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क्यों कटा हुआ रहता हैं सिम कार्ड का एक कोना, जानिए क्या है इस डिजाइन का राज

नई दिल्ली: सिम कार्ड का फुल फॉर्म सब्सक्राइबर आइडेंटिटी मॉड्यूल या सब्सक्राइबर आइडेंटिफिकेशन मॉड्यूल है। यह कार्ड ऑपरेटिंग सिस्टम (COS) को संचालित करने वाला एक एकीकृत सर्किट है, जो अंतरराष्ट्रीय मोबाइल ग्राहक पहचान (IMSI) नंबर और उसके सहयोगियों को सुरक्षित रूप से संग्रहीत करता है। यह नंबर और मोबाइल टेलीफोनी उपकरणों (जैसे मोबाइल फोन और कंप्यूटर) पर ग्राहकों को पहचानने और प्रमाणित करने के लिए उपयोग किया जाता है।

मोबाइल फोन में इस्तेमाल किया जाने वाला सिम कार्ड 25 मिमी चौड़ा, 15 मिमी लंबा और 0.76 मिमी मोटा होता है। यदि आपने सिम कार्ड देखा है, तो आपने देखा होगा कि एक कोने को छोटा कर दिया जाता है। सिम कार्ड के एक कोने पर कट के निशान का मुख्य कारण सिम कार्ड और मोबाइल फोन कार्ड धारक पिन के संपर्क को ठीक से स्थापित करना है। सिम कार्ड पिन नंबर 1 मोबाइल फोन के सम्बंधित पिन के साथ संपर्क किया जाना चाहिए। कट मार्क मोबाइल फोन में सिम कार्ड में सही जगह के लिए एक गाइड के रूप में कार्य करता है।

अगर सिम कार्ड कट का कोई निशान नहीं है, तो हमारे लिए इसे मोबाइल फोन में ठीक से डालना मुश्किल होगा। मोबाइल फोन में सिम कार्ड गलत साइड में डालने का खतरा रहता है। इस तरह सिम कार्ड को एक कोने में काट दिया जाता है ताकि यह आसानी से पता चल सके कि मोबाइल फोन में सिम कार्ड किस तरफ डाला जाना है। अब फोन में देखें तो सिम कार्ड ट्रे में भी दाईं ओर से सिम कार्ड डालने का निशान होता है, यानी सिम कार्ड के कोने के हिसाब से सिम ट्रे में जगह होती है।

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