गौतम सिंघानिया पारिवारिक विवाद के बीच सीनियर लीगल काउंसिल को किया नियुक्त
नई दिल्लीः रेमंड के चेयरमैंन एवं प्रबंध निदेशक गौतम सिंघानिया के पारिवारिक विवाद के स्वतंत्र निदेशकों (इंडिपेंडेंट डायरेक्टर) ने छोटे शेयरधारकों के हित में बड़ा फैसला लिया है। इंडिपेंडेंट डायरेक्टरों ने कहा कि वे पारिवारिक विवाद के बाद उत्पन्न स्थिति पर नजर रख रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इससे कंपनी के मामलों तथा व्यवसाय को प्रबंधित करने की क्षमता प्रभावित न हो।कंपनी की ओर से बीएसई को दी जानकारी में स्वतंत्र निदेशकों ने संयुक्त रूप से कहा कि उन्होंने सलाह देने के लिए वरिष्ठ स्वतंत्र कानूनी सलाहकार बर्जिस देसाई को बनाए रखने का फैसला किया है, जिनका प्रवर्तकों या कंपनी से कोई संबंध नहीं है।
इंडिपेंडेंट सीनियर लीगल काउंसिल को किया नियुक्त
रेमंड के इंडिपेंडेंट डायरेक्टर्स ने ग्रुप के चेयरमैन और MD गौतम सिंघानिया और उनकी पत्नी नवाज मोदी के विवाद के बीच कंपनी को सलाह देने के लिए एक इंडिपेंडेंट सीनियर लीगल काउंसिल को नियुक्त किया है। कंपनी ने शुक्रवार (1 दिसंबर) को इसकी जानकारी दी।कंपनी ने कहा, ‘इंडिपेंडेंट डायरेक्टर्स (ID) यह सुनिश्चित करने के लिए अलर्ट हैं कि दो प्रमोटर डायरेक्टरों के बीच मैरिटल डिस्प्यूट किसी भी तरह से कंपनी के मामलों और बिजनेस को मैनेज करने के लिए चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर की क्षमता को प्रभावित न करे।’
स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं स्वतंत्र निदेशक
बयान में कहा गया कि स्वतंत्र निदेशक (आईडी) पिछले कुछ हफ्तों से बैठक कर रहे हैं और स्थिति पर नजर रख रहे हैं क्योंकि यह कंपनी तथा अन्य शेयरधारकों को प्रभावित करता है। हम गैर-प्रवर्तक अल्पसंख्यक शेयरधारकों, कर्मचारियों और अन्य हितधारकों के हितों की हमेशा रक्षा करने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हैं। कंपनी ने कहा, आईडी यह सुनिश्चित करने के लिए सतर्क हैं कि दो प्रवर्तक निदेशकों के बीच वैवाहिक विवाद किसी भी तरह से कंपनी के मामलों तथा व्यवसाय के प्रबंधन में चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक की क्षमता को प्रभावित न करे।
इंडिपेंडेंट सीनियर लीगल काउंसिल रिटेन किया
इंडिपेंडेंट डायरेक्टर्स ने कंपनी को सलाह देने के लिए इंडिपेंडेंट सीनियर लीगल काउंसिल बर्जिस देसाई को रिटेन करने का फैसला किया है। इनका प्रमोटर्स या कंपनी से कोई लिंक नहीं है। ID स्टेकहोल्डर्स को आश्वस्त करना चाहते हैं कि वो निष्पक्ष रूप से काम करेंगे।
कामकाज सामान्य ढंग से चलने का आश्वासन
हालांकि, उन्होंने जोर देकर कहा, न तो किसी कानून और न ही कारोबार संचालित करने से जुड़े किसी मानक को ऐसे वैवाहिक विवादों की जांच या उसके गुण-दोष की जांच करने के लिए आईडी की आवश्यकता होती है। यह आईडी के अधिकारी क्षेत्र से परे है। स्वतंत्र निदेशक मुकीता झावेरी, आशीष कपाड़िया, दिनेश लाल, के. नरसिम्हा मूर्ति और शिव सुरिंदर कुमार ने यह पत्र लिखा। इससे पहले पारिवारिक विवाद में फंसे रेमंड के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक गौतम सिंघानिया ने अपने कर्मचारियों और निदेशक मंडल को कामकाज सामान्य ढंग से चलने का आश्वासन देते हुए कहा था कि वह इसके सुचारू संचालन के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं। कुछ दिनों पहले पत्नी नवाज से अलग होने की घोषणा करने वाले जाने-माने उद्यमी सिंघानिया ने रेमंड के निदेशक मंडल के सदस्यों और कर्मचारियों को भेजे गए एक आंतरिक ईमेल में यह बात कही थी।
एडवाइजरी फर्म ने इंटरिम CEO नियुक्त करने की सलाह दी
इससे पहले प्रॉक्सी एडवाइजरी फर्म इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर एडवाइजरी सर्विसेज (IiAS) ने रेमंड ग्रुप के इंडिपेंडेंट डायरेक्टर्स को एक इंटरिम CEO नियुक्त करने के लिए कहा था।IiAS ने गौतम सिंघानिया पर लगे उनकी पत्नी और बेटी से मारपीट करने और पर्सनल बेनेफिट्स के लिए कंपनी के फंड्स का यूज करने के आरोपों की जांच करने के लिए भी कहा था।कंपनी के पांच इंडिपेंडेंट डायरेक्टर्स को IiAS ने यह भी सुझाव दिया कि वे गौतम सिंघानिया और नवाज से बोर्ड मेंबर्स के रूप में अपनी जिम्मेदारियों से कुछ समय के लिए हटने को कहें।
बर्जिस देसाई को मिली जिम्मेदारी
रेमंड ने कहा कि इंडिपेंडेंट डायरेक्टर्स यह यह सुनिश्चित करने के लिए अलर्ट हैं कि दो प्रमोटर डायरेक्टरों के बीच मैरिटल डिस्प्यूट किसी भी तरह से कंपनी के मामलों और बिजनेस को मैनेज करने के लिए चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर की क्षमता को प्रभावित न करे।रेमंड ने कहा कि इंडिपेंडेंट डायरेक्टर्स ने कंपनी को सलाह देने के लिए इंडिपेंडेंट सीनियर लीगल काउंसिल बर्जिस देसाई को रिटेन करने का फैसला किया है, जिनका प्रमोटरों या कंपनी से कोई लिंक नहीं है। इंडिपेंडेंट डायरेक्टर स्टेकहोल्डर्स को यह आश्वस्त करना चाहते हैं कि आईडी निष्पक्ष रूप से काम करेगी।
इससे पहले प्रॉक्सी एडवाइजरी फर्म इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर एडवाइजरी सर्विसेज (आईआईएएस) ने रेमंड ग्रुप के इंडिपेंडेंट डायरेक्टर्स को एक इंटरिम सीईओ नियुक्त करने के लिए कहा था। इसके अलावा आईआईएएस ने इंडिपेंडेंट डायरेक्टर्स से गौतम सिंघानिया द्वारा अपनी पत्नी और बेटी से मारपीट और पर्सनल बेनेफिट्स के लिए कंपनी के फंड्स का यूज करने के आरोपों की जांच करने के लिए भी कहा था।
गौतम सिंघानिया की पर्सनल लाइफ
गौतम सिंघानिया के निजी जीवन की बात करें, तो 2001 में गौतम द्वारा पारिवारिक व्यवसाय संभालने के बाद से उनके पिता विजयपत सिंघानिया के साथ उनके झगड़े की खबरें आती रही हैं। विजयपत के अनुसार, उन्होंने अपने कपड़ा साम्राज्य का 37 प्रतिशत हिस्सा गौतम को दे दिया था। विजयपत ने यह भी दावा किया था कि उन्होंने रिटायर होने का फैसला नहीं किया था, बल्कि उन्हें बिजनेस से बाहर कर दिया गया था।विजयपत ने एक बार कहा था कि गौतम को अपने साम्राज्य का हिस्सा देना एक गलती थी, जो उन्हें नहीं करनी चाहिए थी। अपने पिता के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए गौतम ने कहा था कि कोई गलती से किसी को बिजनेस उपहार में नहीं दे सकता। वैसे, ऐसी भी खबरें थीं कि गौतम ने अपने पिता को ‘जेके हाउस’ में कोई जगह नहीं दी, जिससे वह बेघर हो गए। हालांकि, गौतम ने इन खबरों को खारिज करते हुए इन्हें बेबुनियाद बताया था।
नवाज मोदी ने लगाया है ये आरोप
कंपनी के पांच इंडिपेंडेंट डायरेक्टर्स को लिखे एक ओपन लेटर में आईआईएएस ने यह भी सुझाव दिया कि वे गौतम सिंघानिया और उनकी पत्नी नवाज मोदी से बोर्ड मेंबर्स के रूप में अपनी जिम्मेदारियों से कुछ समय के लिए हटने को कहें।आईआईएएस ने कहा कि नवाज मोदी ने आरोप लगाया है कि सितंबर 2023 में गौतम सिंघानिया ने उनके और उनकी बेटी के साथ मारपीट की थी। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कंपनी के फंड्स का इस्तेमाल सिंघानिया ने व्यक्तिगत लाभ के लिए किया था।