UPI Payment: अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया में भी कर पाएंगे पेमेंट
नई दिल्ली – UPI को लेकर सरकार लगातार नए फैसले ले रही है। यही वजह है कि विदेशों में भी UPI पेमेंट हो पाएगी। लेकिन ये फैसला लेने से पहले कुछ अन्य फैसले भी लिए जा रहे हैं। अब यूपीआई को एशिया से बाहर यूरोप समेत पश्चिमी देशों तक लेकर जाने का फैसला किया गया है। इसकी मदद से आप आसानी से यूपीआई पेमेंट अन्य देशों में भी कर पाएंगे। तो चलिये सरकार के प्लान के बारे में बताते हैं।
यूपीआई और एनपीआई के एकीकरण का उद्देश्य भारत और नेपाल के बीच सीमा पार से पैसों के लेन-देन को सुविधाजनक बनाना है। इसकी मदद से दोनों प्रणालियों के उपयोगकर्ता त्वरित और कम लागत के साथ फंड ट्रांसफर करने में सक्षम होंगे।आरबीआई ने इस बारे में एक बयान में कहा कि यूपीआई और एनपीआई जैसी तेज भुगतान प्रणालियों के जुड़ने से भारतीय रिज़र्व बैंक और नेपाल राष्ट्र बैंक के बीच सहयोग और वित्तीय कनेक्टिविटी और गहरा होगा। यह दोनों देशों के बीच स्थायी ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और आर्थिक संबंधों को सुदृढ़ करेगा।
भारत और नेपाल के बैंकिंग नियामकों ने दोनों देशों के बीच सीमा पार भुगतान के लिए लिए एक सिस्टम स्थापित करने के लिए समझौता किया है। इस एकीकरण का उद्देश्य दोनों प्रणालियों (UPI-NPI) के यूजर्स को तत्काल, कम लागत वाले फंड ट्रांसफर करने में सक्षम बनाकर भारत और नेपाल के बीच सीमा पार पेमेंट की सुविधा प्रदान करना है।RBI ने एक बयान में कहा, UPI-NPI लिंकेज के माध्यम से अपनी तेज भुगतान प्रणालियों को जोड़ने में भारत और नेपाल के बीच सहयोग वित्तीय कनेक्टिविटी को और मजबूत करेगा और दोनों देशों के बीच स्थायी ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और आर्थिक संबंधों को मजबूत करेगा।”बयान में आगे कहा गया है कि यूपीआई और एनपीआई को आपस में जोड़ने के लिए आवश्यक सिस्टम जल्द ही स्थापित किए जाएंगे। हालांकि, लिंकेज की औपचारिक शुरुआत बाद में की जाएगी।
ओमान, मोरिशियस, भूटान, नेपाल, फ्रांस, श्रीलंका और UAE में अब UPI की मदद से पेमेंट कर सकते हैं। सरकार की तरफ से एक मेमोरेंडम साइन किया गया है। कुछ देशों में तो QR Code से भी पेमेंट हो पाएगी। यानी आपको कुछ अलग से करने की जरूरत नहीं है। ऐसे में जो लोग ज्यादा UPI Payment का यूज करते हैं तो उन्हें कोई परेशानी नहीं होने वाली है। ये उनके लिए अच्छा ऑप्शन भी साबित हो सकता है।