इंसान ने कब सीखा आग पर काबू पाना -जाने
मुंबई – मानव (Prehisotrical Man) के लिए आग जलाना (Fire) सीखना एक बड़ी उपलब्धि मानी जाती है. इससे वह पका कर खाना सीख सका जिससे उसके मस्तिष्क के विकास में मदद मिली. रात को आग जलाकर रोशनी मिलने लगी. ठंड में आग तापकर खुद को बचाने में कामयाब हो सका और इस तरह के कई काम करने लगा जिसमें आग का उपयोग होता था. लेकिन यह केवल कोई एक खोज नहीं थी.
आग में जले हुए पदार्थ के अवशेषों के विश्लेषण से पता चला है कि आग बुझाने का काम आदिमानव ने करीब 15 लाख साल पहले सीख लिया था. लेकिन अब वैज्ञानिकों ने आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस का उपयोग कर इजराइल की एक उत्तर पाषाणकालीन स्थल में अलाव के छिपे हुए संकेत पता लगाने के लिए किया. जो करीब 10 लाख साल पुराना है.
इजराइल में कीमेल सेंटर फॉर आर्कियोलॉजिक साइंस के पुरातत्व विद जाने स्टेप्काऔर उनके साथियों ने इस थर्मामीटर का उपयोग इस स्थल की पथरीली कलाकृतियों के अध्ययन के लिएकिया जो करीब 10 से 8 लाख साल पुरानी थीं. ये कलाकृतियां पीली भूरी मिट्टी में जानवरों के जीवाश्म के साथ मिली थी जो लाल मिट्टी के ऊपर जमी थी. वहां किसी तरह के दृष्टिगत या जाहिर संकेत नहीं पाए गए थे.
आमतौर पर पुरातत्व स्थलों में से आग के संकेतों की पहचान करे में दिखाई देने वाले संकेत जैसे मिट्टी का बदला रंग, पदार्थों का चटकना और सिकुड़ना आदि शामिल होते हैं. नए अध्ययन में शोधकर्ताओं ने स्पैक्ट्रोस्कोपिक थर्मामीटर का उपयोग किया जो डीप लर्निंग अल्गॉरिदम के विशलेषण के जरिए महीन रासायनिक बदलाव की पहचान कर सकते हैं. इससे जीवाश्म और पत्थरों का ऊष्मा से संपर्कन का आंकलन हो सकता है.