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IPL 2024: आईपीएल से खत्म हो जाएगा ये बड़ा नियम,पूर्व क्रिकेटर ने की बड़ी मांग


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नई दिल्लीः आईपीएल के रोमांच को दोगुना करने के लिए साल 2023 में इम्पैक्ट प्लेयर रूल को लाया गया था. इस नियम के तहत किसी भी मैच में कोई भी टीम 12 खिलाड़ियों को मैदान पर उतार सकती है. मैच के दौरान टीमों ने इस नियम का खूब इस्तेमाल किया, हालांकि अब इस नियम को लेकर पूर्व क्रिकेटर ने सवाल उठाते हुए इसे वापस लेने की मांग की है.

टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर वसीम जाफर ने की बड़ी मांग

इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल 2024) की तैयारियां काफी तेजी से चल रही है। 19 दिसंबर को दुबई में खिलाड़ियों पर बोली लगने वाली है। वहीं इस बार आईपीएल से एक बड़ा नियम खत्म हो सकता है। जिसको लेकर काफी समय से चर्चाएं भी चल रही है। जी हां हम बात कर रहे हैं इम्पैक्ट प्लेयर नियम की।इस नियम ने आईपीएल में काफी रोमांच भी पैदा किया था। पिछले सीजन में इस नियम को हर टीम ने लागू किया था। लेकिन अब इस नियम को हटाने के लिए टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर वसीम जाफर ने मांग की है। वसीम जाफर का मानना है कि ये नियम टीम इंडिया के लिए काफी खतरनाक है।

आईपीएल में टीमों ने ऑलराउंडर्स को ज्यादा महत्व नहीं दिया

पूर्व क्रिकेटर वसीम जाफर ने कहा, आईपीएल को इम्पैक्ट प्लेयर रूल को खत्म करने की जरूरत है. इस नियम ऑल राउंडर को ज्यादा गेंदबाजी के लिए प्रोत्साहित नहीं कर पा रहा है और ऑलराउंडर्स की कमी है, बल्लेबाज गेंदबाजी नहीं कर पा रहे हैं जो कि भारतीय क्रिकेट टीम के लिए चिंता का विषय है.बता दें कि इस नियम के सामने आने के बाद आईपीएल में टीमों ने ऑलराउंडर्स को ज्यादा महत्व नहीं दिया. टीमें मैच में छह बल्लेबाज और पांच गेंदबाज के साथ मैदान में उतरने लगी. वसीम जाफर के इस बयान का मतलब भविष्य में टीम में ऑल राउंडर्स की कमी की तरफ है.

जैक कैलिस ने भी उठाए थे सवाल

इससे पहले साउथ अफ्रीका के दिग्गज ऑल राउंडर जैक कैलिस ने इस पर सवाल उठाए थे. उन्होंने कहा था कि मैं इसका बहुत बड़ा प्रशंसक नहीं हूं, क्योंकि यह आपकी टीम में ऑलराउंडर की भूमिका खत्म कर देता है. जिन टीमों के पास अच्छे ऑलराउंडर खिलाड़ी नहीं हैं वे अब 12 खिलाड़ियों के साथ खेल रही हैं

इम्पैक्ट प्लेयर नियम का उपयोग घरेलू मैचों में भी तेजी से किया जा रहा है

इम्पैक्ट प्लेयर नियम से टीमें ऑलराउंडरों पर कम भरोसा कर सकती हैं। पहले एक टी20 टीम में छह बल्लेबाज, चार गेंदबाज और एक ऑलराउंडर शामिल होता था। जिस टीम में जितने अधिक हरफनमौला खिलाड़ी होते थे, वह टीम उतनी ही अधिक ‘संतुलित’ दिखाई देती थी।टीमें अब छह विशेषज्ञ बल्लेबाजों और पांच गेंदबाजों के साथ खेल सकती हैं, मैच की स्थिति के आधार पर एक अतिरिक्त बल्लेबाज या गेंदबाज उपलब्ध होगा। यह नियम, जिसका उपयोग घरेलू मैचों में भी तेजी से किया जा रहा है, बस उन्हें ऑलराउंडरों के बिना भी संतुलित करने की अनुमति देता है।

क्या है इम्पैक्ट प्लेयर नियम?

आईपीएल में इम्पैक्ट प्लेयर नियम को लागू करने के लिए कप्तान को टॉस के दौरान टीम की प्लेइंग इलेवन के साथ पांच ऐसे खिलाड़ियों के नाम देने होते है। जिनको वो मैच के दौरान इस्तेमाल कर सकते हैं। हालांकि मैच के दौरान इन पांच खिलाड़ियों में से कप्तान एक ही खिलाड़ी को बतौर सब्स्टीट्यूट खिलाड़ी के तौर पर इस्तेमाल कर सकता है। इस नियम के आने के बाद टीम में 11 की जगह 12 खिलाड़ी खेलते हैं और 12वें खिलाड़ी को ही यहां इम्पैक्ट प्लेयर कहा जाता है।इस नियम के आने के बाद देखा गया कि मैच के दौरान ज्यादातर कप्तानों ने ऑलराउंडर्स को मैच में मौका नहीं दिया। अब यहां पर वसीम जाफर की चिंता बिल्कुल जायज दिख रही है। क्योंकि वनडे विश्व कप 2023 में हार्दिक पांड्या के चोटिल होने के बाद टीम को उनसे जैसा कोई दूसरा ऑलराउंडर नहीं मिला, जिसका खामियाजा टीम इंडिया को भुगतना पड़ा था।

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