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जानें लो ब्लड प्रेशर और हाई ब्लड प्रेशर के बारे में -लक्षण और बचाव उपाय


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नई दिल्ली – सबसे सामान्य शारीरिक समस्या है ब्लड प्रेशर या रक्तचाप। ब्लड प्रेशर की समस्या में शरीर का रक्त प्रवाह असंतुलित होने लगता है। इसके कारण शरीर और सेहत पर कई प्रभाव पड़ते हैं। ब्लड प्रेशर की स्थिति तब आती है जब हृदय जो कि हमारे शरीर के सभी अंगों में खून को पंप करने का काम करता है, जब तक हार्ट सामान्य तरीके से शरीर के सभी अंगों में खून का प्रवाह करता है उसे सामान्य ब्लड प्रेशर कहा जाता है। रक्त के सर्कुलेशन में आने वाली समस्याओं को ब्लड प्रेशर की समस्या कहते हैं।

ब्लड प्रेशर की बीमारी दो तरह की होती है- एक हाई ब्लड प्रेशर यानी उच्च रक्तचाप और लो ब्लड प्रेशर यानी निम्न रक्तचाप। इसे हाइपरटेंशन और हाइपोटेंशन कहते हैं। अगर आदर्श स्थिति की बात करें तो एक स्वस्थ व्यक्ति में 120/80 (सिस्टोलिक/डायस्टोलिक) से कम 90/60 से ज्यादा होना चाहिए। यदि किसी व्यक्ति का ब्लड प्रेशर 90/60 से भी कम हो जाता है तो ऐसी स्थिति को निम्न रक्त चाप या लो ब्लड प्रेशर कहते हैं. मेडिकल की भाषा में इसे हाइपोटेंशन कहा जाता है।

उच्च रक्तचाप या हाइपरटेंशन की गंभीर स्थिति है, जिसमें हमारा हृदय शरीर में ठीक ढंग से खून को पंप नहीं कर पाता। इस दिक्कत को समय पर कंट्रोल न किया जाने से दिल का दौरा, स्ट्रोक और किडनी फेलियर जैसी समस्याएं हो सकती हैं। हाई ब्लड प्रेशर की रीडिंग में सिस्टोलिक 130 से 139 mm Hg के बीच और डायास्टोलिक 80 से 90 mm Hg के बीच की होती है।

ब्लड प्रेशर कम होने पर आम लक्षण चक्कर आना और बेहोशी हैं. हालांकि, कुछ मामलों में किसी अन्य समस्या के कारण भी ब्लड प्रेशर कम हो सकता है. लो ब्लड प्रेशर के कुछ अन्य लक्षण इस प्रकार हैं –

चक्कर आना
बेहोशी आना
धुंधला दिखना
जी मिचलाना
थकान महसूस होना
एकाग्रता में कमी महसूस होना
जब ब्लड प्रेशर बहुत ज्यादा गिर जाता है, उस समय इंसान ‘शॉक’ में जा सकता है और यह स्थिति प्राण घातक भी साबित हो सकती है. निश्चित तौर पर यह एक आपात स्थिति है और ऐसी स्थिति में जल्द से जल्द इलाज की आवश्यकता होती है.

हाई ब्लड प्रेशर से बचाव के उपाय
हाई बीपी की समस्या से बचने के लिए नियमित स्वस्थ और संतुलित आहार लेना चाहिए।
खाने में नमक की मात्रा कम हो और पोटेशियम की मात्रा को बढ़ाना चाहिए।
कम वसा वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए। साथ ही फल और सब्जियों का सेवन करें।
मोटापे से हाई बीपी की समस्या हो सकती है, इसलिए वजन को नियंत्रित रखें।
शराब और धूम्रपान का सेवन करने से बचना चाहिए.

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