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लाइफस्टाइल

अपने हार्ट को हेल्दी रखने के लिए आज ही अपना लें ये आदतें


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नई दिल्लीः दिल की बीमारियों एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, दुनिया भर में लाखों लोग इन बीमारियों से पीड़ित हैं। हालांकि दिल की बीमारियां बहुत कुछ आनुवंशिकी पर निर्भर करती हैं, लेकिन जीवनशैली का भी इन पर बड़ा प्रभाव पड़ता है। नोएडा स्थित जेपी हॉस्पिटल के डिपार्टमेन्ट ऑफ कार्डियक सर्जरी, सीनियर कन्सलटेन्ट, डॉ कृष्णानु दत्ता चौधरी का कहना है कि जीवनशैली में साधारण से बदलाव लाकर आप दिल की सेहत को बेहतर बना सकते हैं और दिल की बीमारियों की संभावना को कम कर सकते हैं। यहां हम कुछ ऐसे सुझाव लेकर आए हैं जो आपके दिल की सेहत में सुधार लाने में कारगर होंगे।

नियमित रूप से व्यायाम करें

शारीरिक व्यायाम दिल की सेहत को बनाए रखने के लिए बहुत ज़रूरी है। नियमित व्यायाम से ब्लड प्रेशर, कॉलेस्ट्रॉल, डायबिटीज़, वज़न नियन्त्रित रहते हैं, साथ ही ऑस्टियोपोरोसिस की संभावना भी कम होती है। सप्ताह के ज़्यादातर दिनों में कम से कम 30 मिनट के लिए मध्यम व्यायाम ज़रूर करें। आप सैर, साइक्लिंग, तैराकी, नृत्य आदि कर सकते हैं।

धूम्रपान न करें

धूम्रपान दिल की सेहत के लिए खतरनाक है। इससे धमनियों के भीतरी अस्तर को नुकसान पहुंचता है, ब्लड प्रेशर बढ़ता है और ब्लड क्लॉट्स की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए अगर आप धूम्रपान करते हैं, तो तुरंत छोड़ दें। इसके लिए डॉक्टर की मदद ले सकते हैं।

रेगुलर एक्सरसाइज

दिन में कम से कम 30 मिनट तक फिजिकल एक्टिविटी में शामिल होने से हार्ट हेल्थ को बेहतर बनाने में मदद मिल सकती है. पैदल चलना, जॉगिंग, तैराकी या साइकिल चलाना जैसी एक्टिविटीज बेहतरीन विकल्प हैं. बहुत ज्यादा वजन दिल पर दबाव डाल सकता है, इसलिए बैलेंस डाइट और रेगुलर एक्सरसाइज के जरिए से हेल्दी वेट हासिल करने और बनाए रखने का लक्ष्य रखें.

तनाव का प्रबन्धन करें

पुराना तनाव दिल की बीमारियों की संभावना को बढ़ाता है। इसलिए तनाव प्रबन्धन के उपाय अपनाएं। इसके लिए योग, मनन, सांस के व्यायाम करें। नियमित व्यायाम से तनाव कम होता है।

बैलेंस डाइट

फलों, सब्जियों, साबुत अनाज, लीन प्रोटीन और हेल्दी फैट से भरपूर डाइट का सेवन हार्ट हेल्थ में सहायता कर सकता है. सेचुरेटेड और ट्रांस फैट, सोडियम और एक्स्ट्रा शुगर का सेवन सीमित करना भी जरूरी है.

सेहतमंद आहार लें

सैचुरेटेड और ट्रांस फैट से युक्त आहार, चीनी, नमक के ज़्यादा सेवन से दिल की बीमारियों की संभावना बढ़ जाती है। वहीं दूसरी ओर फलों, सब्ज़ियों, साबुत अनाज, लीन प्रोटीन और सेहतमंद फैट के सेवन से दिल की बीमारियों का खतरा कम होता है। पोषण से आहार लें और प्रोसेस्ड एवं फास्ट फूड का सेवन सीमित कर दें।

हाइड्रेशन

पूरे दिन पर्याप्त पानी पीने से हेल्दी ब्लड फ्लो बनाए रखने और डिहाइड्रेशन को रोकने में मदद मिलती है, जो हार्ट पर दबाव डाल सकता है.

पोर्शन कंट्रोल

पोर्शन कंट्रोल की निगरानी से ज्यादा खाने, बहुत ज्यादा कैलोरी का सेवन और वजन बढ़ने से रोका जा सकता है, जो हार्ट डिजीज में योगदान कर सकता है.

एल्कॉहल का सेवन सीमित कर दें

एल्कॉहल के सेवन से ब्लड प्रेशर, ट्राईग्लीसराईड बढ़ते हैं, लिवर को नुकसान पहुंचता है। अगर आप एल्कॉहल का सेवन करते हैं तो सीमित मात्रा में करें। पुरूषों को एक दिन में दो ड्रिंक और महिलाओं को एक ड्रिंक से अधिक नहीं लेनी चाहिए। अच्छा होगा कि एल्कॉहल का सेवन छोड़ दें।

सोडियम का सेवन कम होना

रोजाना 2,300 मिलीग्राम से कम सोडियम सेवन सीमित करने से ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने और हार्ट डिजीज के जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है.

वजन पर नियन्त्रण बनाए रखें

मोटापे की वजह से दिल की बीमारियों की संभावना बढ़ती है। सेहतमंद आहार और नियमित व्यायाम से वज़न पर नियन्त्रण रखें। अपनी उम्र, उंचाई और शरीर के प्रकार के अनुसार आपका वज़न क्या होना चाहिए, इसके बारे में अपने डॉक्टर से बात करें।

स्ट्रेस को मैनेज करना

स्ट्रेस को मैनेज करने के हेल्दी तरीके ढूंढना, जैसे रिलेक्सेशन टेक्नीक को फॉलो करना, व्यायाम करना या शौक में शामिल होना, हार्ट हेल्थ पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है.

धूम्रपान छोड़ना

धूम्रपान से हार्ट रिलेटेड बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. धूम्रपान ब्लड वेसल्स को नुकसान पहुंचाता है और हार्ट डिजीज का खतरा बढ़ जाता है. धूम्रपान छोड़ना हार्ट हेल्थ में काफी सुधार कर सकता है.

अच्छी नींद लें

नींद सेहत के लिए और दिल के स्वास्थ्य के लिए बहुत ज़रूरी है। रोज़ाना 7-8 घण्टे की नींद लें। अगर आपको नींद में परेशानी होती है, तो डॉक्टर से बात करें।

क्रोनिक बीमारियों का प्रबन्धन करे

हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज़ और ज़्यादा कॉलेस्ट्रॉल से दिल की बीमारियों की संभावना बढ़ती है। इसलिए अपने डॉक्टर की मदद से इन सभी चीज़ों को नियन्त्रण में रखें। जीवनशैली में बदलाव लाकर भी इन पर नियन्त्रण किया जा सकता है। डॉक्टर से नियमित रूप से सलाह लेते रहें।

स्लीप रूटीन को फॉलो करें

हर रोज 7-9 घंटे की पर्याप्त नींद को लेने से दिल का दौरा, हार्ट ब्लड प्रेशर और मोटापे जैसी हार्ट डिजीज के जोखिम को कम करने में मदद मिलती है.

खूब पानी पिएं

पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से शरीर में रक्त का प्रवाह ठीक से होता है औेर दिल की बीमारियों की संभावना कम होती है। इसलिए रोज़ाना कम से कम आठ गिलास पानी ज़रूर पीएं।

शराब का सेवन सीमित करना

बहुत ज्यादा शराब के सेवन से हाई ब्लड प्रेशर, इर्रेगुलर हार्ट रेट और यहां तक कि हार्ट फेलियर भी हो सकती है. संयम जरूरी है, महिलाओं के लिए हर दिन एक से ज्यादा ड्रिंक्स और पुरुषों के लिए प्रति दिन दो ड्रिंक्स से ज्यादा नहीं.

रेगुलर हेल्थ चेकअप

रेगुलर चेकअप के साथ ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल लेवल और हार्ट हेल्थ की निगरानी से किसी भी संभावित जोखिम कारकों को पहचानने और मैनेज करने में मदद मिल सकती है.

नियमित रूप से अपनी जांच कराएं

नियमित जांच के द्वारा दिल की बीमारियों का जल्दी निदान हो जाता है। इस तरह इसे समय पर नियन्त्रित कर क्रोनिक होने से बचाया जा सकता है। इसलिए अपने ब्लड प्रेशर, कॉलेस्ट्रॉल एवं अन्य जांचें नियमित रूप से कराते रहें।

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