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समुद्र बना जंग का मैदान,चीनी तटरक्षकों ने फिलीपींस की जहाज को मारी टक्कर


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नई दिल्लीः चीन सुधरने का नाम नहीं ले रहा है. रविवार को दक्षिण चीन सागर के विवादित शोल क्षेत्र में फिलीपीन के जहाजों पर उसके कोस्टगार्ड्स ने पानी की बौछारें कीं और उनमें से एक जहाज को टक्कर मार दी. इससे फिलीपीन के जहाज के इंजन को गंभीर नुकसान पहुंचा और क्रू मेंबर्स की जान के लिए खतरा पैदा हो गया.फिलीपीन के अधिकारियों ने दावा किया कि चीन ने एक दिन पहले भी इसी तरह के एक विवादित शोल में इसी तरह की हरकत की थी. फिलीपीन और उसके ट्रीटी पार्टनर अमेरिका ने तुरंत दूसरे थॉमस शोल के पास इस घटना की निंदा की.

चीनी तटरक्षकों ने फिलीपींस की जहाज को मारी टक्कर

दक्षिण चीन सागर में चीन की दादागिरी थमने का नाम नहीं ले रही है। रविवार को चीनी तटरक्षकों ने फिलिपींस के एक जहाज में अपनी जहाज से जानबूझकर टक्कर मार दी और उसे आगे बढ़ने से रोक दिया। चीनी तटरक्षक यहीं नहीं रुके, बल्कि वह फिलीपींस के दलों पर पर पानी की बौछार भी करने लगे। फिलीपींस के तटरक्षकों ने आरोप लगाया है कि चीनी तटरक्षक ने रविवार को एक विवादित शोल क्षेत्र में उसके तीन जहाजों पर पानी की बौछारें कीं और उनमें से एक जहाज को टक्कर मार दी, जिससे जहाज के इंजन को गंभीर क्षति पहुंची है। इसके बाद दोनों पक्षों के तटरक्षकों में भिड़ंत हो गई। जंग के स्थान शोल, रेतीले और चट्टानों से घिरा समुद्री क्षेत्र हैं, जहां प्रचुर मात्रा में मछलियां पाई जाती हैं।

समुद्र में दो देशों की जंग

रविवार को थॉमस शोल के समीप टकराव हुआ है। उस समय फिलीपींस नौसेना की दो आपूर्ति नौकाएं और तटरक्षक का निगरानी पोत लंबे समय से फंसे नौसैनिक पोत पर सैनिकों के लिए भोजन और अन्य आपूर्ति पहुंचाने जा रहे थे। इसके अतिरिक्त और कोई जानकारी नहीं दी गई। चीनी अधिकारियों ने भी कोई टप्पणी नहीं की है।

खाना पहुंचाने निकली थीं नावें

दरअसल, दो फिलीपीन नेवी ऑपरेटेड सप्लाई नावें और दो फिलीपीन कोस्टगार्ड्स एस्कॉर्ट जहाज लंबे समय तक तैनात फिलीपीन बलों को भोजन खाना बाकी सप्लाई पहुंचाने के लिए रवाना हुए थे.नौसेना का जहाज यहां फंसा हुआ है जो क्षेत्रीय चौकी के तौर पर काम करता है. इस सीमा विवाद के मामले से निपटने वाले फिलीपीन सरकार की एक्शन फोर्स ने कहा, ‘हम एक बार फिर लीगल और रेग्युलर फिलीपीन सप्लाई मिशन के खिलाफ चीन के नए खतरनाक युद्धाभ्यास की निंदा करते हैं, जिसने शोल में हमारे लोगों के जीवन को खतरे में डाल दिया है.फिलीपीन के अधिकारियों ने कहा कि चीनी कोस्ट गार्ड्स के हाई प्रेशर वाली पानी की बौछार ने उसके पोत एम/एल कलायान के इंजन को डीएक्टिव कर दिया और गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाया है, जिसे पश्चिमी फिलीपीन प्रांत पलावन में वापस ले जाना पड़ा. उन्होंने बताया कि इस कार्रवाई से जहाज पर सवार चालक दल के सदस्यों की जान गंभीर रूप से खतरे में पड़ गई.

नौकाओं की आवाजाही अवरुद्ध

चीन ने थॉमस शोल को वर्षों से घेर रखा है जिससे फिलीपींस तटरक्षक और आपूर्ति नौकाओं की आवाजाही अवरुद्ध है। दोनों देश इस विवादित क्षेत्र पर दावा करते हैं। इस वर्ष शत्रुता चरम पर पहुंच जाने से सशस्त्र संघर्ष होने की आशंका है। टकराव होने पर फिलीपींस सेना पर सशस्त्र हमले की स्थिति में संधि के अनुसार अमेरिका भी उसमें शामिल होगा।

जहाज को मार दी टक्कर

उन्होंने बताया कि फिलीपीन के दो कोस्टगार्ड एस्कॉर्ट जहाजों में से एक, बीआरपी काबरा का अगला हिस्सा पानी की बौछार की वजह से क्षतिग्रस्त हो गया. एक अन्य सप्लाई जहाज को एक चीनी तट रक्षक जहाज ने टक्कर मार दी थी, लेकिन फिर भी वह दूर जाने और सेकेंड थॉमस शोल में फिलीपीन के नौसैनिकों को सप्लाई पहुंचाने में कामयाब रहा. फिलीपीन तट रक्षक द्वारा जारी किए गए ड्रोन वीडियो और तस्वीरों में दो चीनी तट रक्षक जहाज बीआरपी काबरा और एक छोटी आपूर्ति नौका पर करीब से पानी की बौछार करते दिख रहे हैं.

हरकत पर क्या बोला ड्रैगन

वहीं चीनी तटरक्षक के प्रवक्ता गन यू ने चीन की कार्रवाई को कानूनी और पेशेवर बताया. उन्होंने कहा, इस तरह की कार्रवाई लगातार जारी रहेगी. चीन की इस कार्रवाई की मनीला में मौजूद विदेशी राजनयिकों ने कड़ी निंदा की, जिनमें अमेरिका, यूरोपीय संघ और जापान के राजदूत शामिल हैं. मनीला में अमेरिकी राजदूत मैरीके कार्लसन ने कहा कि उनका देश फिलीपीन के साथ खड़ा है और फिलीपीन के जहाजों के खिलाफ चीन की बार-बार अवैध और खतरनाक कार्रवाइयों की कड़ी निंदा करता है. दोनों देश विवादित क्षेत्र पर अपना- अपना दावा करते हैं और अपने इसी प्रयास के तहत चीनी जहाजों ने विवादित क्षेत्र में फिलीपीन की सप्लाई नावों का आवागमन रोक दिया है.चीन और फिलीपीन के बीच विवाद बढ़ता जा रहा है और इन घटनाओं ने सशस्त्र संघर्ष की आशंकाओं को जन्म दिया है. अधिकारियों ने कहा कि उस हमले से फिलीपीन ब्यूरो ऑफ फिशरीज एंड एक्वाटिक रिसोर्सेज के तीन जहाजों में से एक के संचार और नेविगेशन उपकरण को गंभीर क्षति हुई.

चीनी अधिकारियों ने साधी चुप्पी

चीनी अधिकारियों ने इस घटना पर पूरी तरह चुप्पी साध ली है। उनकी ओर से तत्काल कोई टिप्पणी नहीं आई। विवादित क्षेत्र को नियंत्रित करने के अपने वर्षों पुराने प्रयास के तहत चीन के जहाजों ने फिलीपीन के कब्जे वाले ‘सेकंड थॉमस शोल’ को घेर रखा है। दोनों देश विवादित क्षेत्र पर अपना- अपना दावा करते हैं और अपने इसी प्रयास के तहत चीनी जहाजों ने विवादित क्षेत्र में फिलीपीन की आपूर्ति नौकाओं का आवागमन रोक दिया है। चीन और फिलीपीन के बीच विवाद बढ़ता जा रहा है और इन घटनाओं ने सशस्त्र संघर्ष की आशंकाओं को जन्म दिया है। अमेरिका ने फिलीपीन के सुरक्षा बलों पर सशस्त्र हमले की स्थिति में अपने संधि सहयोगी देश की रक्षा करने की रक्षा का संकल्प जताया है। शनिवार के टकराव में चीनी तट रक्षक और उसके साथ आए जहाजों ने फिलीपीन के तीन मत्स्य पालन जहाजों पर पानी की बौछारें भी कीं, ताकि उन्हें उत्तर-पश्चिमी फिलीपींस के विवादित जल क्षेत्र में स्कारबोरो शोल के पास जाने से रोका जा सके।

अमेरिकी राजदूत मैरीके कार्लसन ने चीन की आक्रामक अवैध कार्रवाइयों की आलोचना

क्षेत्रीय विवाद के मामलों से निपटने वाले फिलीपीन सरकार के एक कार्य बल ने शनिवार को कहा, ‘‘हम मांग करते हैं चीनी सरकार इन आक्रामक गतिविधियों को रोकने और अंतरराष्ट्रीय कानून के सिद्धांतों को बनाए रखने के लिए तत्काल कार्रवाई करे और फिलीपीन की संप्रभुता का उल्लंघन करेने वाले एवं देश के मछुआरों के जीवन और आजीविका को खतरे में डालने वाले कार्यों से दूर रहे।’’ फिलीपीन में अमेरिकी राजदूत मैरीके कार्लसन ने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में चीन की ‘‘आक्रामक, अवैध कार्रवाइयों’’ की निंदा की। ​

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