हरियाणा के झज्जर में महसूस किए गए भूकंप के झटके, रिक्टर स्केल पर 3.3 मापी गई तीव्रता
नई दिल्लीः हरियाणा के झज्जर में रात के 9:53 भूकंप के झटके महसूस किए गए है. जिसकी रिक्टर स्केल पर तीव्रता 3.3 मापी गई. राहत वाली बात है कि भूकंप की तीव्रता कम होने की वजह से जाना माल के नुकसान की खबर नहीं है. लेकिन रात का समय होने की वजह से लोग अपने घरों में थे.अचानक से जमीन कांपने लगी. जिसके बाद लोग डर कर घरों बाहर भागने लगे.
भूकंप आज रात 9:53 मिनट पर महसूस किया
सोमवार को झज्जर में भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 3.1 रही। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने इसकी जानकारी दी है। ये भूकंप आज रात 9:53 मिनट पर महसूस किये गए है। फिलहाल इन भूकंप के झटकों से किसी तरह के जानमाल के नुकसान की कोई खबर सामने नहीं आई है। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र की यह जानकारी एएनआई द्वारा माइक्रो ब्लॉगिंग साइट एक्स पर शेयर की है।भूकंप के बाद इलाके में लोग घबराकर अपने-अपने घरों से बाहर निकल आए। फिलहाल कहीं से किसी प्रकार की हानि की सूचना सामने नहीं आई है।
ट्वीट कर दी जानकारी
नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलाजी ने भूकंप की जानकारी ट्वीट के माध्यम से भी शेयर की है। भूकंप का उद्गम केंद्र देश की राजधानी से सटा झज्जर जिला रहा है। इसकी गहराई जमीनी सतह से 8 किलोमीटर अंदर मापी गई है। यानी भूकंप की ये तरंग जमीन के 8 किलोमीटर अंदर से उठी है। रिक्टर स्केल के अनुसार 3.3 गति का भूकंप बेहद हल्का होता है। इसलिए लोगों को मामूली झटके ही महसूस हुए हैं। मगर इसके बावजूद झज्जर में आये इस भूकम्प को लोगों ने महसूस किया और घरों में लगे बिजली की उपकरण भी हिलते हुए दिखाई दिए।
क्यों आता है भूकंप?
पृथ्वी के अंदर सात प्लेट्स हैं, जो लगातार घूमती रहती हैं। जहां ये प्लेट्स ज्यादा टकराती हैं, वह जोन फॉल्ट लाइन कहलाता है। बार-बार टकराने से प्लेट्स के कोने मुड़ते हैं। जब ज्यादा दबाव बनता है तो प्लेट्स टूटने लगती हैं। नीचे की ऊर्जा बाहर आने का रास्ता खोजती हैं और डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है।
सब कुछ हिलता दिखाई दिया
लोगों का कहना था कि वह काम कर रहे थे उसी दौरान उन्हें सब कुछ हिलता दिखाई दिया। तब वह समझ गए कि यह भुकम्प के ही झटकें है। वह महसूस होते ही वह अपने घर व दुकान से बाहर आ गए। भुकम्प का केन्द्र झज्जर जिले के सब-डिवीजन बेरी का गांव शेरिया बताया जा रहा है।
जानें क्या है भूंकप के केंद्र और तीव्रता का मतलब?
भूकंप का केंद्र उस स्थान को कहते हैं जिसके ठीक नीचे प्लेटों में हलचल से भूगर्भीय ऊर्जा निकलती है। इस स्थान पर भूकंप का कंपन ज्यादा होता है। कंपन की आवृत्ति ज्यों-ज्यों दूर होती जाती हैं, इसका प्रभाव कम होता जाता है। फिर भी यदि रिक्टर स्केल पर सात या इससे अधिक की तीव्रता वाला भूकंप है तो आसपास के 40 किमी के दायरे में झटका तेज होता है। लेकिन यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि भूकंपीय आवृत्ति ऊपर की तरफ है या दायरे में। यदि कंपन की आवृत्ति ऊपर को है तो कम क्षेत्र प्रभावित होगा।