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विज्ञान

Solar Eclipse 2023: 14 अक्टूबर को लगेगा साल का आखिरी सूर्य ग्रहण


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नई दिल्लीः शक्ति आराधना का महापर्व शारदीय नवरात्रि 15 अक्तूबर से शुरू हो रही है। नवरात्रि पर्व लगातार 9 दिनों तक मां दुर्गा के 9 अलग-अलग स्वरूपों की पूजा-आराधना की जाती है। नवरात्रि के पहले दिन कलश स्थापना की जाती है। लेकिन इस वर्ष शारदीय नवरात्रि शुरू होने के ठीक एक दिन पहले यानी 14 अक्तूबर को साल का आखिरी सूर्य ग्रहण भी लगेगा। यह आश्विन माह की अमावस्या तिथि पर सूर्य ग्रहण होगा। लेकिन इस सूर्य ग्रहण को भारत में नहीं देखा जा सकेगा। भारत में सूर्य ग्रहण नहीं होने के कारण इसका सूतक काल मान्य नहीं रहेगा। भारतीय समय के अनुसार 14 अक्तूबर की रात को करीब साढ़े आठ बजे से शुरू होगा जिसका समापन रात 2 बजकर 25 मिनट पर होगा। साल का यह आखिरी सूर्यग्रहण अमेरिका और अफ्रीका के हिस्सों में दिखाई देगा।

सूतक काल में पूजा-पाठ करना वर्जित

धार्मिक नजरिए से सूतक काल को शुभ नहीं माना जाता है। ग्रहण से पहले सूतक काल शुरू हो जाता है। इस दौरान पूजा-पाठ,नए काम की शुरुआत करना, गृह प्रवेश, मुंडन,जनेउ विवाह जैसे शुभ संस्कार नहीं किए जाते हैं। सूतक काल के शुरू होते हैं मंदिरों के परदे और दरवाजे बंद कर दिए जाते हैं। सूतक काल के दौरान लगातार मंत्रों का जाप करना होता है

ग्रहण से जुड़ी धार्मिक मान्यताएं

  • हिंदू मान्यताओं के अनुसार हमेशा सूर्य ग्रहण अमावस्या तिथि पर होता है जबकि चंद्र ग्रहण पूर्णिमा तिथि पर होता है।
  • ग्रहण लगने की मान्यताएं राहु से जुड़ी मानी जाती है। जिसमें जब राहु सूर्य और चंद्रमा का ग्रास करता है तो इसे ग्रहण कहते हैं।
  • जब सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा तीनों एक सीध में रहते हैं और पृथ्वी और सूर्य के बीच में चंद्रमा आ जाता है। इससे सूर्य की आंशिक या पूर्ण रोशनी धरती पर नहीं आ पाती है और इसी घटना को सूर्यग्रहण कहते हैं।

कब लगेगा सूर्य ग्रहण?

हिंदू पंचांग की गणना के मुताबिक साल का दूसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण 14 अक्तूबर 2023 को लगेगा। भारतीय समय के अनुसार यह सूर्य ग्रहण 14 अक्तूबर को रात के 08 बजकर 34 मिनट से आरंभ हो जाएगा, जिसका समापन मध्य रात्रि को 02 बजकर 25 मिनट पर होगा। यह सूर्य ग्रहण वलयाकार में होगा। जिसमें आसमान में सूर्य एक अंगूठी यानी रिंग के आकार में नजर आएगा। जिस कारण से रिंग ऑफ फायर कहा जाता है।

कहां-कहां दिखाई देगा साल 2023 का दूसरा सूर्य ग्रहण

साल का आखिरी सूर्य ग्रहण को उत्तरी अमेरिका, कनाडा, आइलैंड, अर्जेटीना, क्यूबा, पेरु, उरुग्वे और ब्राजील में देखा जा सकेगा। भारत में यह सूर्य ग्रहण नहीं दिखाई देगा

क्या भारत में दिखेगा सूर्य ग्रहण?

नासा ने कहा कि अगर मौसम अनुकूल रहा तो आंशिक सूर्य ग्रहण ओरेगॉन, नेवादा, यूटा, न्यू मैक्सिको, इडाहो, कोलोराडो, एरिजोना और टेक्सास के साथ-साथ कैलिफोर्निया के कुछ हिस्सों में दिखाई देगा. इसके बाद यह मैक्सिको और मध्य अमेरिका से होकर गुजरेगा, इसके बाद दक्षिण अमेरिका से गुजरेगा. आंशिक सूर्य ग्रहण अटलांटिक महासागर में सूर्यास्त के समय खत्म होगा. अमेरिका में किसी भी समय 14 अक्टूबर के आंशिक सूर्य ग्रहण का औसत समय चार से पांच मिनट होगा. इस साल आंशिक सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा. भारत और दुनिया के अन्य हिस्सों में लोग इसे नासा के आधिकारिक प्रसारण के जरिये अपने यूट्यूब चैनल पर देख सकते हैं, जिसकी स्ट्रीमिंग 14 अक्टूबर को शुरू होगी.

भारत में सूतक काल मान्य नहीं

धार्मिक नजरिए के लिहाज से ग्रहण की घटना को शुभ नहीं माना जाता है और ग्रहण के लगने से पहले ही सूतक काल मान्य होता है। सूतक काल लगने पर किसी भी तरह का शुभ कार्य और पूजा-अनुष्ठान करना वर्जित होता है। सूर्य ग्रहण लगने पर ग्रहण के 12 घंटे पहले सूतक काल मान्य होता है वहीं चंद्र ग्रहण लगने पर सूतक काल 9 घंटे पहले मान्य होता है। चूंकि भारत में इस ग्रहण को नहीं देखा जा सकेगा इसलिए इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा। इस दिन सामान्य दिनचर्या में कामकाज किया जा सकता है।

सूर्य ग्रहण के दौरान सावधानियां

आंशिक सूर्य ग्रहण के दौरान सूर्य को कभी भी चंद्रमा पूरी तरह से ढक नहीं पाता है. इसलिए सूर्य को देखने के लिए डिजाइन किए गए विशेष सुरक्षा वाले चश्मे के बिना सीधे सूर्य को देखना कभी भी सुरक्षित नहीं है. लोगों को इसे देखते समय आंखों की रोशनी के स्थायी नुकसान से बचने के लिए सुरक्षात्मक चश्मे की जरूरत होगी. नासा के मुताबिक ग्रहण का चश्मा सामान्य चश्मे की तुलना में हजारों गुना अधिक गहरा होता है. इस चश्मे को आईएसओ मानक वाला भी होनी चाहिए. कैमरे, टेलीस्कोप, दूरबीन या किसी अन्य ऑप्टिकल उपकरण से सूर्य को देखने की भी सलाह नहीं दी जाती है. क्योंकि यह न केवल फिल्टर से जलेगा बल्कि आपकी आंखों को भी नुकसान पहुंचाएगा. ग्रहण को देखने का दूसरा तरीका पिनहोल प्रोजेक्टर का उपयोग करना है.

सूर्य ग्रहण के बाद चंद्र ग्रहण भी

14 अक्तूबर को सूर्य ग्रहण लगने के बाद साल का आखिरी चंद्र ग्रहण भी लगेगा। यह चंद्र ग्रहण 28 अक्तूबर को पूर्णिमा तिथि पर लगेगा। यह चंद्र ग्रहण आंशिक चंद्रग्रहण होगा। जिसे भारत में देखा जा सकता है। भारतीय समयानुसार 28 अक्तूबर की आधी रात 01बचकर 06 मिनट से 02 बजकर 22 मिनट तक चंद्रग्रहण लगेगा।

इस राशि और नक्षत्र में लगेगा सूर्य ग्रहण

हिंदू पंचांग के अनुसार साल का यह आखिरी सूर्य ग्रहण अश्विन माह की अमावस्या तिथि को कन्या राशि और चित्रा नक्षत्र में लगेगा।

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