x
बिजनेस

बैंक खाता हो गया है फ्रीज,जानें कैसे करें अनफ्रीज


सरकारी योजना के लिए जुड़े Join Now
खबरें Telegram पर पाने के लिए जुड़े Join Now

नई दिल्लीः अगर आपका खाता  केवाईसी के कारण फ्रीज हो गया है और आपको वो बैंक खाता फिर से चालू करना है तो ये खबर सिर्फ आपके लिए ही है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने सभी बैंकों से अपने ग्राहकों की KYC डिटेल्स को समय-समय पर अपडेट करने को निर्देश दिया है।

कभी-कभी विधायी कार्यवश भी बैंक खाता फ्रीज होता है। कभी आयकर विभाग तो कभी अदालती आदेश से भी बैंक अकाउंट फ्रीज होते हैं। ऐसे में आयकर विभाग (Income Tax Department) या फिर अदालत के आदेश के बाद ही अकाउंट अनफ्रीज होगा। हम आपको बता दें कि एक बार खाता फ्रिज हो जाने के बाद, खाताधारक उससे पैसे नहीं निकाल सकते हैं। लेकिन कई मामलों में जब तक खाता अनफ्रीज नहीं हो जाता है, तब तक उसमें और पैसे जमा करने की अनुमति दी जाती है। बैंकरों का कहना है कि आयकर विभाग (Income Tax Department) कभी कभी निर्देश देता है कि अमुक अकाउंट को फ्रिज कर दिया जाए। इस पर तत्काल कार्रवाई होती है। इसी तरह से पूंजी बाजार के नियामक सेबी (SEBI) के आदेश का भी पालन होता है। वित्तीय धोखाधड़ी या कुछ अन्य किस्म के मामलों में अदालतें भी बैंक को निर्देश देती है कि आरोपी का बैंक अकाउंट फ्रिज कर दिया जाए।

एक रिपोर्ट के अनुसार आरबीआई ने 29 मई 2019 को री-केवाईसी को लेकर एक सर्कुलर जारी किया था। इस सर्कुलर में कहा गया था कि अगर किसी भी मौजूदा बैंक के ग्राहकों के पास पैन, फॉर्म-60 या बैंक में जमा कोई समकक्ष दस्तावेज नहीं है, तो उनका खाता बंद हो जाएगा और फिर बंद ही रहेगा। हालांकि, आप केवाईसी के कारण फ्रीज किए गए खाते को फिर से चालू कर सकते हैं।

खाते को फ्रीज (Account Freeze) करने का मतलब यह है कि खाताधारक अपने बैंक खाते में कोई लेन-देन नहीं कर सकेगा। खाता फ्रीज होने के बाद उससे सभी तरह के भुगतान भी अपने आप रूक जाएंगे। भारत में, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI), आयकर विभाग (Income Tax Department), न्यायालयों (Court) और भारतीय प्रतिभूति विनिमय बोर्ड (SEBI) के पास बैंक खातों को फ्रीज करने का प्राधिकार है। ज्यादातर बैंक (Bank) अपने ग्राहकों का खाता फ्रीज करने से पहले उन्हें नोटिस भी देते हैं। यदि खाते को वैध कारणों के लिए लंबे समय तक फ्रीज किया जाता है, तो उसे अनफ्रीज करवाना एक लंबी और थकाऊ प्रक्रिया हो सकती है।

 किसी भी खाते के फ्रीज होने का मतलब है कि आप उसमें ट्रांजेक्शन नहीं कर सकते है, अगर खाता फ्रीज हो गया है तो उसके पीछे कई कारण हो सकते हैं, हालांकि खाता फ्रीज होने पर भी उसमें पैसे जमा करवाए जा सकते हैं।खाता फ्रीज होने के बाद उससे सभी तरह के भुगतान भी अपने आप रुक जाते हैं। यहां भारतीय रिजर्व बैंक, आयकर विभाग, न्यायालयों और भारतीय प्रतिभूति विनिमय बोर्ड (SEBI) के पास बैंक खातों को फ्रीज करने का अधिकार मिला हुआ है।

फ़्रीज़ खाता सक्रिय करें! अगर आपका बैंक खाता केवाईसी के कारण फ्रीज हो गया है तो यह खबर आपके लिए है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बैंकों से अपने ग्राहकों की KYC डिटेल्स को समय-समय पर अपडेट करने को कहा है।

अगर आपके खाते में संदिग्ध ट्रांजेक्शन हो रही है तो ऑनलाइन शॉपिंग बढ़ जाती है, तो बैंक आपके अकाउंट को फ्रीज कर देता है। इस पर बैंक का कहना होता है कि या तो ग्राहक का अकाउंट हैक हो गया है या डेबिट कार्ड चोरी। कभी-कभी आपके अकाउंट में संदिग्ध किस्म के ट्रांजेक्शन (Suspected transections) होने लगते हैं तो एहतियातन बैंक आपका अकाउंट फ्रीज कर देता है। कोई व्यक्ति हर समय सामान्य ट्रांजेक्शन करता है और अचानक उनके अकाउंट में ऑनलाइन परचेज (Online Purchase) की बाढ़ सी आ जाती है या विदेशें में डेबिट कार्ड (Debit Card purchase in abroad) से खरीदारी होने लगती है, तब बैंक अपनी तरफ से सक्रिय हो कर अकाउंट फ्रीज कर देता है। उस समय बैंक समझता है संबंधित ग्राहक का अकाउंट हैक (Account hack) कर लिया गया है या डेबिट कार्ड चोरी हो गया है।

रिजर्व बैंक का नियम है कि आपको तीन साल में एक बार केवाईसी जरूर करानी होगी। अगर कोई ऐसा नहीं करता है तो उसके अकाउंट को फ्रिज कर दिया जाएगा। इंडियन बैंक (Indian bank) के एक वरिष्ठ अधिकारी बताते हैं कि जो ग्राहक तीन साल में एक बार केवाईसी (KYC) नहीं कराते हैं, उनका अकाउंट फ्रीज (Account Freeze) कर दिया जाता है। रिजर्व बैंक का प्रावधान है कि हर खाताधाारक तीन साल में एक बार, केवाईसी अपडेट (KYC Update) कराए। कोई ग्राहक ऐसा करने से चूक जाता है तो उनका अकाउंट फ्रिज कर दिया जाता है।

एक वजह यह भी है कि अगर 6 महीने तक खातें में कोई ट्रांजेक्शन नहीं हुआ तो खाता फ्रीज हो सकता है। आपने अपने खाते में छह महीने में एक भी ट्रांजेक्शन (No Transection) नहीं किया तो भी आपका अकाउंट फ्रीज कर दिया जाएगा। इंडियन बैंक के अधिकारी का कहना है कि इसमें बैंक का कोई कर्मचारी कुछ नहीं करता। यह सब कंप्यूटराइज्ड (Computerised) तरीके से होता है। यदि किसी खाते में छह महीने तक लगातार कोई लेन-देन नहीं हुआ तो सिस्टम अपने आप उसे फ्रीज कर देता है।

    अगर आपका खाता केवाईसी नहीं करानी की वजह से हुआ है, तो आपको हम तरीके बता देते हैं कि कैसे आपको इसको अनफ्रीज कर सकते हैं:-री-केवाईसी की प्रक्रिया अलग-अलग कैटेगरी के ग्राहकों के लिए अलग-अलग है। बैंक ऑफ बड़ौदा की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार उनके ग्राहकों के लिए दोबारा केवाईसी प्रक्रिया को पूरा करने और अपने बैंक खाते को फिर से चालू करने के 3 आसान तरीके हैं।

    सबसे पहले आपको बैंक में जाकर री-केवाईसी फॉर्म और जरूरी केवाईसी डॉक्यूमेंट्स के सभी कागज संलग्न करने होंगे।उसके बाद आधार नंबर और मूल पैन कार्ड है, तो आप मोबाइल ऐप द्वारा भी रि-केवाईसी कर सकते हैं।इसके अलावा बैंकों की अलग-अलग शर्तों को मानकर जैसे (एफीडेबिट) ईमेल वेरिफिकेशन को करने से भी री-केवाईसी प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।

आपको बता दें कि आरबीआई ने 29 मई 2019 को री-केवाईसी को लेकर एक सर्कुलर जारी किया था। इस सर्कुलर के मुताबिक, अगर किसी भी मौजूदा बैंक के ग्राहकों के पास पैन, फॉर्म 60 या बैंक में जमा कोई समकक्ष दस्तावेज नहीं है, तो उनका खाता बंद हो जाएगा। बंद रहेगा। हालाँकि, आप केवाईसी के कारण फ्रीज किए गए खाते को भी पुनः सक्रिय कर सकते हैं।

री-केवाईसी की प्रक्रिया अलग-अलग कैटेगरी के ग्राहकों के लिए अलग-अलग है। बैंक ऑफ बड़ौदा की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार उनके ग्राहकों के लिए दोबारा केवाईसी प्रक्रिया को पूरा करने और अपने बैंक खाते को फिर से चालू करने के 3 आसान तरीके हैं।

आपको बता दें कि री-केवाईसी की प्रक्रिया अलग-अलग श्रेणी के ग्राहकों के लिए अलग-अलग है। हालाँकि, आप अपने जमे हुए बैंक खाते को भी आसानी से पुनः सक्रिय कर सकते हैं। बैंक ऑफ बड़ौदा की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, उनके ग्राहकों के लिए अपनी पुनः केवाईसी प्रक्रिया को पूरा करने और अपने बैंक खाते को पुनः सक्रिय करने के 3 तरीके हैं। आइए इन तीन प्रक्रियाओं के बारे में विस्तार से जानते हैं।

1. सबसे पहले बैंक ग्राहकों को अपनी होम ब्रांच में जाकर री-केवाईसी फॉर्म और जरूरी केवाईसी दस्तावेज की कॉपी जमा करनी होगी।

2. यदि किसी व्यक्तिगत निवासी ग्राहक के पास आधार नंबर और मूल पैन कार्ड है, तो वह वीडियो कॉल के माध्यम से पुनः केवाईसी प्रक्रिया को पूरा कर सकता है।

3. वहीं, अगर किसी बैंक ऑफ बड़ौदा ग्राहक के केवाईसी विवरण में कोई बदलाव नहीं हुआ है, तो वह मूल हस्ताक्षर के साथ स्व-घोषणा पत्र ईमेल, पोस्ट और कूरियर के माध्यम से भी भेज सकता है। ऐसा करने से भी उसकी री-केवाईसी प्रक्रिया पूरी हो जाएगी.

मोबाइल ऐप के जरिए री-केवाईसी प्रक्रिया पूरी करें

कोटक महिंद्रा बैंक ने अपने ग्राहकों को मोबाइल बैंकिंग ऐप के जरिए री-केवाईसी प्रक्रिया पूरी करने की सुविधा प्रदान की है। इसके लिए सबसे पहले आपको कोटक मोबाइल ऐप पर लॉगइन करना होगा। क्लिक करने के बाद यहां आपको ‘री केवाईसी’ का विकल्प मिलेगा। इस विकल्प को चुनकर आप ओटीपी के माध्यम से अपनी री-केवाईसी प्रक्रिया को पूरा कर सकते हैं और अपने खाते को पुनः सक्रिय कर सकते हैं।

जब कोई बैंक अकाउंट फ्रिज हो जाए तो सबसे पहले अपने बैंक ब्रांच में संपर्क करना चाहिए। बैंक प्रबंधन से पूछना चाहिए कि अकाउंट फ्रिज होने की वजह क्या है? यदि संदिग्ध लेन देन या केवाईसी पूरा नहीं करना वजह है तो आपका अकाउंट शीघ्र चालू हो जाएगा। लेकिन यदि आयकर विभाग, सेबी या फिर किसी अदालत ने अकाउंट फ्रिज कराया है तो फिर वहां से आदेश आने से पहले बैंक प्रबंधन कुछ नहीं कर सकता है।

Back to top button