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लूज मोशन से तुरंत राहत दिलाते हैं ये आयुर्वेदिक नुस्खे-जानें


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नई दिल्लीः दस्त या लूज मोशन सुनने में इतनी गंभीर समस्या नहीं लगती है। यह एक आम समस्या है जिससे कोई भी पीड़ित हो सकता है। दस्त होने पर आपको बार-बार टॉयलेट जाना पड़ सकता है। समस्या तब ज्यादा होती है, जब दस्त बहुत ज्यादा पतले हो जाते हैं। इसे रोकना कठिन हो जाता है। जाहिर है पतले दस्त शरीर का सारा पानी और पोषक तत्व एक झटके में बाहर निकाल सकते हैं।

दस्त के गंभीर लक्षण

दस्त होने से आपको ज्यादा प्यास लगना, मूंह में सूखापन, कम या पेशाब नहीं आना, कमजोरी, थकान, बेहोशी, काले रंग का पेशाब, गंभीर पेट दर्द, पेट में ऐंठन, मल में खून आना, उल्टी, मतली, वजन कम होना, बुखार जैसे गंभीर लक्षण महसूस हो सकते हैं। दस्त की समस्या खराब खाने-पीने, मौसम में बदलाव, दूषित जल पीने, अधपका खाने, मसालेदार खाने, आईबीएस, फूड पॉइजनिंग, तनाव या अवसाद जैसे कई कारणों से हो सकती है।

दस्त या लूज मोशन का इलाज क्या है?

पतले या कम पतले सभी तरह के दस्त के लिए कई दवाएं और घरेलू उपचार मौजूद हैं। नॉएडा के ई-260 सेक्टर 27 स्थित ‘कपिल त्यागी आयुर्वेद क्लिनिक’ के डायरेक्टर डॉक्टर कपिल त्यागी के अनुसार, आप कुछ आयुर्वेदिक उपायों के जरिए भी पतले दस्त से एक दिन में राहत पा सकते हैं।

दस्त का सस्ता इलाज है छाछ

छाछ दस्त के लिए एक बेहतरीन विकल्प है क्योंकि इसमें मौजूद एसिड जर्म्स और बैक्टीरिया से लड़ता है और पेट साफ करने में मदद करता है। सोडियम और पोटेशियम सहित इलेक्ट्रोलाइट्स का एक अच्छा स्रोत है, साथ ही इसमें कैल्शियम, मैग्नीशियम और फास्फोरस जैसे मिनरल्स होते हैं।

दही

दही में मौजूद हेल्दी बैक्टीरिया आंतों को हेल्दी रखने के साथ-साथ बैड बैक्टीरिया से लड़ने का काम करते हैं। दही में प्रोबायोटिक्स लैक्टिक एसिड बैक्टीरिया (लैक्टोबैसिली) पाए जाते हैं। ये बैक्टीरिया दस्त की वजह बनने वाले कीटाणुओं को खत्म करते हैं।

दही और केला

अगर आप पतले से दस्त से पीड़ित हैं, तो आपको दही और केले के मिश्रण का सेवन करना चाहिए। इससे दस्त को रोकने और पेट को साफ करने में मदद मिलती है।

नमक और चीनी का घोल

लूज मोशन होने पर शरीर में पानी की कमी को पूरा करने के लिए नमक चीनी का घोल काफी कारगर साबित होता है। इसके लिए आप पानी को उबाल लें, जिससे किसी भी तरह के दूसरे इंफेक्शन का खतरा न रहे, हल्का ठंडा होने पर उसमें चीनी और नमक की बराबर मात्रा मिलाएं और पी लें।

सेब, घी, इलायची और जायफल

एक बर्तन में घी डालकर उसे गर्म कर लें और उसमें कटा हुआ सेब और एक चुटकी इलायची और जायफल डालकर मिश्रण को पका लें। इसके सेवन से आपको दस्त से राहत मिल सकती है।

जीरा पानी

लूज मोशन पर कंट्रोल करने में जीरे पानी पीने से सबसे जल्द लाभ मिलता है। एक लीटर पानी में एक चम्मच जीरा डालकर अच्छे से उबाल लें। ठंडा होने पर इस पिएं और फिर देखें इसका असर।

जायफल, केला, घी और इलायची

घी में एक या दो केले, एक चुटकी इलायची और जायफल का पाउडर डालकर अच्छी तरह मिक्स कर लें। इस मिश्रण के सेवन से पतले मल को रोकने में मदद मिल सकती है क्योंकि इस मिश्रण में पोटेशियम सामग्री भरपूर होती है।

नारियल पानी

नारियल पानी में पोटैशियम के साथ ही सोडियम जैसे इलेक्ट्रोलाइट्स मौजूद जाते हैं, जो शरीर के दस्त की वजह से होने वाली पानी की कमी को बैलेंस करते हैं। तो लूज मोशन होने पर नारियल पानी पीना फायदेमंद रहेगा। नारियल पानी पीने से दस्त की वजह से होने वाले जलन से भी राहत मिलती है।

कच्चा केला

कच्चा केला दस्त या लूज मोशन के लिए बढ़िया घरेलू उपाय है। यह आंतों को शांत करता है। बेहतर रिजल्ट के लिए आप कच्चे केले को दही और काले नमक के साथ खा सकते हैं। कच्चा केला अल्सरेटिव कोलाइटिस के लिए भी फायदेमंद है।

अदरक

आयुर्वेद में अदरक का सेवन पेट की कई समस्याओं के साथ ही लूज मोशन से राहत पाने के लिए भी किया जाता रहा है।अदरक में एंटीबैक्टीरियल और एंटी माइक्रोबियल गुणों पाए जाते हैं, जो डाइजेशन को संक्रमित करने वाले बैक्टीरिया से राहत दिलाता है।

खसखस

दस्त होने पर एक चुटकी खसखस लेकर उसे मुंह में रखकर धीरे-धीरे चबाना शुरू करें और फिर निगल लें। इसके बाद एक गिलास पानी पिएं। इससे लूज मोशन की शिकायत दूर होगी।

​इलायची, काली चाय, नींबू का रस

एक कप गर्म काली चाय में एक चुटकी नींबू का रस और एक चुटकी इलायची या जायफल का पाउडर मिलाकर पीने से दस्त को रोकने में मदद मिल सकती है।

नींबू का रस

दिन में दो से तीन बार नींबू पानी का सेवन करने से दस्त की समस्या से जल्द छुटकारा मिल सकता है क्योंकि नींबू के रस से आंतों की सफाई हो जाती है। तो गर्मियों में नॉर्मल पानी में और सर्दियों में हल्के गुनगुने पानी में नींबू का रस मिलाकर पिएं।

अनार

अनार के लाल और मीठे दाने दस्त को रोकने के लिए एक बेहतरीन उपाय है। अनार एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होता है जो डायरिया के इलाज में मदद करता है। बेहतर रिजल्ट पाने के लिए आप अनार का रस पी सकते हैं या इसे खा सकते हैं।

सौंफ और अदरक पाउडर

दस्त और पेट से जुड़ी अन्य समस्याओं से राहत पाने के लिए आपको सौंफ का पाउडर और अदरक का पाउडर मिलाकर लेना चाहिए। इस मिश्रण को दिन में दो से तीन बार लेने से आपको जल्दी आराम मिल सकता है।

इस बात का रखें विशेष ध्यान

अधिकतर मामलों में हल्के दस्त में दवा या इलाज की जरूरत नहीं होती है लेकिन अगर आपके दस्त बहुत ज्यादा पतले हैं और कई दिनों से ठीक नहीं हो रहे हैं, तो आपको इन उपायों के साथ तुरंत डॉक्टर की सलाह भी लेनी चाहिए।

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