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विज्ञान

चंद्रमा के आकार का सबसे छोटा सफेद बौना की हुयी खोज

नई दिल्ली – सफेद बौना वह अवशेष है जो कुछ सितारों के बाहर निकलने पर पीछे रह जाता है। उन्होंने अपना बहुत सारा द्रव्यमान – और आकार खो दिया है। इसका दायरा केवल 2,100 किलोमीटर (1,305 मील) है। यह वास्तव में चंद्रमा के लगभग 1,700 किलोमीटर के दायरे के करीब है। अधिकांश सफेद बौने पृथ्वी के आकार के करीब हैं।

सूर्य के द्रव्यमान का लगभग 1.3 गुना जो सबसे विशाल सफेद बौनों में से एक है। सबसे छोटा सफेद बौना अन्य सफेद बौनों की तुलना में अधिक विशाल होगा। आमतौर पर हम बड़ी वस्तुओं को अधिक विशाल मानते हैं। सफेद बौने बड़े पैमाने पर सिकुड़ते हैं।

खगोल भौतिकीविद् के मुताबिक यह सफेद बौना हर सात मिनट में लगभग एक बार घूमता है! और इसका शक्तिशाली चुंबकीय क्षेत्र पृथ्वी की तुलना में एक अरब गुना अधिक शक्तिशाली है। परिणामी खगोलीय पिंड में एक अतिरिक्त-बड़ा द्रव्यमान और अतिरिक्त-छोटा आकार होता। उस मैश-अप ने भी सफेद बौने को काट दिया होगा, जिससे वह सुपर मजबूत चुंबकीय क्षेत्र बन जाएगा।

यदि यह बहुत अधिक विशाल होता, तो यह अपने वजन का समर्थन नहीं कर पाता। जिससे उसमें विस्फोट हो जाएगा। इन मृत सितारों के लिए क्या संभव है, इसकी सीमाओं के बारे में जानने में मदद करने के लिए वैज्ञानिक ऐसी वस्तुओं का अध्ययन करते हैं।

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