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आत्मसमर्पण कर चुके नक्सली जोड़े की पुलिस ने कराई शादी, बड़े अधिकारियों ने की शिरकत

नई दिल्ली: कालाहांडी पुलिस ने शुक्रवार को आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों रामदास और कलामदेई की शादी करवाई। इन्होंने 2020 में हथियार डाल दिए थे। शादी भवानीपटना के रिजर्व पुलिस परिसर में एक मंदिर में हुई। समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में कोरापुट के पुलिस उपाधीक्षक राजेश पंडित शामिल हुए। इस अवसर पर कालाहांडी जिले के पुलिस अधीक्षक कालाहांडी डॉ. सरवन विवेक एम, सीआरपीएफ 64वें बटालियन के कमांडेंट बिब्लब सरकार सहित अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी उपस्थित थे।

कालाहांडी पुलिस ने कहा कि एसीएम कैडर केसब वेलाडी (रामदास) ने फरवरी 2020 में कालाहांडी पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था और उन्हें ओडिशा सरकार की समर्पण और पुनर्वास नीति के अनुसार उसे सभी पुनर्वास लाभ दिए गए। कलामदेई मांझी (गीता) ने जनवरी 2016 में कालाहांडी पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया था और उसका पुनर्वास भी किया गया। सरकार की पुनर्वास नीति के तहत रामदास को 3.98 लाख रुपये और कलामदेई को 2.98 लाख रुपये दिए गए। उन दोनों को उनकी पसंद के अनुसार व्यावसायिक प्रशिक्षण भी दिया गया था।

पुलिस के मुताबिक, रामदास पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करने से पहले लगभग नौ साल तक प्रतिबंधित भाकपा (माओवादी) केकेबीएन डिवीजन का सदस्य था। वह छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के एक गरीब परिवार से ताल्लुक रखता है। उसकी दो बहनें और एक भाई है, जिनसे वह दस साल से अधिक समय तक नहीं मिला था, जब तक कि कालाहांडी पुलिस ने उसके आत्मसमर्पण के बाद उनकी मुलाकात नहीं करवाई थी।

ऐसी ही एक मुलाकात के दौरान पुलिस ने रामदास के पिता के मोतियाबिंद के ऑपरेशन की व्यवस्था की। रामदास और कलामदेई दोनों के परिवार मिले और उन्होंने शादी कराने का फैसला किया। कलामदेई अपने आत्मसमर्पण से लगभग एक साल पहले प्रतिबंधित माओवादी संगठन के बीजीएन डिवीजन की सदस्य भी थी। कालाहांडी एसपी को उनकी शादी की इच्छा के बारे में पता चलने के बाद पुलिस ने डीआईजी (एसडब्ल्यूआर) कोरापुट के मार्गदर्शन में उनकी शादी रिजर्व पुलिस ग्राउंड, भवानीपटना के मंदिर में कराई गई। शादी में पुलिस के साथ दूल्हा-दुल्हन के परिवार के लोग शामिल हुए।

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