Manipur Violence: हिंसाग्रस्त मणिपुर उग्रवादियों बचा रही है महिलाए,सेना ने वीडियो जारी किया
नई दिल्ली – मणिपुर राज्य में तीन मई को शुरू हुई हिंसा की आग आज तलक धधक रही है. सैंकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि हजारों की संख्या में लोग घायल हुए हैं. शांति स्थापित करने की लाख कोशिश की गई लेकिन स्थिति अभी भी जस की तस बनी हुई हैं. वहीं, इस बीच हिंसाग्रस्त मणिपुर में महिला कार्यकर्ताओं ने सुरक्षाबलों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
Women activists in #Manipur are deliberately blocking routes and interfering in Operations of Security Forces. Such unwarranted interference is detrimental to the timely response by Security Forces during critical situations to save lives and property.
🔴 Indian Army appeals to… pic.twitter.com/Md9nw6h7Fx— SpearCorps.IndianArmy (@Spearcorps) June 26, 2023
सेना ने एक वीडियो जारी कर इन महिलाओं से मदद करने की अपील की है। सेना ने कहा कि हमारे जवान ऑपरेशन के दौरान बार-बार भीड़ से पीछे हटने की अपील की है लेकिन सारी कोशिश नाकाम हो रही है। भारतीय सेना ने एक वीडियो ट्वीट करते हुए कहा, ”मणिपुर में महिला कार्यकर्ता जानबूझकर हमारे रास्ते को रोक रही हैं और सुरक्षा बलों के संचालन में हस्तक्षेप कर रही हैं। इस तरह का अनुचित हस्तक्षेप जीवन और संपत्ति को बचाने के लिए गंभीर परिस्थितियों के दौरान सुरक्षा बलों द्वारा किए जा रहे कामकाज के लिए हानिकारक है। भारतीय सेना आबादी के सभी वर्गों से शांति बहाल करने के हमारे प्रयासों का समर्थन करने की अपील करती है। मणिपुर की मदद करने में हमारी मदद करें।”
पिछले हफ्ते महिला कार्यकर्ताओं के हस्तक्षेप के कारण सुरक्षा बलों ने 12 गिरफ्तार उग्रवादियों को मजबूरी के कारण छोड़ दिया था। ये सभी कांगलेई यावोल कन्ना लूप (KYKL) विद्रोही ग्रुप के थे। दरअसल, 24 जून को पूर्वी इंफाल के इटहाम गांव में सुरक्षाबलों ने एक खास ऑपरेशन चलाया था। इस दौरान केवाईकेएल के 12 उग्रवादियों को हथियार और गोला-बारूद के साथ गिरप्तार किया गया था. मगर 1200-1500 महिलाओं की भीड़ ने सुरक्षाबलों को घेर लिया और उग्रवादियों को उनके चंगुल से छुड़ा लिया था।