सुहागरात में दूल्हे को हल्दी का दूध क्यों पिलाया जाता है,जानिए वज़ह
नई दिल्लीः हल्दी वाले दूध का नाम सुनते से ही लोगों को सुहागरात की रात की याद आ जाती है। लेकिन सिर्फ सुहागरात की रात को ही नहीं बल्कि हर रात को आपको हल्दी का दूध पीना चाहिए। Chat GPT ने रोज हल्दी के दूध पीने के 7 बेहतरीन फायदे बताए हैं.शादी के बाद में दूल्हा-दूल्हन के लिए एक पल बहुत ही खास होता है। और वह पल होता है सुहाग-रात। सुहाग-रात दो जिस्मों का मिलन ही नहीं हैं बल्कि ये समय होता है जब दो अजबनी एक दूसरे के बहुत करीब आते हैं और अपनी दिल की सारी भावनाओं को उजागर करने के लिए एक नए सफर पर चलने की शुरुआत करते हैं। ये सफर पल दो पल का नहीं होता यह सफर होता है जीवनभर साथ निभाने का।
हल्दी में करक्यूमिन नाम का यौगिक पाया जाता है, जिसमें एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। यह शरीर की सूजन को कम करने में मदद करता है। जो लोग गठिया, जोड़ों के दर्द और सूजन की समस्या से परेशान हैं उन्हें रोज इसका सेवन करना चाहिए।सुहाग-रात पर सुहाग की सेज पर जाने से पहले भारतीयों में आज भी यह परंपरा बनी हुई है कि दूल्हा केसर बादाम या फिर घर पर स्पेशल रुप से तैयार किए गये दूध का ही सेवन करके कमरे में दाखिल होता है। कुछ जगहोँ पर दूल्हन अपने पति को सुहाग-सेज पर खुद अपने हाथों से दूध पिलाती है। चलिए आपको बताते है कि सुहाग-रात पर दूध को पीने के पीछे आखिर क्या राज़ है।
इम्यूनिटी को बढ़ाता है हल्दी वाला दूध
हल्दी में इम्यूनोमॉड्यूलेटरी गुण पाए जाते हैं। इसका मतलब कि यह हमारे इम्यून सिस्टम को बढ़ावा देता है। ऐसे में इसका सेवन नियमित रूप से हमें करना चाहिए, ताकि हम बीमारियों और संक्रमण से बचे रहे।शादी की रात को दूल्हे को पिलाए जाने वाले दूध में केसर, बादाम और काली मिर्च का अनोखा मिश्रण होता है जब इन सब चीजों का मिश्रण मिलकर दूध उबाला जाता है तो फिर इसमें से कुछ ऐसे तत्व निकलते हैं जो की रोमांस को बढ़ावा देते हैं और इसको पीने के बाद दुल्हे को बहुत अच्छा महसूस होता है पुराने जमाने में लड़का और लड़की एक दूसरे को शादी से पहले नहीं देखा करते थे
हल्दी का उपयोग पारंपरिक रूप से पाचन स्वास्थ्य के लिए किया जाता रहा है। दरअसल, हल्दी पित्त के उत्पादन को प्रोत्साहित करने में मदद करता है और इसे पीने से खाना जल्दी पचता है। साथ ही अपच जैसी समस्या नहीं होती है।हल्दी वाले दूध में रोगाणुरोधी (एंटीमाइक्रोबियल) गुण पाए जाते हैं, जिसका मतलब ये है कि यह हानिकारक बैक्टीरिया के विकास को रोकने में मदद कर सकता है। साथ ही आंतों में हेल्दी माइक्रोबॉयल संतुलन को बढ़ावा भी देता है।
हल्दी में मौजूद करक्यूमिन एक स्ट्रांग एंटीऑक्सीडेंट के रूप में काम करता है, जो हमारे शरीर को हानिकारक फ्री रेडिकल्स से बचाता है और पुरानी से पुरानी बीमारियों के जोखिम को कम करने में मदद करता है।हल्दी वाला दूध हमें रात को ही पीना चाहिए, क्योंकि यह तंत्रिका तंत्र को शांत करने और बेहतर नींद को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है। जो लोग अनिद्रा की समस्या से परेशान हैं उन्हें सोने से पहले एक ग्लास हल्दी वाले दूध का सेवन जरूर करना चाहिए।