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फिलिस्‍तीन समर्थन मुद्दे पर उस्‍मान ख्‍वाजा को मिला पैट कमिंस का साथ,ICC ने की ये कार्रवाई

नई दिल्लीः गाजा हमला मामले में फिलिस्‍तीन के पक्ष में आवाज उठाने पर क्रिकेट की शीर्ष संस्‍था आईसीसी की नाराजगी झेलने वाले पाकिस्‍तानी मूल के ऑस्‍ट्रेलियाई क्रिकेटर उस्‍मान ख्‍वाजा को माइकल होल्डिंग का समर्थन हासिल हुआ है.वेस्‍टइंडीज के दिग्‍गज तेज गेंदबाज होल्डिंग ने ICC के फैसले पर सवाल उठाया है. बता दें, फिलिस्‍तीन मुद्दे पर दुनिया का ध्‍यान आकर्षित करने के लिए ख्‍वाजा ने पाकिस्‍तान के खिलाफ पर्थ टेस्‍ट में बांह पर काली पट्टी बांधकर विरोध दर्ज कराया था जिसके लिए आईसीसी ने उन्‍हें फटकार लगाई थी.

ICC की कार्रवाई पाखंड

वेस्‍टइंडीज के मशहूर तेज गेंदबाजी चौकड़ी के अहम सदस्‍य रहे होल्डिंग ने कहा कि आईसीसी की इस प्रतिक्रिया में संगठन के तौर पर नैतिकता की साफ कमी नजर आती है.’द वीकेंड ऑस्ट्रेलियन’ से बात करते हुए होल्डिंग ने कहा, ‘मैं उस्‍मान ख्वाजा मामले पर नजर रखे हुए और यह नहीं कह सकता कि मैं आईसीसी के रुख से हैरान हूं.अगर ज्‍यादातर अन्य संगठन ऐसे मुद्दों पर अपने रवैये और व्यवहार में कुछ हद तक निरंतरता और एकरूपता दिखाते तो जरूर हैरान होता. एक बार फिर उन्‍होंने (ICC) ने पाखंड (दोहरा मापदंड) और एक संगठन के तौर पर नैतिक मूल्‍यों के प्रति कमी को दर्शाया है.

पैट कमिंस ने दिया उस्‍मान ख्‍वाजा का साथ

गाजा मानवीय संकट के बारे में जागरूकता बढ़ाने के प्रयास में ख्वाजा को पहले पर्थ में पाकिस्तान के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया के पहले टेस्ट के दौरान अपने जूतों पर “सभी जीवन समान हैं” और “स्वतंत्रता एक मानव अधिकार है” स्लोगन लगाने से रोक दिया गया था। फिर, उन्होंने मैच के दौरान काली पट्टी पहनी थी लेकिन ऐसा करने पर आईसीसी ने उन्हें फटकार लगाई। कमिंस ने कहा, “सभी जीवन समान हैं और मुझे नहीं लगता कि यह बहुत अपमानजनक है। वह अपना सिर ऊंचा रख सकता है, लेकिन हमें नियमों का भी ध्यान रखना है। इसलिए, मेरा मानना है कि आईसीसी ने कहा है कि वे इसे मंजूरी नहीं देंगे। वे नियम बनाते हैं और आपको इसे स्वीकार करना होगा। “मैंने उज्जी से काफ़ी बात की है। मैं ज़्यादा गहराई में नहीं जाऊंगा, लेकिन यह वास्तव में वैसा ही है जैसा उसने सार्वजनिक रूप से कहा है। वह सभी जीवन को समान रूप से देखता है। वह वहां युद्ध को एक युद्ध के रूप में देखता है, जिस पर वह प्रकाश डालने की कोशिश कर रहा है। हम उसका समर्थन करते हैं।” दाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने ऑस्ट्रेलियाई टीम में ऐसा माहौल बनाने की भी बात कही जहां खिलाड़ी अपने विश्वास पर कायम रहें।

ICC ने की ये कार्रवाई

बता दें, आईसीसी नियमों के तरह क्रिकेटर अंतरराष्‍ट्रीय मैचों के दौरान किसी भी तरह के सियासी, धार्मिक या नस्‍लीय संदेश का प्रचार प्रसार नहीं कर सकते.इस मामले में विवाद तब हुआ था जब ख्‍वाजा को ‘आल लाइव्‍ज आर इक्‍वल (सभी जिंदगी समान हैं)’ और ‘फ्रीडम इज ए ह्यूमन राइट (आजादी एक मानवाधिकार)’ संदेश लिखे शूज पहनकर मैच में उतरने से रोक इस आधार पर रोक दिया गया था कि ऐसा करना आईसीसी के क्‍लोदिंग और एक्विपमेंट नियमों का उल्‍लंघन होगा.बाद में ख्‍वाजा ने बांह पर काली पट्टी बांधकर गाजा मामले में इसरायल की कार्रवाई के प्रति विरोध जताया था. बता दें, उस्‍मान ख्‍वाजा का जन्‍म 18 दिसंबर 1986 को पाकिस्‍तान के इस्‍लामाबाद शहर में हुआ था. बाद में उनके पिता ऑस्‍ट्रेलिया शिफ्ट हो गए थे जहां से एक क्रिकेटर के तौर पर उस्‍मान ने अपने करियर का आगाज किया था.

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