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ज़ेरोधा के संस्थापक नितिन कामत ने अपने ही ऑफिस पर कराई थी नकली पुलिस रेड, प्रेंक वीडियो हुआ वायरल


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नई दिल्लीः ज़ेरोधा के संस्थापक नितिन कामथ उस समय के बारे में बात करते हैं जब उन्होंने एवलॉन लैब के सीईओ और संस्थापक- वरुण मैया द्वारा आयोजित ‘वनप्लस ओपन कन्वर्सेशन’ पर मंच की सामग्री की तेजी पर चर्चा करते हुए एक ऐसा मजाक किया था जिससे लगभग पूरे कार्यालय की आंखों में आंसू आ गए थे। कामथ ने ज़ेरोधा के संस्थापकों नितिन (स्वयं) और निखिल पर उनके कार्यालय पर छापा मारने के लिए नकली पुलिस अधिकारियों को भेजकर जालसाजी करने का आरोप लगाया।

कर्मचारियों के साथ किया था जबरदस्त मजाक

लोकप्रिय ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म जेरोधा के फाउंडर नितिन कामथ (Nitin Kamath) ने अपने ही ऑफिस पर पुलिस का छापा (Police Raid) पड़वा दिया था. पुलिस ने ऑफिस (Zerodha Office) में आकर कहा कि नितिन कामत धोखेबाज है. इससे पूरे ऑफिस में सनसनी फैल गई थी और कर्मचारी फूट-फुट कर रोए थे. हालांकि, यह पुलिस नकली थी. इसमें कन्नड़ अभिनेताओं को पुलिस के रोल में लिया गया था. नितिन कामत ने अपने कर्मचारियों के साथ जबरदस्त मजाक किया था. इस पूरे प्रेंक की वीडियोग्राफी भी हुई. इसके बाद नितिन कामत और निखिल कामत (Nikhil Kamat) ने सामने आकर कर्मचारियों को इस मजाक के बारे में जानकारी दी थी.

नकली पुलिसवालों ने कहा कि तुम्हारा धोखेबाज फाउंडर भाग गया

एवलॉन लैब्स (Avalon Labs) के सीईओ और संस्थापक वरुण मय्या के पॉडकास्ट के दौरान नितिन कामत ने इस मजाक के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि इन कन्नड़ अभिनेताओं ने कमाल का काम किया. हमने इस प्रैंक का पूरा वीडियो बनाया था. इन नकली पुलिसवालों ने ऑफिस में आकर कहा कि तुम्हारा फाउंडर धोखेबाज है और वह भाग गया है. इसके बाद कर्मचारियों की प्रतिक्रिया देखने लायक थी. हमारा लगभग आधा ऑफिस आंसुओं में डूबा था. किसी ने कभी नहीं सोचा था कि एक स्‍टॉक ब्रोकर ऐसा मजाक भी कर सकता है.

प्रेंक वीडियो हुआ वायरल

कामथ ने 1 अप्रैल, 2019 को माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर वीडियो पोस्ट किया और लिखा, “5 साल पहले, जब हम बहुत छोटे थे, निपटने के लिए बहुत कम समस्याएं थीं और इसलिए टेस्टोस्टेरोन अभी भी खेल में था, हमने इसे सावधानीपूर्वक निष्पादित किया था हमारे कार्यालय में बड़ा मज़ाक। :) मूर्ख दिवस की शुभकामनाएँ।”घटना 2014 की है जब ज़ेरोधा आज की तुलना में बहुत छोटी कंपनी थी।

देखना चाहते थे कि टीम कैसे झेलती है तनाव को

पॉडकास्ट के दौरान नितिन कामथ ने कहा कि हम देखना चाहते थे कि हमारी टीम तनाव में कैसे रिएक्‍ट करती है. वीडियो में दिख रहा है कि नकली पुलिस एक हाई कोर्ट के फर्जी आदेश को कर्मचारियों को दिखाती है. यह लोग कर्मचारियों को काम बंद करने का निर्देश भी देते हैं. इस दौरान कुछ कर्मचारी पुलिसवालों से बात करने की कोशिश भी करते हैं. अंत में नितिन कामत और निखिल कामत आकर मजाक का खुलासा करते हैं. एक कर्मचारी जो उस नकली रेड के दौरान मौजूद था, उसने वीडियो पर लिखा है कि आज इसे आराम से बैठकर देख और हंसा जा सकता है. मगर, उस दिन मैं नहीं हंस पा रहा था.वीडियो ख़त्म होने तक आधे कर्मचारी गमगीन थे और कई रो रहे थे. हालाँकि, सभी को एक छोटे से कमरे में ले जाने के बाद नितिन कामथ प्रकट होते हैं। ज़ेरोधा के सीईओ कमरे में प्रवेश करते हैं और चिल्लाते हैं, “आश्चर्य,” यह महसूस करते हुए कि उनके कर्मचारियों के साथ मज़ाक किया गया है। नौ साल पहले, किसी ने यूट्यूब पर मजाक का एक वीडियो पोस्ट किया था और तब से इसे 1.8 मिलियन बार देखा गया है।

रोजाना कम से कम 2 घंटे करते थे पत्रकारों से बात

नितिन कामथ ने पॉडकास्‍ट के दौरान कहा कि उन्होंने 2018 में लिंक्डइन (Linkedin) और 2019 में ट्विटर (Twitter) से अपनी सोशल मीडिया यात्रा की शुरुआत की. उससे पहले वह जेरोधा के सोशल मीडिया को मैनेज कर रहे थे. उन्होंने कहा कि मुझे कंटेंट की ताकत का एहसास हो गया था. हमारी किसी भी पोस्ट के बाद कंपनी को फायदा ही होता था. यूट्यूब का महत्त्व वह काफी पहले समझ गए थे. जेरोधा फाउंडर ने बताया कि उन्होंने पहले दिन से ही ब्लॉगिंग शुरू कर दी थी. वह 2011 से 2018 तक रोजाना कम से कम 2 घंटे पत्रकारों से वार्ता करते थे. उन्होंने कहा कि पैसों का व्यापार भरोसे और साख पर होता है इसलिए आपको अपना कंटेंट बनाना पड़ेगा.

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