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क्‍या है फ्रैक्शनल इन्वेस्‍टमेंट? किसी तरह निवेश कर सकते है


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नई दिल्ली – युवाओं के बीच न‍िवेश के तरीके में लगातार बदलाव हो रहा है. प‍िछले कुछ सालों में म्‍यूचुअल फंड में न‍िवेश करने वालों की संख्‍या भी तेजी से बढ़ी है. एक र‍िपोर्ट से सामने आया है क‍ि यूथ इनवेस्‍टमेंट के तरीकों में लगातार बदलाव कर रहा है. मिलेनियल्स (1981 से 1996 के बीच पैदा हुए युवा) निवेश के तरीकों में बड़ा बदलाव ला रहे हैं. ‘फ्रैक्शनल इन्वेस्टिंग’ नाम से नए निवेश के तरीके को अपनाकर यूथ अपने कमाए गए पैसे को अलग-अलग चीजों में न‍िवेश कर रहा है. ग्र‍िप इनवेस्‍ट की रिपोर्ट के अनुसार फ्रैक्शनल इनवेस्‍ट करने वालों में करीब 60% यूथ हैं.

ग्रिप इन्वेस्ट, जो ऐप आधारित एक नया निवेश प्लेटफॉर्म है. कंपनी ने अपनी हालिया रिपोर्ट ‘ग्रिपिंग द बूम: मिलेनियल्स इन फ्रैक्शनल इन्वेस्टिंग’ में भारत में निवेशकों से जुड़े कुछ अहम तथ्य उजागर किए हैं. इस रिपोर्ट के अनुसार मौजूदा डिजिटल समय में निवेशकों के तौर-तरीकों और उनके सेंसेक्स में बड़ा बदलाव आया है, जिसके आधार पर ही निवेश के क्षेत्र में काम कर रही कंपनियों को अपनी भविष्य की रणनीति बनानी होगी. इस रिपोर्ट के अनुसार, पिछले दो सालों में RFQ के माध्यम से कुल खुदरा बांड की मात्रा 100 गुना बढ़ी है, ग्रिप इन्वेस्ट की रिपोर्ट के एनालिसिस में यह बात सामने आई है कि निवेश के वैश्विक परिदृश्य में मिलेनियल्स की बढ़ती भागीदारी देखी जा सकती है और भारत भी इसका अपवाद नहीं है.

वर्तमान में ग्रिप इनवेस्ट पर 26,000 से अधिक निवेशक हैं. इन निवेशकों ने कम-से-कम एक बार इस मंच का उपयोग किया है. रिपोर्ट के अनुसार, कुल ऑर्डर में से 60 प्रतिशत 40 साल से कम उम्र के निवेशकों के हैं. 21 साल के निवेशक अधिक रिटर्न देने वाले ‘फ्रैक्शनल’ निवेश को तरजीह दे रहे हैं. इसके अलावा, मंच पर 77 प्रतिशत उपयोगकर्ता खुद से निवेश करने के रुख को पसंद करते हैं और व्यक्तिगत शोध के आधार पर निर्णय लेते हैं.

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