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लाइफस्टाइल

Vitamin D की कमी बन सकती है Infertility की वजह

नई दिल्ली – प्रेगनेंट होने के लिए महिलाओं को कई बातों का ध्‍यान रखना पड़ता है। शरीर में कुछ कमियों की वजह से फर्टिलिटी प्रभावित हो सकती है और आपके मां बनने के सपने में देरी हो सकती है। इन्‍हीं में से एक तरह की डेफिशिएंसी है विटामिन डी की कमी, जो फर्टिलिटी को प्रभावित करती है।

विटामिन डी की कमी से बच्चों में रिकेट्स की समस्या

विटामिन डी की कमी से बच्चों में रिकेट्स की समस्या होती है और वयस्कों में ऑस्टियोपेनिया, ऑस्टियोपोरोसिस और फ्रैक्चर की समस्या बढ़ जाती है। विटामिन डी की कमी से आम कैंसर, ऑटोइम्यून बीमारियों, उच्च रक्तचाप और संक्रामक रोगों का खतरा भी बढ़ जाता है।अब हाल ही में हुए शोध से पता चलता है कि विटामिन डी की कमी प्रजनन संबंधी समस्याओं में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस) जो महिला प्रजनन संबंधी जटिलताओं से भी संबंधित है, विटामिन डी की कमी के कारण बढ़ सकता है।

विटामिन डी और इनफर्टिलिटी में कनेक्शन

डॉक्टर बताती हैं कि बांझपन यानी इनफर्टिलिटी शायद ही सीधे तौर पर विटामिन डी की कमी के कारण होता है। फिर भी विटामिन डी का कम स्तर कुछ बीमारियों या परिस्थितियों के लिए एक योगदान कारक हो सकता है, जो प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर सकते हैं। इन स्थितियों में निम्न शामिल हैं-

पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम

कुछ स्टडीज में विटामिन डी की कमी और पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस) के बीच एक संभावित संबंध देखने को मिला है। पीसीओएस ओवेरियन मेल्फंक्शन और हार्मोनल असंतुलन के कारण होने वाली एक प्रचलित बीमारी है, जिसके परिणामस्वरूप कभी-कभी इनफर्टिलि हो सकती है।

विटामिन डी से फर्टिलिटी में सुधार

विटामिन डी सेक्‍स हार्मोन बनाने में भी मदद करता है। शरीर में इस विटामिन की पर्याप्‍त मात्रा में सेक्‍स हार्मोन से फर्टिलिटी मजबूत होती है और पीसीओएस, पीएमएस और यहां तक कि फर्टिलिटी की समस्‍याएं भी कम होती हैं। विटामिन डी पुरुषों के स्‍पर्म को भी गतिशील बनाने में मदद करता है जिससे महिला को जल्‍दी प्रेगनेंट होने में आसानी होती है।

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