Close
लाइफस्टाइल

पेशाब रोकना पड़ सकता है सेहत पर भारी

नई दिल्ली – पानी पीने शरीर दिनभर हाइड्रेटेड रहता है. साथ ही किडनी फिल्टर होती है, जिससे शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में मदद मिलती है. लेकिन कई लोग इस स्वचालित प्रक्रिया में बाधा डालते हैं, जिससे शरीर में कई तरह की समस्याएं हो सकती है. अपनी बिजी लाइफ की वजह से कई लोग शरीर को लेकर लापरवाही बरतने लगते हैं, जिससे सेहत पर गहरा प्रभाव पड़ता है.

पेशाब रोकने के नुकसान

ब्लैडर, वह जगह होती हैं जिसमें पेशाब जमा होता है. इसमें कई अपशिष्ट पदार्थ होते हैं जो यूरिन के सहारे समय से अगर बाहर नहीं आएंगे तो फिर किडनी और ब्लैडर को डैमेज कर सकते हैं. आप अगर ज्यादा देर तक यूरिन रोककर बैठते हैं तो फिर थैली पर प्रेशर पड़ता है जिससे ब्लैडर की मांसपेशियां कमजोर होती हैं और कई बार तो ये फट भी जाती हैं.अपने कभी सोचा है कि पेशाब रोकने से किडनी पर बुरा असर पड़ता है. जब आप ज्यादा देर तक पेशाब रोकते हैं तो शरीर का फिल्ट्रेशन खराब हो जाता है और तब किडनी से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं, जैसे- पीठ दर्द, पेट के निचले हिस्से और पसलियों में दर्द होता है त्वचा में खुजली, सूखापन इसके लक्षण हैं.

किडनी स्टोन

पेशानी रोकने से शरीर में कई बीमारियां पैदा हो सकती है, जिसमें किडनी आम समस्या है, जो हर दूसरे व्यक्ति में देखने को मिलती है. पेशान को लंबे समय तक रोकने से सबसे ज्यादा गंभीर प्रभाव किडनी पर पड़ता है, जिसकी वजह से पथरी हो सकती है. इससे पेट दर्द काफी हद तक बढ़ सकता है. यूरिन में यूरिक एसिड और कैल्शियम ऑक्सलेट मौजूद होने से लंबे समय तक पेशाब रोकने से पथरी का खतरा बढ़ जाता है.

यूरिन लीकेज

लंबे समय तक पेशाब रोकने से बढती उम्र के साथ यूरिन लीकेज की समस्या भी काफी हद तक हो सकती है. पेशाब रोकना ब्लैडर को कमजोर कर सकता है, जिसके कारण यूरिन लीकेज की समस्या हो सकती है. ऐसे में पेशाब को न रोकना ज्यादा सेहत के लिए बेहतर होता है. देर तक पेशाब को रोकना कई गंभीर बीमारियों को न्यौता दे सकती है.

Back to top button