भारत में लैपटॉप, फोन के लिए अब वन नेशन, वन चार्जर
नई दिल्ली – टाइप सी यूएसबी चार्जर दुनिया भर में घरेलू स्टेपल बन गया है, कई फोन कंपनियां और मॉडल अंततः अपने उपकरणों में टाइप सी चार्जिंग पोर्ट पर जा रहे हैं। इसका एक कारण यूरोपीय संघ द्वारा लाई गई वन नेशन, वन चार्जर नीति है।
भारतीय मानक ब्यूरो ने तीन इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों डिजिटल टेलीविजन रिसीवर, यूएसबी टाइप-सी चार्जर और वीडियो निगरानी प्रणाली (वीएसएस) के लिए गुणवत्ता मानक जारी किए हैं। बीआईएस का कहना है कि इसका उद्देश्य देश में बेचे जाने वाले स्मार्टफोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के लिए एक सामान्य चार्जिंग समाधान प्रदान करना है। इससे इन सभी उपकरणों के उपयोगकर्ताओं को लाभ होने की उम्मीद है और साथ ही ई-कचरे को कम करने के लिए सरकार के अभियान में काफी मदद मिलेगी।
हाल ही में वन नेशन, वन चार्जर की नीति पारित की है, जिसका अर्थ है कि पूरे यूरोपीय संघ में सभी फोन केवल टाइप सी चार्जिंग पोर्ट के साथ निर्मित किए जाएंगे, जिसमें सभी ब्रांडों और कंपनियों के लिए केवल एक एकीकृत चार्जर होगा। यह नीति जल्द ही लैपटॉप पर भी लागू होगी।अब चर्चा है कि वन नेशन वन चार्जर पॉलिसी को भारत में भी पेश किया जाएगा और इसे किस तरह से लागू किया जाएगा, इस पर फिलहाल सरकार योजना बना रही है। वर्तमान में, अधिकांश एंड्रॉइड फोन में टाइप सी पोर्ट होता है, जबकि ऐप्पल उत्पादों में एक अलग पोर्ट होता है।
यूएसबी टाइप सी रिसेप्टेकल्स, प्लग और केबल के लिए है। भारतीय मानक ब्यूरो ने यूएसबी टाइप-सी केबल और कनेक्टर्स पर भारतीय मानक आईएस/आईईसी 62680-1-3:2022 प्रकाशित किया है। यह भारतीय मानक मौजूदा अंतर्राष्ट्रीय मानक IEC 62680-1-3:2022 पर आधारित है। इस मानक का उपयोग विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों जैसे मोबाइल फोन, लैपटॉप, नोटबुक आदि में उपयोग के लिए सिंगल यूएसबी टाइप-सी पोर्ट, प्लग और केबल के लिए किया जाता है। यानी यह मानक देश में बिकने वाले स्मार्टफोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की सामान्य चार्जिंग के लिए होगा।
यूरोपीय संघ ने प्रस्ताव दिया है कि कॉमन चार्जर नीति को 2024 से लागू किया जाएगा, जबकि नीति को 2026 से लैपटॉप तक बढ़ाया जाएगा। जबकि यूरोपीय संघ ने सभी फोन के लिए टाइप सी चार्जर के लिए जोर दिया है, भारत के मन में एक अलग कार्यान्वयन है।भारत सरकार नीति के अनुसार दो चार्जर पेश करने की योजना बना रही है – एक स्मार्टफोन के लिए और दूसरा फीचर फोन के लिए। स्मार्टफोन के लिए चार्जर टाइप सी यूएसबी चार्जर होगा, जो एंड्रॉइड और ऐप्पल फोन के लिए समान होगा।
सरकार का मानना है कि सभी डिवाइस के लिए एक ही तरह के चार्जर का इस्तेमाल करने से यूजर्स को हर बार नया डिवाइस खरीदने पर अलग चार्जर खरीदने की जरूरत नहीं पड़ेगी और इससे ई-वेस्ट भी कम होगा।आपको बता दें कि देश में इस वक्त कई तरह के पोर्ट वाले चार्जर का इस्तेमाल किया जा रहा है। यानी आपके पास अलग-अलग डिवाइस के लिए अलग-अलग पोर्ट वाला चार्जर होना चाहिए। यात्रियों को सबसे ज्यादा परेशानी सफर के दौरान होती है।