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बीच समंदर भिड़ गए चीन-फिलीपींस,चीनी जहाजों ने फिलीपीनी पोत को मारी टक्कर


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नई दिल्लीः रूस और यूक्रेन…फिर इजरायल और हमास…और उसके बाद अब चीन और फिलीपींस के बीच तनाव भड़क गया है.दक्षिणी चीन सागर में दोनों मुल्क भिड़ गए हैं क्योंकि चीन ने फिर वही हिमाकत की है, जिसके लिए वो जाना जाता है. यानी पहले विवादित इलाके में धौंस जमाना और फिर उस पर दावा ठोकने की कोशिश करना. एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें चीन का कोस्ट गार्ड शिप फिलीपींस के तट रक्षक जहाज को टक्कर मार रहा है.

अमेरिका ने की निंदा

बेहद संवेदनशील अंतरराष्ट्रीय समुद्री इलाका साउथ चाइना सी में रविवार सुबह-सुबह सिर्फ इन दो जहाजों की टक्कर नहीं हुई है.बल्कि चीन और फिलीपींस के बीच टकराव का नया और खतरनाक सिलसिला शुरू हो गया है.मनीला में अमेरिकी राजदूत मैरीके कार्लसन ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ”चीन के अयंगिन तट पर किए गए कृत्य की अमेरिका निंदा करता है जिससे फिलीपीन के सेवा सदस्यों का जीवन खतरे में पड़ गया है।” फिलीपीन के एक टास्क फोर्स ने कहा कि वह आज सुबह फिलीपीन की संप्रभुता, संप्रभु अधिकारों और अधिकार क्षेत्र के उल्लंघन में चीनी तट रक्षक और चीनी समुद्री मिलिशिया की नवीनतम खतरनाक, गैर-जिम्मेदार और अवैध कार्रवाइयों की कड़ी निंदा करता है।

फिलीपीन टास्क फोर्स ने क्या कहा

टास्क फोर्स के एक बयान बताया कि रविवार सुबह हुई पहली घटना में चीन के तट रक्षक जहाज 5203 के खतरनाक अवरोधक युद्धाभ्यास के कारण फिलीपीन की सैन्य नाव से टक्कर हो गई। चीनी तट रक्षक जहाज की खतरनाक, गैरजिम्मेदार और अवैध कार्रवाई ने चालक दल की सुरक्षा को खतरे में डाल दिया था।वहीं, दूसरी घटना में फिलीपीन तट रक्षक जहाज बायीं ओर से चीनी मिलिशिया जहाज 00003 से टकरा गया।

कई देशों के साथ चीन का सीमा विवाद

दरअसल चीन दुनिया का एक ऐसा मुल्क है, जो पड़ोसियों के साथ सीमा विवाद को साजिशन हवा देता आया है. जिन देशों के साथ चीन का सीमा विवाद है, उसकी फेहरिस्त देखेंगे तो इसका अंदाजा लगते देर नहीं लगेगी. चीन के साथ इस विवाद में 16 देश शामिल हैं. चीन का समुद्री सीमा विवाद 10 देशों के साथ है जिनमें ताइवान, फिलीपींस, जापान, वियतनाम, मलेशिया और साउथ कोरिया बड़े मुल्क हैं.

चीन का जमीन विवाद भी 6 देशों के साथ जारी है और इनमें भारत के साथ-साथ मंगोलिया म्यांमार, लाओस, भूटान, और नेपाल शामिल हैं. एक आंकड़े के मुताबिक चीन ने 6 देशों की करीब 42 लाख वर्ग किलोमीटर जमीन पर कब्जा कर रखा है.जो उसके पूरे इलाके का 43 फीसदी हिस्सा है.

नया नहीं है विवाद

चीन का पड़ोसी मुल्कों के साथ सीमा विवाद नया नहीं है. फिलीपींस तो उसके रडार पर ही रहता है. लेकिन बोट की इस टक्कर के बाद फिलीपींस ने चीन के खिलाफ कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है. हालांकि जवाब चीन की तरफ से भी आया है और अब तो इस विवाद में फिलीपींस की तरफ से अमेरिका भी कूद पड़ा है. लेकिन साउथ चाइना सी में नाव के इस तनाव ने एक बार फिर चीन की उस बड़ी साज़िश की ओर इशारा किया है, जिसके जरिए वो पहाड़ और जमीन से लेकर समंदर तक हर वक्त अवैध कब्जा जमाने और दूसरों के इलाके में अतिक्रमण कर दावेदारी की फिराक में लगा रहता है.

कुदरत का खजाना है साउथ चाइना सी

साउथ चाइना सी, जिसके भीतर कुदरत ने नेचुरल गैस और मरीन लाइफ का खजाना छिपा रखा है जबकि इसके ऊपर दुनिया का साढ़े तीन ट्रिलियन डॉलर का कारोबार ढोते कई मुल्कों के बेड़े तैरते रहते हैं.ठीक यहीं पर चीन और फिलपींस के बीच एक बार फिर भिड़ंत हो गई है. दोनों देश के कोस्ट गार्ड बोट टकरा गए हैं. फिलीपींस आर्म्ड फोर्सेज की ओर से जारी तस्वीर में चीन की धौंस साफ-साफ दिखी है.इन तस्वीरों में नजर आ रहा है कि चीन के कोस्ट गार्ड वेसेल 5203 ने फिलीपींस के कोस्ट गार्ड शिप के करीब पहुंचकर उसे टक्कर मार दी. उस शिप में फिलीपींस कोस्ट गार्ड के जवान भी मौजूद थे.

इतना ही नहीं, इस इलाके में चीन ने एक और हिमाकत की.जब इसके कोस्ट गार्ड बोट और एक मिलिशिया बोट ने फिलीपींस मिलिट्री के सप्लाई बोट के रास्ते को रोकने की कोशिश की.साउथ चाइना सी के सेकंड थॉमस शोल में चीन की ऐसी उकसाने वाली झड़प ने फिलीपींस को भड़का दिया है. फिलीपींस ने चीन पर नजर टेढ़ी कर ली है. बोट की टक्कर के बाद फिलीपींस ने तल्ख बयान दिया है.

फिलिपीन्स के शिप को नुकसान

फिलिपीन्स के एक सैन्य अधिकारी ने कहा- हमारे किसी क्रू मेंबर को चोट नहीं आई है। जहाज को हुए नुकसान का जायजा लिया जा रहा है। साउथ चाइना सी में दो घटनाएं हुई है। दोनों ही उस जगह हुईं, जहां सबसे ज्यादा मछलियां पाई जाती हैं। चीन यहां फिलिपीन्स के शिप्स को आने से रोकता रहा है। इस अफसर ने आगे कहा- यह घटना काफी गंभीर हो सकती थी, लेकिन हमारे शिप ने बहुत जल्द वहां से हटने का फैसला किया। इससे ज्यादा मैं कुछ नहीं बता सकता। फॉरेन और डिफेंस मिनिस्ट्री इस बारे में बात करेंगे।न्यूज एजेंसी ‘एपी’ के मुताबिक- साउथ चाइना सी में फिलिपीन्स और चीन के बीच टकराव हालिया दिनों में तेजी से बढ़ा है। इसकी वजह यह है कि अमेरिका और फिलिपीन्स के बीच एक समझौता हुआ है और यहां अब फिलिपीन्स की नेवी के मदद के लिए अमेरिकी वॉरशिप मौजूद हैं।

चीन ने दिया ये बयान

चीन की इस खबर में ये भी दावा किया गया कि फिलीपींस के जहाज ने गैरपेशेवर और खतरनाक तरीके से चीन के जहाज के रास्ते को क्रॉस करने की कोशिश की थी. जाहिर है दोनों देश के बीच तनाव बढ़ता चला जा रहा है. चीन की इस नई हरकत के बाद अमेरिका गुस्से में है.

दुनिया के सबसे व्यस्त शिपिंग रूट में हुई घटना

घटनास्थल दुनिया के सबसे व्यस्त व्यापार मार्गों में से एक है और दक्षिण चीन सागर में लंबे समय से चल रहे क्षेत्रीय विवादों में नवीनत म घटनाक्रम है। इस क्षेत्र को लेकर चीन, फिलीपींस, वियतनाम, मलेशिया, ताइवान और ब्रुनेई ने दशकों से इसके लिए दावे किए हैं और यह क्षेत्र अमेरिकी-चीन प्रतिद्वंद्विता में महत्वपूर्ण घटक बन गया है।

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