 भाषाएं और 10 मिलियन लोग रहते हैं जो ज्यादातर किसान हैं.

Back to top button