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भारत

आंध्र प्रदेश : विजयनगरम में दो ट्रेनों के बीच हुई टक्कर,राहत-बचाव कार्य शुरू

नई दिल्लीः आंध्र प्रदेश के विजयनगरम में दो ट्रेनों के बीच भीषण टक्कर हुई है. दो ट्रेनों की टक्कर के बाद कई बोगियां पटरी से उतर गई हैं. घटना में अब तक 10 यात्रियों की मौत हो गई है जबकि कई लोग घायल बताए जा रहे हैं. हादसे के बाद राहत व बचाव टीम मौके पर पहुंच गई है और फंसे लोगों को बाहर निकालने का प्रयास जारी है.

जगन मोहन रेड्डी ने तत्काल राहत बचाव कार्य शुरू किया

जानकारी के मुताबिक, कोठावलासा ‘मंडल’ (ब्लॉक) में कंटाकपल्ली के विशाखापत्तनम-पलासा पैसेंजर (ट्रेन संख्या 08532) की टक्कर के बाद विशाखापत्तनम-रायगड़ा पैसेंजर (ट्रेन संख्या 08504) की कुछ बोगियां पटरी से उतर गईं. घटना को लेकर आंध्र प्रदेश के सीएम वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने तत्काल राहत उपाय करने और विजयनगरम के पास के जिलों से घटनास्थल पर अधिक से अधिक एंबुलेंस भेजने का निर्देश दिया है.

ओवरहेड केबल कट जाने की वजह से खड़ी थी पैसेंजर ट्रेन

दरअसल, ओवरहेड केबल कट जाने की वजह से विशाखापत्तनम-रायगड़ा पैसेंजर ट्रेन खड़ी थी. इसी वक्त उसी पटरी पर पीछे से विशाखापत्तनम-पलासा पैसेंजर ट्रेन आ गई और टक्कर मार दी. टक्कर के बाद पैसेंजर ट्रेन की तीन बोगियां पटरी से उतर गईं. टक्कर इतनी जोरदार थी कि एक बोगी बुरी से क्षतिग्रस्त हो गई है.

सीएम एम्बुलेंस भेजने का आदेश दिया

आंध्र प्रदेश के सीएम वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने तत्काल राहत उपाय करने और विजयनगरम के निकटतम जिलों विशाखापत्तनम और अनाकापल्ली से अधिक से अधिक एम्बुलेंस भेजने का आदेश दिया. साथ ही उन्होंने बेहतर ईलाज के लिए आसपास के अस्पतालों में सभी प्रकार की व्यवस्था करने के आदेश दिए. मुख्यमंत्री ने घायलों को शीघ्र चिकित्सा सेना देने के लिए स्वास्थ्य, पुलिस और राजस्व सहित अन्य सरकारी विभागों का आदेश जारी किया.

पीएम मोदी ने हादसे से की समीक्षा

आंध्र प्रदेश में ट्रेन हादसे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से बात की है और घटना से जुड़ी जानकारी हासिल की है. प्रधानमंत्री ने शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है और घायलों के जल्द से जल्द ठीक होने की कामना की है.

रेलवे ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर

हादसे के बाद रेलवे की ओर से हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है. जिसके जरिए हादसे में घायलों की जानकारी ली जा सकती है. नीचे दिये गए नंबर को डायल कर घटना से जुड़ी जानकारी हासिल की जा सकती है.

रेलवे नंबर: 83003, 83004, 83005, 83006
बीएसएनएल लैंड लाइन नंबर- 08912746330; 08912744619
एयरटेल: 8106053051, 8106053052
बीएसएनएल: 8500041670, 8500041671

रेल मंत्री की सीएम जगन मोहन रेड्डी से बात

आंध्र प्रदेश ट्रेन दुर्घटना को लेकर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एएनआई से कहा, “बचाव अभियान चल रहा है और टीमें तैनात कर दी गई हैं. पीएम मोदी ने हालात की समीक्षा की है. मैंने आंध्र प्रदेश के सीएम वाईएस जगन मोहन रेड्डी से बात की.”

मंडल रेल प्रबंधक ने कहा, “सहायता और एम्बुलेंस के लिए स्थानीय प्रशासन और एनडीआरएफ को सूचित किया गया है. दुर्घटना राहत ट्रेनें घटनास्थल पर पहुंचीं”. इस ट्रेन हादसे को लेकर ईस्ट कोस्ट रेलवे की ओर से हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं. भुवनेश्वर – 0674-2301625, 2301525, 2303069, वाल्टेयर- 0891- 2885914.

रेलवे का एक्सीडेंट प्रूफ सुरक्षा कवच: अश्विनी वैष्णव

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मई 2022 में ट्रेन में लगने वाले कवच सिस्टम के बारे में बताया था। उन्होंने कहा था- ‘कवच एक ऑटोमेटिक रेल प्रोटेक्शन की टेक्नोलॉजी है। इसमें ये होता है कि मान लीजिए दो ट्रेन गलती से एक ही ट्रैक पर आ गई तो उसके पास आने से पहले कवच ब्रेक ट्रेन को रोक देगी, जिससे एक्सीडेंट होने से बच जाएगा।’ रेल मंत्री के इस ब्यान के बाद से ट्रेन डिरेल होने के कई मामले सामने आ चुके हैं।

रेल कवच दो ट्रेनों के बीच टक्कर को आखिर रोकता कैसे है?

इस टेक्नोलॉजी में इंजन माइक्रो प्रोसेसर, ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम यानी GPS और रेडियो संचार के माध्यम सिग्नल सिस्टम और कंट्रोल टावर से जुड़ा होता है। यह ट्रेन के ऐसे दो इंजनों के बीच टक्कर को रोकता है, जिनमें रेल कवच सिस्टम काम कर रहा हो।

65 लोको इंजनों को ही कवच से लैस किया गया

ट्रायल के एक साल बाद भी सिर्फ 65 लोको इंजनों में लगा कवच टेक्नोलॉजी
मई 2022 में अश्विनी वैष्णव ने रेल हादसे रोकने के लिए इंजनों को सुरक्षा कवच पहनाने की घोषणा की थी। एक साल बाद भी 19 रेलवे जोन में से सिर्फ सिकंदराबाद में ही कवच लगाने की प्रक्रिया शुरू हुई है। देश में कुल 13,215 इलेक्ट्रिक इंजन हैं। इनमें सिर्फ 65 लोको इंजनों को ही कवच से लैस किया गया है। 2022-23 वित्तीय वर्ष में भारतीय रेलवे ने देशभर में कम-से-कम 5000 किलोमीटर रूट पर कवच लगाने का लक्ष्य रखा है।

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