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विज्ञान

विज्ञान की अलग धारणा समय की भी है कोई उम्र है या फिर है अनंत

नई दिल्ली – क्या समय अनंत है या फिर उसका भी अंत हो सकता है या वह भी ब्रह्माण्ड के अस्तित्व (Existence of Universe) के साथ बंधा हुआ है. ऐसे सभी प्रश्नों को लेकर विज्ञान का अपना नजरिया (Science point of view) है. विज्ञान भी मानता है कि जिसका सृजन हुआ है उसका अंत भी होता है. इस लिहाज से समय, जो ब्रह्माण्ड के साथ शुरू हुआ था.

ब्रह्माण्ड की शुरुआत एक बहुत छोटे संकुचित जगह से हुई थी, किसी वजह से ( भी तक पता नहीं क्यों) अचानक उसमें विस्तार होने लगा और इसके विस्तार की रफ्तार भी बढ़ती गई. ब्रह्माण्ड के विस्तार की इस धारणा या प्रतिमान (Model) को बिग बैंग कहते हैं. बिग बैंग की धारणा से अधिकांश वैज्ञानिक सहमत हैं. ब्रह्माण्ड का ज्यादा तेजीसे विस्तार हो रहा है. लेकिन अभी तक यह पता नहीं चला है कि ऐसा आखिर क्यों है. माना जा रहा है कि इसका संबंध निर्वात अंतरिक्ष की ऊर्जा का हाथ हो सकता है. यह नए प्रकार का ऊर्जा क्षेत्र हो सकता है या फिर पूरी ही तरह से नई भौतिकी ही हो सकती है. इसे अभी समझा नहीं जा सका है इसीलिए इसे डार्क एनर्जी कहा गया है. फिर भी इसका उपयोग कई तरह की परिघटनाओं की व्याख्या में होने लगा है.

बिग क्रच भी ब्रह्माण्ड का अंत नहीं होगा, बल्कि यह केवल बीच की स्थिति ही होगा. इस तरह से ब्रह्माण्ड अनंत तक विस्तारित होगा और फिर अनंत समय तक संकुचित भी होगा उसके बाद फिर बैंग होगा और ब्रह्माण्ड का फिर से विस्तार होने लगेगा. इस बिग बाउंस के माहौल में समय की शुरुआत और अंत की कोई स्थिति नहीं होगी.

ब्रह्माण्ड हमेशा के लिए विस्तारित नहीं हो पाएगा. लेकिन एक समय आएगा कि ब्रह्माण्ड इतना विस्तारित हो जाएगा कि पूरा पदार्थ अलग अलग हो जाएगा और तब ब्रह्माण्ड का अस्तित्व ही खत्म हो जाएगा जिसके बाद समय का भी अंत हो जाएगा. इसके अलावा एक स्थिति यह भी हो सकती है कि ब्रह्माण्ड विस्तारित होनां बंद कर देगा और फिर सिकुड़ना या संकुचित होना शुरू हो जाएगा. इस बिग क्रंच कहा जाता है. इस स्थिति में ब्रह्माण्ड छोटा होता जाएगा, गैलेक्सी विलय करने लगेंगी और सभी पदार्त एक साथ जुड़ता चला जाएगा और एक छोटे से महीन स्थान में सिमट जाएगा जब समय का अंत हो जाएगा.

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