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भारत

Eid-al-Adha 2024 : बकरीद की कुर्बानी के लिए सजे बाजार,इतने महंगे बिके बकरे

नई दिल्लीः आज पूरे देश भर में बकरीद का त्यौहार बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा. इस दिन के आसपास से ही बकरीद के दौरान बकरों की बिक्री अचानक बढ़ जाती है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि बकरी पालन साल भर एक लाभदायक व्यवसाय हो सकता है. बकरीद पर करोड़ो रुपये का कारोबार होता है. उसी तरह साल भर में करोड़ो रुपये का इसका करोबार है.सोमवार को ईद उल अजहा (बकरा ईद) के त्योहार को लेकर मुस्लिम भाइयों में खासा उत्साह है। त्योहार को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। महंगाई का असर त्योहार पर भी पड़ रहा है, जिसके चलते लोग बाजार में जानवर खरीदने तो जा रहे है पर कीमत सुनकर बिना खरीदे ही वापस लौट रहे हैं।बाजार में कुर्बानी वाला छोटा बकरा भी नौ हजार से ऊपर बिक रहा है, जबकि बड़े बकरे की कीमत 30 हजार रुपये के करीब है।

महंगाई के चलते लोग बकरे की जगह पर बड़े जानवर साझे में ले जा रहे

महंगाई के चलते लोग बकरे की जगह पर बड़े जानवर साझे में लेकर आ रहे हैं। बकरा ईद को लेकर कारी महफूज मियां ने बताया कि बकरा ईद का त्योहार आपसी भाईचारे का त्योहार है। लोग सादगी से नमाज पढ़े और कुर्बानी करे वह भी घरों के अंदर करें। कोई भी ऐसा काम नहीं करना है जो कि अल्लाह को पसंद न हो। हमें अपने आस पास रहने वाले लोगों का भी ध्यान रखना है।उनका भी दिल न दुखे। हम सब लोग मिलकर त्योहार को मनाएंगे। त्योहार पर बनने वाले पकवानों के लिए सामग्री भी ले आए हैं। त्योहार को लेकर पुलिस प्रशासन भी सक्रिय है और बराबर लोगों से संपर्क कर जानकारी ले रहे हैं। जिले में नमाज को लेकर प्रशासन भी अलर्ट है। हरदोई के अलावा शाहाबाद, मल्लावां, संडीला, पिहानी, सांडी, कछौना, पाली, सहित अन्य कस्बों में भी त्योहार को लेकर लोगों में उत्साह है।

बकरों की कीमत 25 हजार रुपए से लेकर 1 लाख रुपए तक

गोरखपुर के शाहमारुफ बाजार में इस समय नजारा बदला हुआ नजर आ रहा है. बड़ी मस्जिद यानी जामा मस्जिद के ठीक सामने ईद-उल-अजहा पर बाजार सजा हुआ है. ये बाजार आम बाजार से बिल्‍कुल ही अलग है. इस बाजार में सलमान, सुल्‍तान, शेरु और डायमंड की बोली लग रही है. इसकी वजह भी साफ है. यहां पर बाजार में बिकने वाले तोतापरी, कालपी और सिरोही नस्ल के साथ देसी बकरा भी बाजार में उपलब्ध है. यहां सलमान, सुल्‍तान, शेरु और डायमंड दरअसल बकरे के नाम हैं, जिनको उनके मालिकों ने एक से दो साल तक पालने के बाद उसे बाजार में लेकर बेचने के लिए आए हैं. यहां 60 किलो से लेकर एक से डेढ़ क्विंटल तक के बकरे हैं. अधिक वजन के इन बकरों की बोली उनकी सुंदरता और ब्रिड के ऊपर भी निर्भर करती है. कई तरह के ड्राई फ्रूट्स खाने वाले इन बकरों की कीमत 25 हजार रुपए से लेकर 1 लाख रुपए तक है.

गोरखपुर के शाहमारुफ जामा मस्जिद लगा बाजार

गोरखपुर के शाहमारुफ जामा मस्जिद के ठीक सामने हर साल की तरह इस साल भी बकरों का बाजार लगा है. बकरों के मालिक उन्‍हें लेकर यहां पर आए हुए हैं. वे यहां पर बकरों का अधिक से अधिक दाम पाना चाहते हैं. यहां पर एक से एक नस्‍ल के बकरे बिकने के लिए आए है. किसी ने काजू-किसमिस और बादाम तो किसी ने अन्‍य ड्राई फ्रूट्स खिलाकर उन्‍हें बड़ा किया है. यहां लंबे कान, कलगी और दाढ़ी वाला बकरा भी मिलेगा.

शहर के ईदगाह में सुबह सात बजे होगी नमाज

शहर स्थित ईदगाह व जामा मस्जिद में नमाज को लेकर सभी तैयारियां पूरी हो गई है। अंजुमन इस्लामिया मो. खालिद एडवोकेट ने बताया कि ईदुल अजहा की नमाज ईदगाह में सुबह सात बजे और जामा मस्जिद में सुबह 7:45 बजे नमाज पढ़ी जाएगी। ईदगाह में बयान व इमामत जनाब मुफ्ती आफताब आलम साहब मजाहरी करेंगे व जामा मस्जिद में बयान व इमामत जनाब मुफ्ती वकील अहमद साहब कासमी करेंगे। मल्लावां के ईदगाह बगदाद के नायब पेश इमाम मौलाना रिजवान अंसारी ने बताया कि नमाज साढ़े सात बजे होगी। वहीं छोटी ईदगाह भगवंत नगर के पेश इमाम हाफिज फरीद सिद्दीकी ने बताया कि भगवंत नगर में भी नमाज साढ़े सात बजे होगी। इसके अलावा अन्य मस्जिदों में अलग-अलग समय पर नमाज अता की जाएगी।

तोतापरी ब्रिड का ये बकरा अन्‍य बकरों से अलग

गोरखपुर के इस बाजार में बिकने के लिए सलमान भी मालिक अली के साथ आया है. तोतापरी ब्रिड का ये बकरा अन्‍य बकरों से अलग है. तोतापरी ब्रिड के सलमान का वजन 60 किलो के करीब है. ये काफी खूबसूरत है. इसका चेहरा तोते की तरह है. उन्‍होंने बताया कि इसकी कीमत एक लाख रुपए लगाई है. उन्‍होंने बताया कि बाजार में खूब रौनक है. वे बताते हैं कि जौहर की नमाज खत्‍म हुई है. अभी खरीदार भी आएंगे. व्यापारी ने बताया कि उनके बकरे का नाम डायमंड है. इसकी खासियत है कि ये काफी खूबसूरत है. इसका वजन 35 किलो है.व्यापारी जावेद सुल्तान नाम के बकरे को लेकर आए हैं. वे बताते हैं कि उनके बकरे की कीमत 45 हजार लगाई है. उसका वाजह 40 किलो के करीब है. गोरखपुर के बाजार में सिरोही नस्ल के शेरु नाम का बकरा भी है. बकरे को बेचने के लिए आए जफर बताते हैं कि उनका बकरा 40 किलो के करीब है. वे इसे डेढ़ साल से पाले हैं. उन्‍होंने बताया कि ये काफी खूबसूरत है. अच्‍छी नस्‍ल का है. इसकी कीमत 65 हजार रुपए लगाई है.

कालपी नस्ल का सलमान नाम का बकरा

राजस्थान के कालपी नस्ल का सलमान नाम का बकरा 1 से डेढ़ क्विंटल का है. इसके मालिक व्यापारी जुबैर बताते हैं कि ये लम्बा होता है. ये एक साल का है. इसकी कीमत 55 हजार लगाई है. वसीम दो बकरे को लेकर बाजार में आए हैं. उन्‍होंने इन्‍हें डेढ़ साल से पाला है. उन्‍होंने बताया कि सुलतान और शेरु को लेकर वे आए हैं. उनका वजन 50-50 किलो है. उन्‍होंने इसकी कीमत 60-60 हजार रुपए लगाई है.

इस बार बाजार काफी महंगा

अहमद बताते हैं कि वह बकरा खरीदने आए हैं लेकिन इस बार बाजार काफी महंगा है. वे कहते हैं की देसी नस्ल का बकरा काफी अच्छा माना जाता है. मनव्वर अहमद बताते हैं कि वह बकरा खरीदने के लिए आए हैं. उन्हें सलमान पसंद आ रहा है, लेकिन उसका दाम काफी अधिक है, लेकिन वह काजू बादाम खाता है, इसलिए उसकी कीमत भी अधिक है.वह कहते हैं कि बकरा एक से डेढ़ साल का होना चाहिए इसके साथ ही उसके दो दांत होने के साथी उसका काम काटा नहीं होना चाहिए और पैर टूटा भी नहीं होना चाहिए. इसके साथ ही बकरा बीमार न हो. यानी कुर्बानी के लिए खरीदा जाने वाला बकरा पूरी तरह से स्वस्थ होना चाहिए.रिपोर्ट्स की मानें तो इस साल बकरीद पर 30 हजार करोड़ रुपये का बकरों का व्यापार हुआ है. बकरा पालने वालों को इस त्यौहार का काफी बेसब्री से इंतजार रहता है. बकरों की मंडियों में अलग-अलग रेट के बकरे बिकते हैं. अमूमन इनकी शुरुआत 12 से 15 हजार रुपये से होती है. कोई-कोई बकरे तो लाखों रुपये में बिकते हैं.

शहर के इलाकों में ग्रामीण इलाकों की तुलना में अधिक बकरे बिकते हैं

हालांकि साल भर में कितने बकरे बिकते हैं इसका अंदाजा लगाना आसान नहीं है. त्यौहारों, खासकर बकरीद के समय बकरों की मांग बढ़ जाती है. यह बाजार पलकों के लिए उनके माल को बेचने का एक अच्छा मौका होता है.शादियों के सीजन में बकरों की अच्छी डिमांड होती है. रिपोर्ट्स के अनुसार शहर के इलाकों में ग्रामीण इलाकों की तुलना में अधिक बकरे बिकते हैं. बकरों की वैरायटी होती हैं. इनकी प्रसिद्ध नस्लों में सिरोही, बारबरी आदि शामिल हैं.

भारत से विदेश में भी बकरों की सप्लाई होती है

एक्सपर्ट्स की मानें तो जो बकरा प्योर नस्ल का होगा. वो दिखने में भी काफी सुन्दर होगा. सुंदर बकरों की कीमत 40 हजार से लेकर 50 हजार रुपये के मध्य से शुरू होती है.भारत से विदेश में भी बकरों की सप्लाई होती है. ये बकरे काफी ऊंचे दामों में जाते हैं. रिपोर्ट्स बताती हैं कि बकरीद के अवसर पर भी करीबन डेढ़ से दो करोड़ बकरे बिक जाते हैं. जिसका कुल रेवेन्यू 25 से 30 हजार करोड़ो के बीच का है. इस हिसाब से साल भर में हजारों करोड़ रुपये का करोबार होता है.

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