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World Sleep Day 2024: जानें उम्र के हिसाब से कितनी नींद जरूरी


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नई दिल्ली – अच्‍छी नींद लेना सेहत के लिए बहुत जरूरी होता है. अगर आप साउंड स्‍लीप नहीं लेते हैं तो भी तमाम तरह की बीमारियों के शिकार बन सकते हैं. ठीक से नींद पूरी न होने के कारण लोगों को एंग्जाइटी और स्ट्रेस जैसी तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ता है और इसका सीधा असर उनकी फिजिकल हेल्‍थ पर तो पड़ता ही है, साथ ही पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ भी इससे डिस्‍टर्ब होती है. यानी कुछ घंटों की चैन की नींद आपकी तमाम बीमारियों के जोखिम को कम करती है. नींद की अहमियत को समझाने के लिए हर साल 15 मार्च को World Sleep Day मनाया जाता है. आज इस मौके पर आपको बताते हैं कि हर व्‍यक्ति को उम्र के हिसाब से रोजाना कितने घंटे की नींद लेनी चाहिए और अच्‍छी नींद लेने के क्‍या फायदे हैं.

वर्ल्ड स्लीप डे 2024

सोने के नियमों को जानने से पहले आपको बता दें कि, नींद के महत्व को समझाने के लिए हर साल मार्च महीने के तीसरे शुक्रवार को विश्व नींद दिवस या वर्ल्ड स्लीप डे के रूप में मनाया जाता है. इस वर्ष वर्ल्ड स्लीप डे 15 मार्च 2024 को है.

नींद को प्रभावित करती सोने का तरीका

हमारी नींद को कई चीजें प्रभावित करती है, जिसमें से एक हमारे सोने का तरीका भी है। हम कैसे सोते हैं, इसका आपके मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा भी प्रभाव पड़ सकता है.इतना ही नहीं अकेले सोने या बेड शेयर करने का भी हमारी सेहत पर असर पड़ता है। ऐसे में आज हम आपको बताएंगे अकेले सोने और बेड शेयर करने में से ज्यादा बेहतर क्या और क्यों हैं.

बेड शेयर करने के फायदे

एरिजोना विश्वविद्यालय में हुई एक स्टडी में यह पता चला कि अपने साथी या जीवनसाथी के साथ बिस्तर साझा करते हैं, वे अकेले सोने वालों की तुलना में बेहतर सोते हैं.अध्ययन के अनुसार, अकेले सोने वालों की तुलना में पार्टनर के साथ बिस्तर शेयर करने वालों को अनिद्रा, थकान और ज्यादा सोने की समस्या कम होती है.इतना ही नहीं अध्ययन में यह भी पता चला कि अपने साथी के साथ सोना आपके मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी बेहतर हो सकता है, क्योंकि जो कपल एक साथ सोते हैं, उनमें अवसाद, चिंता और तनाव कम होता है और जीवन और रिश्तों को लेकर अधिक संतुष्टि मिलती है.

उम्र के हिसाब से कितना सोएं

इस मामले में नेचुरोपैथी विशेषज्ञ डॉ. रमाकान्‍त शर्मा का कहना है सामान्‍य तौर पर एक व्‍यक्ति को 7 से 9 घंटे की नींद लेने के लिए कहा जाता है. लेकिन उम्र के हिसाब से नींद की जरूरत भी घटती बढ़ती रहती है.
0-3 महीने तक के नवजात : 14-17 घंटे
4-7 महीने के बच्‍चे : 12-15 घंटे
1-2 साल तक के बच्‍चे : 11-14 घंटे
3-5 साल तक के बच्‍चे: 10-13 घंटे
6-13 साल तक के बच्‍चे : 9-11 घंटे
14-17 साल तक के लोग: 8-10 घंटे
18-25 साल तक के लोग : 7-9 घंटे
26-64 तक की उम्र के लोग : 7-9 घंटे
65 और इससे अधिक उम्र के लोग : 7-8 घंटे

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