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स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है डार्क चॉकलेट -जानें


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नई दिल्लीः चॉकलेट खाने में स्वादिष्ट होती है। इसको खाने के बाद काफी रिलैक्स महसूस होता है क्योंकि ये शुगर क्रेविंग को कम करती है और इसमें मौजूद कैफीन के कारण ये तनाव कम करती है। हालांकि ज्यादातर लोग चॉकलेट्स को सेहत के लिए नुकसानदायक ही मानते हैं। दरअसल बाजार में मिलने वाली मिल्क चॉकलेट्स (नॉर्मल चॉकलेट्स) तो सेहत के लिए नुकसानदायक ही होती हैं मगर यदि आप डार्क चॉकलेट खाते हैं, तो इसके कई सारे स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं। डार्क चॉकलेट कई तरह से फायदेमंद होती है। यह हमारे मूड को अच्छा करने में मदद करती है। ये हार्ट के लिए भी अच्छी मानी जाती है। यह तनाव को दूर करने का काम भी करती है। असल में डार्क चॉकलेट में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। डार्क चॉकलेट में 70% कोकोआ होता है, जो एंटीऑक्सिडेंट्स का बहुत अच्छा स्त्रोत होता है।

डार्क चॉकलेट में कई प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट्स होते है

डार्क चॉकलेट में कोकोआ नाम का पदार्थ मिलाया जाता है जो बहुत जल्दी ही दिमाग को सक्रिय कर देता है. इसका स्वाद हल्का कसैला होकर मीठा होता है. डार्क चॉकलेट को लेकर कई अध्यय किए गए हैं जिनमें यही बात सामने निकलकर आती है कि यदि इसका सीमित सेवन किया जाए तो इससे कई तरह के फायदे होते हैं. कुछ अध्ययनों के मुताबिक डार्क चॉकलेट हार्ट को हेल्दी बनाती है और ब्रेन फंक्शन को सक्रिय करती है. वहीं डार्क चॉकलेट शरीर में सेरोटोनिन और इंडोरफिंस हार्मोन को बढ़ा देती है जिसके कारण शरीर को रिलेक्स मिलता है और इंसान खुशमिजाज रहता है. यानी यदि आप वेलेंटाइन के समय डार्क चॉकलेट का सेवन बढ़ा दें आपका मूड बहुत बढ़िया रहेगा जिससे वेलेंटाइन खुशनुमा होगा.डार्क चॉकलेट के सेवन से स्ट्रेस और एंग्जाइटी से मुक्ति मिलती है. डार्क चॉकलेट में कई प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो शरीर में फ्री रेडिकल्स को बनने से रोकते हैं. इससे उम्र का असर भी घटता है.

धमनियां रहती हैं स्वस्थ

डार्क चॉकलेट का सेवन हार्ट के रोगी को जरूर करना चाहिए। डार्क चॉकलेट हमारी व्हाइट ब्लड सेल्स को ब्लड वेसल्स की दीवारों से चिपकने से रोकती है। यह हमारी हार्ट की धमनियों से लचीलेपन को दूर करके मज़बूत बनाने का काम करती है। इस तरह हमारी धमनियां बंद होने का खतरा नहीं रहता और हार्ट भी स्वस्थ रहता है। डार्क चॉकलेट में पाए जाने वाले घटक हमारी धमनियों में कोलेस्ट्रॉल को जमने से रोकने का काम करते हैं। इससे हार्ट के रोगों की संभावना भी कम हो जाती है। डार्क चॉकलेट हमारे हार्ट और धमनियों में कैल्सीफाइड प्लाक के खतरे को कम करने में मदद करती है। डार्क चॉकलेट का सेवन दिल को स्वस्थ रखने में मदद करता है ।

स्ट्रोक की संभावना को कम करती है

एक शोध में सामने आया है कि जो लोग हर रोज डार्क चॉकलेट का सेवन करते हैं उनमें स्ट्रोक होने की संभावना कम होती है।कोको में सिर्फ ब्लड प्रेशर ही नहीं हार्ट अटैक और स्ट्रोक के खतरे को कम करने के गुण हैं. इससे आपका एलडीएल और खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करता है जिसकी वजह से स्ट्रोक और हृदय का खतरा कम हो जाता है. दो स्वीडिश अध्ययनों ने अपनी पुष्टि के प्रति दिन 19 से 30 ग्राम चॉकलेट खाने से दिल की समस्याएं नहीं होता है.

कोलेस्ट्रॉल कम करती है

डार्क चॉकलेट में पाए जाने वाले एंटीऑक्सिडेंट गुण हमारे शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करते हैं। डार्क चॉकलेट का मुख्य घटक कोकोआ अच्छे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाता है। कोकोआ में पर्याप्त मात्रा में शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट होते हैं, जो ब्लड फ्लो को बढ़ाने का करते हैं। डार्क चॉकलेट इंसुलिन के स्तर को कम करने का काम करती है। जो हार्ट रोग का एक महत्वपूर्ण कारण है। इसके अलावा ये ब्लड के प्रवाह में सुधार और ब्लड प्रेशर को कम करती है।

ब्लड प्रेशर को कम करती है

डार्क चॉकलेट में फ्लेवोनॉइड्स पाए जाते है, जो हमारी धमनियों की लाइनिंग को उत्तेजित करते हैं और उन्हें नाइट्रिक ऑक्साइड नाम की गैस बनाने का काम करते हैं। नाइट्रिक ऑक्साइड का काम सिग्नल भेजकर धमनियों को ढीला करने का होता है, जिससे ब्लड का प्रवाह अच्छे तरीके से हो सके। इसलिए यह ब्लड प्रेशर के स्तर को नियंत्रित करने में सहायक है।

अत्यधिक पौष्टिक

डार्क चॉकलेट दिल के मरीजों के लिए फायदेमंद होती है। डार्क चॉकलेट में आयरन, पोटेशियम, मैग्नीशियम, सेलेनियम, जिंक, कॉपर और पोटेशियम फॉस्फोरस जैसे पर्याप्त पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं। सभी पोषक तत्व दिल को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।

डार्क चॉकलेट में होते हैं ये तत्व

डार्क चॉकलेट में कई प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं. इसमें एंटी ऑक्सीडेंट्स, फ्लेवेनॉइट्स, आयरन, जिंक मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्व होते हैं, जो आपके शरीर के लिए काफी फायदेमंद साबित होते हैं. इसलिए व्यक्ति को दिन भर में एक चॉकलेट जरूर खानी चाहिए.

कार्डियोवैस्कुलर डिजीज कम करता है

जो लोग प्रतिदिन एक चॉकलेट खाते हैं उनमें कार्डियोवैस्कुलर डिजीज कम होता है. इसमें मिलने वाला फ्लेवेनॉल कार्डियोवैस्कुलर डिजीज होने के खतरे को कम कर देता है.

टाइप -2 डायबिटीज

डायबिटीज के मरीजों के लिए चीनी हानिकारक होती है लेकिन चॉकलेट अलग है. अध्ययन बताते हैं कि मॉडरेशन में डार्क चॉकलेट होने से टाइप 2 मधुमेह के लक्षणों को कम करने में मदद मिल सकती है. कुछ अध्ययनों से पता चला है कि फ्लेवोनोइड्स का अधिक सेवन पहली बार में इस बीमारी के खतरे को कम किया जा सकता है.

मूड अच्छा होता है

चॉकलेट खाने से आपका मूड अच्छा होता है. इसके अलावा कई लोग स्ट्रेस में भी चॉकलेट का सेवन करते हैं.

कौन सी चॉकलेट सबसे ज्यादा फायदेमंद

चॉकलेट तीन तरह की होती है. इसमें व्हाइट चॉकलेट, मिल्क चॉकलेट और डार्क चॉकलेट खाना आपके स्वास्थ्य के लिए फायदमेंद होता है. इसमें कोको मुख्य सामग्री है जो हमारे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है. इन तीनों चॉकलेट में से डॉर्क चॉकलेट सबसे ज्यादा फायदेमंद होती है क्योंकि उसमें चीनी बिल्कुल नहीं होती है और कोको की मात्रा सबसे ज्यादा होती है.

एक दिन में कितनी चॉकलेट खाएं

किसी भी चीज को जरूरत से ज्यादा खाना जहर होता है. एक दिन में 30 से 60 ग्राम से अधिक चॉकलेट नहीं खानी चाहिए. बहुत अधिक चॉकलेट का सेवन करने से कैलोरी काउंट बढ़ेगा जिससे वजन बढ़ेगा और अन्य समस्याएं भी होंगी.

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