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विज्ञान

हैप्पी बर्थडे! Google… कैसे पड़ा गूगल नाम – जानिए


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नई दिल्ली –
गूगल आज अपना 23वां बर्थडे सेलिब्रेशन कर रहा है। इसके लिए उसने एक डूडल तैयार किया है, जिसमें केक और कैंडल नजर आ रही है। केक पर 23 नंबर को लिखा है। गूगल को ज्यादातर यूजर्स सर्च इंजन के नाम से ही जानते हैं, लेकिन ये ऐसी कंपनी है जिसके पास कुल 201 प्रोडक्ट्स और सर्विसेज हैं। इसमें जीमेल, गूगल प्लस, गूगल ड्राइव, गूगल फोटोज, डॉक्स, गूगल मैप्स, यूट्यूब, क्रोम, क्लाउड प्रिंट, प्ले स्टोर, एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम समेत अन्य हैं।

गलती से पड़ गया गूगल का नाम
गूगल सर्च इंजन के नाम की स्पेलिंग उसके संस्थापकों द्वारा की गई गलती के कारण GOOGLE लिखी गई। इसका नाम लिखते समय गलती से GOOGLE लिख दिया गया। इस कंपनी को असल में GOOGOL नाम दिया जाना था।

गूगल डूडल का नया कॉन्सैप्ट
गूगल का पहला डूडल ‘बर्निंग मैन फेस्टिवल’ पर 1998 में बनाया गया था। इसमें गूगल का सर्च पेज बदल दिया गया था। मई 2012 में गूगल ने अपने डूडल को नया रूप दिया। यह एक गेम के रूप में था, ऐसा पहली बार हुआ था कि यूजर गूगल डूडल के साथ खेल सकता था। यह गेम Pac-Man वीडियो गेम के 30 साल पूरे होने की खुशी में बनाया गया था। इसी साल गूगल ने अपना पहला एनिमेटेड (कार्टून) डूडल अपडेट किया था। यह जॉन लेनन के 70 वें जन्मदिन के कारण बनाया गया था।

  1. 50 अलग भाषाओं में Gmail लॉन्च हुआ
    गूगल की ई-मेल सर्विस GMAIL 16 दिसंबर 2005 में लॉन्च की गई थी। इस सर्विस को 50 अलग-अलग भाषाओं में लॉन्च किया गया। GMAIL का आइडिया राजन सेठ ने दिया था जब वो गूगल में इंटरव्यू देने के लिए गए थे। इस आइडिया को बाद में पॉल बुचे (Paul Buchhe) ने असली आकार दिया। शुरुआती दौर में GMAIL को सिर्फ गूगल कंपनी के कर्मचारियों के लिए बनाया गया था। अप्रैल 1, 2004 को इसे आधिकारिक तौर पर दुनिया भर के यूजर्स के लिए शुरू करने की घोषणा की गई। मिठाइयों पर क्यों रखे गए एंड्रॉयड के नाम?
    एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम मार्केट में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला मोबाइल ओएस बन गया है। नंबर वन ऑपरेटिंग सिस्टम होने के साथ-साथ इस ऑपरेटिंग सिस्टम के नाम को लेकर कई लोगों के मन में सवाल उठता होगा कि आखिर इसका नाम मिठाइयों के नाम पर क्यों रखा गया है। गूगल के एक कर्मचारी रैनडल सराफा (Randall Sarafa) के हिसाब से यह टीमवर्क के कारण है। इस बारे में कंपनी ने आधिकारिक खुलासा नहीं किया है। आपको बताते चलें की गूगल के एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम को ABCD के अल्फाबेट के हिसाब से नाम दिए गए हैं। Cupcake, Donut, Eclair, Froyo, Gingerbread, Honeycomb, Ice Cream Sandwich, Jelly Bean, itKat, Lollipop, Marshmallow, Nougat, Oreo और Pie है। इसके बाद कंपनी ने एंड्रॉयड 10, एंड्रॉयड 11 और एंड्रॉयड 12 नाम से ओएस को रिलीज किया।

. पेज और ब्रिन बेचना चाहते थे गूगल को
शुरुआती दौर में गूगल के संस्थापक सर्जी ब्रिन और लैरी पेज गूगल को बेचने के लिए एक्साइट कंपनी के CEO के पास गए थे। यह दोनों गूगल कंपनी को 1 मिलियन डॉलर में बेचना चाहते थे। एक्साइट कंपनी की तरफ से गूगल को सिर्फ 750000 डॉलर ही ऑफर किए गए। उस समय ये सौदा नहीं हो पाया और गूगल ने बाद में इतना विशाल रूप ले लिया।

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