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लाइफस्टाइल

सेहत ही नहीं त्वचा को भी नुकसान पहुंचाता है ज्यादा नमक-जानें

नई दिल्लीः नमक हमारी डेली डाइट का एक अहम हिस्सा है, जिसके बिना खाना बिल्कुल बेस्वाद लगता है। आमतौर पर लोग इसका इस्तेमाल खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए ही करते हैं। हालांकि, स्वाद के साथ-साथ यह सेहत पर भी गहरा असर डालता है। नमस में सोडियम मुख्य तत्व होता है, जो हमारे शरीर के लिए जरूरी होता है। ऐसे में सीमित मात्रा में इसका इस्तेमाल फायदेमंद होती है, लेकिन अगर जरूरत से ज्यादा नमक (Too Much Salt) इस्तेमाल किया जाए, तो इससे गंभीर नुकसान हो सकते हैं। खुद वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) ज्यादा नमक से होने वाले नुकसानों के बारे में चेतावनी दे चुका है।

क्या होता है नुकसान?

स्टडी के मुताबिक अगर हमारा डेली सोडियम इंटेक ज्यादा हो जाए तो इस वजह से स्किन में ड्राई और दाग-धब्बे हो जाते हैं. इसके अलावा लगाता खुजली की समस्या भी बनी रहती है. इससे पहले की स्टडी में पाया गया था कि ये हमार स्किन में मौजूद सोडिय का संबंध ऑटोइम्मयून और क्रोनिक इंफ्लामेटरी कंडीशन्स से होता है जिसमें से एग्जिमा भी एक है. शोधकर्ताओं ने पाया कि लोग फास्ट फूड खाते हैं जिसमें नमक अधिक होता है और इस कारण स्किन में सोडियम का लेवल बढ़ सकता है. नई स्टडी कहती है कि रोज एक ग्राम सोडियम का इंटेक अगर ज्यादा हो जाए तो इससे हमारी स्किन में एग्जिमा का खतरा 22 फीसदी बढ़ जाता है.

सेहत ही नहीं त्वचा को भी नुकसान पहुंचाता है ज्यादा नमक

ज्यादा नमक से सेहत को होने वाले नुकसान के बारे में तो सभी जानते हैं, लेकिन हाल ही ज्यादा नमक खाने को लेकर एक स्टडी सामने आई है, जिसमें त्वचा पर इसके हानिकारक प्रभावों के बारे में पता चला। इस हालिया अध्ययन में ज्यादा नमक खाने और त्वचा की स्थिति एक्जिमा (Eczema) के बीच संबंध पर प्रकाश डाला गया है। आइए जानते हैं इस ताजा स्टडी के बारे में विस्तार से-

हाई ब्लड प्रेशर

जरूरत से ज्यादा नमक का सेवन हाई ब्लड प्रेशर की वजह बन सकता है. अगर आप ब्लड प्रेशर के मरीज हैं तो नमक का सीमित मात्रा में ही सेवन करें. क्योंकि ज्यादा मात्रा में नमक खाने से ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है.

हार्ट के लिए

हार्ट हमारे शरीर का सबसे अभिन्न अंग है. हार्ट को हेल्दी रखने के लिए हेल्दी चीजों को खाने की सलाह दी जाती है. अगर आप हार्ट के मरीज हैं तो नमक का सीमित मात्रा में ही सेवन करें.

डिहाइड्रेशन

गर्मियों के मौसम में नमक का सेवन कम करना चाहिए. क्योंकि नमक का जरूरत से ज्यादा सेवन करने से डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है.

किडनी के लिए

जरूरत से ज्यादा नमक का सेवन किडनी को खराब करने का काम कर सकता है. किडनी को हेल्दी रखने के लिए सीमित मात्रा में ही नमक का सेवन करें.

पेट के लिए

अधिक मात्रा में नमक का सेवन करने से पेट फूलने की समस्या हो सकती हैं. इसलिए खाने में सीमित मात्रा में ही नमक को एड करना चाहिए.

एक ग्राम ज्यादा सोडियम भी खतरनाक

नए शोध में पता चला है डेली रेकमेंडेड लिमिट से एक ग्राम ज्यादा सोडियम खाने से भी एक्जिमा का खतरा 22 प्रतिशत तक बढ़ जाता है. एक ग्राम सोडियम लगभग आधा चम्मच नमक या अंतररष्ट्रीय फास्ट फूड चेन मैकडोनाल्ड के हैमबर्गर बिग मैक में मौजूद मात्रा के बराबर होता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) एक दिन में दो ग्राम से कम सोडियम सेवन की सिफारिश करता है जबकि ब्रिटेन की नेशनल हेल्थ सर्विस के अनुसार, रेकमेंडेड सोडियम सेवन प्रतिदिन 2.3 ग्राम है.

क्या कहती है स्टडी?

इस नए अध्ययन से पता चला है कि सोडियम का उच्च स्तर एक्जिमा के खतरे को बढ़ा सकता है। जर्नल ऑफ इन्वेस्टिगेटिव डर्मेटोलॉजी में प्रकाशित अध्ययन इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि एक ग्राम अतिरिक्त सोडियम खाने से एक्जिमा फ्लेयर्स की संभावना 22 प्रतिशत तक बढ़ सकती है। शोध के अनुसार ज्यादा नमक खाने की आदत को सीमित करने से एक्जिमा के मरीजों को अपनी स्थिति मैनेज करने में मदद मिल सकती है।

क्या कहते हैं शोधकर्ता?

अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी (यूसीएफसी) के शोधकर्ताओं ने कहा कि हाल के वर्षों में, विशेष रूप से इंडस्ट्रियल देशों में, यह लॉन्ग-टर्म स्किन डिजीज आम हो गया है, जिसका अर्थ है कि इसमें पर्यावरण और लाइफस्टाइल से जुड़े फैक्टर (जैसे डाइट) की भूमिका है. उन्होंने कहा कि सोडियम का सीमित सेवन एक्जिमा मरीजों के लिए बीमारी को कंट्रोल करने का एक आसान तरीका हो सकता है. ये शोध द जर्नल ऑफ द अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन (जेएएमए) डर्मेटोलॉजी में प्रकाशित हुआ है.

क्या है एक्जिमा?

एक्जिमा एक ऐसी स्थिति है, जिसमें आपकी त्वचा की बैरियर प्रक्रिया कमजोर हो जाती है। इसके परिणामस्वरूप त्वचा ड्राई, खुजलीदार और ऊबड़-खाबड़ हो जाती, क्योंकि आपकी त्वचा नमी बनाए रखने और बाहरी तत्वों से शरीर की रक्षा करने में सक्षम नहीं होती है। इसे एटोपिक डर्मेटाइटिस के नाम से भी जाना जाता है।

एक्सपर्ट की राय

यूसीएसएफ में स्किन विज्ञान की एसोसिएट प्रोफेसर और शोध के लेखकों में से एक कैटरीना अबुबारा ने कहा कि मरीजों के लिए एक्जिमा के प्रकोप से निपटना कठिन हो सकता है, खासकर तब जब वे इसका पूर्वानुमान नहीं लगा पाते और उनके पास इससे बचने के लिए कोई सुझाव नहीं होता. शोध के लिए टीम ने यूके बायोबैंक से 30-70 वर्ष की आयु के दो लाख से ज्यादा लोगों के डेटा का उपयोग किया, जिसमें मूत्र के नमूने और इलेक्ट्रॉनिक मेडिकल रिकॉर्ड शामिल थे.

एक दिन में कितना नमक खाना सही?

वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) के मुताबिक रोजाना 2000 मिलीग्राम से कम सोडियम यानी नमक खाने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा डब्ल्यूएचओ भी आयोडीन युक्त नमक खाने पर जोर देता है, जो आयोडीन से भरपूर होता है।

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