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मौत का खेल : राजकोट के गेम जोन में आग लगने से बच्चों समेत 30 लोगों की मौत

राजकोट – शनिवार का दिन गुजरात के लिए काला दिन साबित हुआ। राजकोट के गेम जोन में भीषण आग लग गई, जिसमें 20 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। मृतकों में 10 से ज्यादा बच्चे शामिल हैं। पीएम मोदी से लेकर गृहमंत्री अमित शाह ने इस दुखद घटना पर शोक प्रकट किया है। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि वो पल बहुत ही डरावना था। चारों तरफ आग ही आग फैली थी और लोगों की चीख पुकार सुनाई दे रही थी। आगे देखिए अग्निकांड की तस्वीरें

राजकोट में आग लगने की घटना से बेहद व्यथित हूं

पीएम मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “राजकोट में आग लगने की घटना से बेहद व्यथित हूं. मेरी संवेदनाएं उन सभी के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है. घायलों के लिए प्रार्थना. स्थानीय प्रशासन प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए काम कर रहा है.”केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी घटना पर दुख जताया. उन्होंने ‘एक्स’ पर कहा, “राजकोट के गेम जोन में हुए हादसे से मन अत्यंत दुःखी है. इस हादसे के संबंध में मैंने मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल से बात कर जानकारी ली है. प्रशासन राहत व बचाव कार्य के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है और घायलों को इलाज प्रदान करवा रहा है. इस दुःखद हादसे में जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति गहरी संवेदनाएँ व्यक्त करता हूँ और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूँ.”

बड़ी संख्या में मौजूद थे बच्चे

गर्मियों की छुट्‌टी के चलते गेमजोन में बड़ी संख्या में बच्चे मौजूद थे। आग लगने के वक्त अंदर कितने लोग थे, इसकी सटीक जानकारी शाम साढ़े आठ बजे तक नहीं मिल पाई थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक गेमजोन में एसी कंप्रेसर फटने के बाद आग लगी। अभी तक इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। शाम करीब 4 से 4.30 बजे के बीच लगी आग पर तीन घंटे के भीतर काबू पा लिया गया, लेकिन मलबे को हटाने और यह पता लगाने के लिए बचाव अभियान जारी रहा कि गेम जोन में कोई फंसा तो नहीं है। राजकोट के पुलिस आयुक्त राजू भार्गव ने कहा कि जो बच्चे फिलहाल लापता हैं, उन्हें ढूंढने और मृतकों की पहचान करने के प्रयास जारी हैं और घटना के लिए जिम्मेदार लोगों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

सौराष्ट्र का सबसे बड़ा गेम जोन

टीआरपी गेम ज़ोन के प्रबंधन के अनुसार यह सौराष्ट्र का सबसे बड़ा गेम जोन था। यहां पर 20 से अधिक खेलों की सुविधा थी। टीआरपी गेम ज़ोन में आग लगने के बाद राजकोट के सभी गेम ज़ोन बंद कर दिए गए, जबकि सूरत पुलिस कमिश्नर ने यह जांचने का आदेश दिया कि शहर में चल रहे गेम ज़ोन में सार्वजनिक सुरक्षा नियमों का पालन किया जा रहा है या नहीं। 24 जून, 2019 को सूरत में तक्षशिला की घटना, जिसमें ट्यूशन क्लास में पढ़ने वाले 22 बच्चे मारे गए थे, को कल ही पांच साल पूरे हुए हैं, जबकि राजकोट की घटना ने सार्वजनिक सुरक्षा और अग्नि सुरक्षा मानदंडों की सीमा पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

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