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लंबे समय तक बैठे रहने से सेहत को हो सकता है बड़ा नुकसान,बीच में ब्रेक लेना भी है जरूरी


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नई दिल्लीः आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में ऑफिस में घंटों बैठे रहना आम बात हो गई है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह आपकी सेहत के लिए हानिकारक साबित हो सकता है? दक्षिण अफ्रीका में हुए एक अध्ययन से इस बात का पता चलता है कि ऑफिस में लंबे समय तक बैठे रहने से न केवल आपकी फिजिकल एक्टिविटी कम होती है, बल्कि इससे कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं भी पैदा हो सकती हैं.

लंबे समय तक बैठे रहने से सेहत को हो सकता है बड़ा नुकसान

आजकल लोग ऑफिस की काम की वजह से लगातार 8-9 घंटे बैठे ही रह जाते है। जो आपके सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। इससे आपको कई परेशानियां का सामना करना पड़ सकता है। अगर आप लंबे समय तक सीटिंग जॉब करते हैं तो इससे शरीर की कोशिकाएं कमजोर होती हैं और इम्यून सिस्टम भी प्रभावित होता है। इसके अलावा भी कई गंभीर समस्याएं हो सकती हैं।दक्षिण अफ्रीका के जोहानसबर्ग में हुए इस अध्ययन में 122 ऑफिस वर्कर्स को शामिल किया. प्रतिभागियों में अधिकांश महिलाएं (68%) थीं, जिनकी औसत आयु 40 वर्ष थी. अध्ययन में पाया गया कि जो लोग ऑफिस में 8 घंटे से ज्यादा बैठे रहते थे, उनमें दिल की बीमारी, डायबिटीज और कुछ खास तरह के कैंसर का खतरा बढ़ जाता है.

फिजिकल एक्टिव नहीं रहना सेहत के लिए खतरा

अध्ययन के मुख्य शोधकर्ता नील एफ. गॉर्डन का कहना है कि शारीरिक रूप से एक्टिव नहीं रहना एक गंभीर पब्लिक हेल्थ समस्या है. ऑफिस में लंबे समय तक बैठे रहने से न केवल आपकी मांसपेशियां कमजोर होती हैं, बल्कि इससे ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ सकता है और साथ ही टाइप-2 डायबिटीज का खतरा भी बढ़ जाता है.एक्सपर्ट का कहना है कि हर घंटे में कम से कम 5-10 मिनट के लिए आपको जरूर उठना चाहिए और अपने मसल्स को स्ट्रेच करना चाहिए। अगर आप काफी समय तक एक ही जगह पर बैठे रहते हैं, तो दिल की बीमारी के साथ-साथ कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। आइए जानते हैं, एक ही जगह पर लगातार बैठने से सेहत को क्या नुकसान हो सकता है।

एथेरोस्‍क्लेरोसिस का खतरा

एथेरोस्‍क्लेरोसिस में आपकी शरीर की नसें सिकुड़ जाती है, इसकी वजह से नसों में ब्लड का प्रवाह रुक जाता है। इसे एथरोस्‍क्लेरोटिक कार्डियोवस्‍कुलर डिजीज भी कहते हैं जिसके कारण हार्ट अटैक, स्‍ट्रोक और पेरिफेरल वैस्कुलर डिजीज जैसी बीमारियों का खतरा रहता है।

डीप वेन थ्राम्बोसिस

लंबे समय तक बैठे रहने से आपको डीप वेन थ्राम्बोसिस (DVT) होने की संभावना बढ़ जाती है. डीप वेन थ्राम्बोसिस एक ब्लड क्लॉट है, जो शरीर में गहराई में मौजूद नसों में बनता है। ज्यादातर मामलों में ये क्लॉट पैरों या जांघ में बनते हैं। अगर डीप वेन थ्रोम्बोसिस में बना क्लॉट अपनी जगह से हिल जाता है, तो लंग्स को नुकसान पहुंचाता है।

हाई ब्लड प्रेशर

ज्यादा देर तक एक ही जगह बैठे रहने से ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। शारीरिक गतिविधि की कमी और ब्लड सर्कुलेशन की कमी के कारण हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो जाती है। यह हार्ट अटैक होने का मुख्य कारण है। इसलिए रोजाना एक्सरसाइज करें और कोशिश करें कि एक समय पर ज्यादा देर एक ही स्थान पर न बैठें, बीच-बीच में वॉक करें। इससे ब्लड प्रेशर नहीं बढ़ेगा साथ ही दिल की बीमारी का खतरा कम होगा।

मोटापे का खतरा

लंबे समय तक बैठे रहने से कैलोरीज कम बर्न होती है। जिससे वजन बढ़ सकता है। अधिक वजन बढ़ने से दिल पर अधिक प्रेशर पड़ता है। इसके साथ ही हाई कोलेस्ट्रोल और डायबिटीज का खतरा भी रहता है। इसलिए नियमित व्यायाम और लगातार बैठने के इंटरवेल को कम करके आप वजन को नियंत्रित रख सकते हैं, जिससे कई बीमारियों से आप बच सकते हैं।

पाचन ग्रंथि में बदलाव

लंबे समय तक एक जैसी स्थिति में बैठे रहने से पाचक ग्रंथि अधिक सक्रिय हो जाती है और इस कारण से ज्यादा इंसुलिन पैदा होता है। इस हार्मोन से कोशिकाओं को ग्लूकोज मिलता है, लेकिन बैठे रहने से मांसपेशियों की कोशिकाएं निष्क्रिय होती जाती हैं। इसके चलते बॉडी में ज्यादा मात्रा में इंसुलिन बनता है और आगे जाकर मधुमेह और अन्य बीमारियां हमें घेर लेती हैं।

मांसपेशियों में कमजोरी

जब आप खड़े होते हैं या किसी भी काम में सक्रिय होते हैं, तो मांसपेशियां काम करती रहती हैं। लेकिन जब आप केवल बैठे रहते हैं, तो पीठ और पेट की मांसपेशियां ढीली पड़ने लगती हैं। इस स्थिति के चलते आपके कूल्हों और पैरों की मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं।

मेंटल हेल्थ पर असर

लंबे समय तक बैठे रहने से मस्तिष्क भी प्रभावित होता है और इसकी कार्यप्रणाली भी धीमी हो जाती है। मांसपेशियों की सक्रियता से मस्तिष्क में ताजे खून और ऑक्सीजन की मात्रा पहुंचती रहती है, जिससे आपका दिमाग सक्रिय रहता हैं और आपको बोरियत महसूस नहीं होती। लेकिन बैठे रहने से मस्तिष्क की क्षमता पर भी बुरा असर पड़ सकता है।कोई भी नहीं चाहता है कि आलस की वजह से हमारा जीवन और शरीर बिल्कुल निष्क्रिय हो जाये, और हम मोटे हो जायें।

गरम पानी का सेवन करे

पेट की चर्बी को कम करने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप रोज सुबह गुनगुना पानी पिएं। सर्दी हो या गर्मी, कभी भी बिल्कुल ठंडा पानी न पिएं। अगर गर्म पानी उपलब्ध नहीं है, तो सामान्य पानी पिएं। आपको हर दिन कम से कम 3 लीटर पानी जरूर पीना चाहिए।

स्वस्थ रहने के लिए जरूरी हैं ये टिप्स

अध्ययन के नतीजों के बाद विशेषज्ञों ने कुछ सुझाव दिए हैं, जिन्हें अपनाकर आप ऑफिस में लंबे समय तक बैठने के नुकसान से बच सकते हैं.

  • हर घंटे उठकर थोड़ा चलें: अपनी कुर्सी से उठकर थोड़ा टहलें, पानी पिएं या फिर कुछ स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज करें.
  • स्टैंड-अप डेस्क का इस्तेमाल करें: जहां संभव हो, ऑफिस में स्टैंड-अप डेस्क का इस्तेमाल करें. इससे आप बैठने के समय को कम कर सकते हैं.
  • सीढ़ियों का इस्तेमाल करें: लिफ्ट की जगह सीढ़ियों का इस्तेमाल करने से आपकी शारीरिक गतिविधि बढ़ेगी.
  • व्यायाम: व्यायाम को अपनी दिनचर्या न भूलें.

योग और स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज

इसीलिए रोज़ सुबह सूर्या नमस्कार ज़रूर करें। इसका अभ्यास करने से आप पूरा दिन चुस्त महसूस करेंगे। साथ ही, अपनी दैनिक दिनचर्या के दौरान स्ट्रेचिंग एक्स्सरसाइज़ ज़रूर करें जैसे ताड़ासन आदि।

यह भी ध्‍यान रखें

कुर्सी या स्टूल पर बैठें, इससे आपकी सभी महत्वपूर्ण मांसपेशियां सक्रिय हो जाती हैं।
अगर आप वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं या अन्य कोई काम कर रहे हैं जिसकी वजह से आप अपनी
बॉडी को ज्यादा एक्टिव नहीं रख पा रहे हैं, तो बीच-बीच में थोड़ी देर के लिए चलना शुरू कर दें।
भले ही चलने की रफ्तार धीमी हो, लेकिन इससे भी आपकी मांसपेशियां सक्रिय होती हैं।
आप योग मुद्राओं का अभ्यास कर सकती हैं।
इसके अलावा घंटों एक ही पोजीशन में न बैठे रहें, बल्कि हर 1 घंटे में 3-4 मिनट चहलकदमी करें और शरीर को स्ट्रेच करें, फिर बैठें।

घट जाएगी जीवन की अवधि

बहुत देर तक बैठे रहने से आपको कई स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, जैसे दिल का दौरा, डायबिटीज, कैंसर और हाई ब्लड प्रेशर आदि. फिजिकल हेल्थ का मेंटल हेल्थ पर भी प्रभाव पड़ता है. लोगों में टेंशन और डिप्रेशन जैसी मेंटल हेल्थ से जुड़ी परेशानियों के पैदा होने का खतरा भी ज्यादा रहता है.

वेट बढ़ना

हेल्थलाइन की रिपोर्ट के मुताबिक, जब हम दिन भर लगातार बैठे रहते हैं तो लिपोप्रोटीन लाइपेस जैसे मॉलिक्यूल्स उतना रिलीज नहीं हो पाते हैं, जिससे वजन बढ़ने का खतरा पैदा हो जाता है. यहां तक कि आप मोटापे का शिकार भी हो सकते हैं.

पूरे दिन थकान

जब आप ज्यादा देर तक बैठे रहते हैं तो आपको और ज्यादा थकान महससू होती है. लगातार 7 से 8 घंटे तक एक ही पॉजिशन में बैठे रहने से थकावट होने लगती है, जो आपके बाकी कामों को प्रभावित करती है.

पॉश्चर इम्बैलेंस

जब हम बहुत देर तक एक ही पॉजिशन में बैठे रहते हैं तो कभी नीचे झुकते हैं तो कभी सीधे बैठ जाते हैं. इससे पॉश्चर इम्बैलेंस की प्रॉब्लम पैदा हो सकती है यानी आपका पॉश्चर बिगड़ सकता है. इससे शरीर के अलग-अलग हिस्सों में दर्द का भी अनुभव होता है. यह रीढ़ की हड्डी पर भी दबाव पैदा करता है.

पीठ और गर्दन में दर्द

ज्यादा देर तक बैठे रहने से आपकी कमर, पीठ और गर्दन में दर्द पैदा हो सकता है. जब हम लंबे समय तक बैठे रहते हैं तो हमारी पीठ के निचले हिस्से और नसों आदि पर ज्यादा दबाव पड़ता है. इसके अलावा, स्क्रीन के साथ ज्यादा वक्त बिताने से गर्दन में अकड़न भी शुरू हो जाती है.

निष्कर्ष

ऑफिस में लंबे समय तक बैठने से बचना ही आपकी सेहत के लिए सबसे अच्छा है. ऊपर बताए गए सुझावों को अपनाकर आप न सिर्फ शारीरिक रूप से स्वस्थ रह सकते हैं, बल्कि मानसिक रूप से भी तरोताजा महसूस कर सकते हैं.

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