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PPF-SSY-KVP समेत कई योजनाओं बढ़ेगा ब्याज,नए साल सरकार देगी तोहफा

नई दिल्ली – सार्वजनिक भविष्य निधि (पीपीएफ) खाते पर 2020 से मिलने वाली ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं हुआ है। हालांकि, इस दौरान कई स्मॉल सेविंग स्कीम की ब्याज दरों में बढ़ोतरी की गई है। ऐसे में क्या पीपीएफ निवेशकों का इंतजार नए साल में खत्म होगा? क्या सरकार 2024 के लिए PPF पर ब्याज दरों में बढ़ोतरी करेगी? आर्थिक क्षेत्र के जानकारों का कहना है कि वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS), राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (NSC) और सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) सहित कई अन्य छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में पिछली कुछ तिमाहियों में बढ़ोतरी हुई है। ऐसे में बहुत उम्मीद है कि सरकार पीपीएफ पर अब ब्याज दरों में बढ़ोतरी करेगी। आपको बता दें कि स्मॉल सेविंग स्कीम की ब्याज दरों में इस महीने के अंत में संशोधन होना है।

सरकार ब्याज दरों में बदलाव कर सकती है

29 दिसंबर को होने वाली मीटिंग में सरकार जनवरी-मार्च 2024 के लिए ब्याज दरें तय कर सकती है।इसमें पब्लिक प्रोविडेंट फंड से लेकर नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट, किसान विकास पत्र, सुकन्या समृद्धि अकाउंट पर सरकार ब्याज दरों में बदलाव कर सकती है. एक्सपर्ट की मानें तो इस बार सरकार सिक्योरिटीज यील्ड के रुझान को देखते हुए दरों में इजाफा कर सकते है।अभी पब्लिक प्रोविडेंट फंड स्कीम पर सरकार 7.1 फीसदी की दर से ब्याज दे रहा है।वहीं, सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम पर ब्याज की दर 8.2 फीसदी है. सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम पर ब्याज की दर सबसे ज्यादा है।

2020 से कोई बदलाव नहीं हुआ

पब्लिक प्रॉविडेंट फंड यानी PPF पर ब्याज दरों में अप्रैल, 2020 से कोई बदलाव नहीं हुआ है। इसकी सुई 7.1% पर ही अटकी हुई है। इस दौरान सीनियर सिटीजन्स सेविंग्स स्कीम, नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट और सुकन्या समृद्धि योजना जैसे दूसरी छोटी बचत योजनाओं के लिए ब्याज दर में तेजी आई है। इन्हें पोस्ट ऑफिस सेविंग्स स्कीम्स भी कहा जाता है। इनकी ब्याज दरों में हर तिमाही बदलाव किया जाता है। इस महीने के अंत में इनका रिवीजन होना है। क्या इस बार पीपीएफ की ब्याज दर में बदलाव होगा? इस साल अप्रैल में देश में आम चुनाव भी होने हैं। इसे देखते हुए सरकार पीपीएफ के निवेशकों को सरप्राइज दे सकती है।

इसलिए ब्याज दर बढ़ने की उम्मीद बढ़ी

2016 में वित्त मंत्रालय द्वारा अधिसूचित फॉर्मूले के अनुसार, किसी दिए गए तिमाही में पीपीएफ ब्याज दर पिछले तीन महीनों की बेंचमार्क रिटर्न पर 25 आधार अंकों का स्प्रेड है। बेंचमार्क 10-वर्षीय बॉन्ड यील्ड सितंबर से अक्टूबर 2023 तक औसतन 7.28% रही है। फॉर्मूले के अनुसार, पीपीएफ की ब्याज दर औसत 10-वर्षीय जी-सेक रिटर्न से 25 आधार अंक अधिक होगी। इसलिए इस प्रक्रिया का सख्ती से पालन करते हुए, जनवरी-मार्च तिमाही के लिए पीपीएफ ब्याज दर आदर्श रूप से 7.53% के आसपास होनी चाहिए। यानी सरकार अब पीपीएफ पर ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर सकती है।

पीपीएफ की ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं किया गया है

पिछली कुछ तिमाहियों में पीपीएफ की ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं किया गया है। बाकी छोटी बचत योजनाओं का ब्याज फॉर्म्यूले के मुताबिक है। इसलिए पीपीएफ के लिए ब्याज में बढ़ोतरी होनी चाहिए। लेकिन SahajMoney.com के फाउंडर अभिषेक कुमार का कहना है कि जनवरी-मार्च तिमाही में पीपीएफ पर ब्याज में बढ़ोतरी की संभावना नहीं के बराबर है। हालांकि अगले साल होने वाले आम चुनावों को देखते हुए सरकार सरप्राइज दे सकती है। पीपीएफ पर जनवरी-मार्च तिमाही में ब्याज दर में 25 बेसिस पॉइंट का इजाफा किया जा सकता है। देश में अप्रैल में आम चुनाव होने हैं।

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