कपिल सिब्बल ने जीता सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन का चुनाव,चौथी बार बनेंगे अध्यक्ष
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नई दिल्लीः वरिष्ठ वकील और राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन का चुनाव जीत लिया है। इस बार कपिल सिब्बल को कुल 1066 वोट मिले जबकि दूसरे नंबर आए वरिष्ठ वकील प्रदीप राय को 698 वोट मिले है। वहीं तीसरे नंबर निवर्तमान अध्यक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता डॉ आदिशा अग्रवाल रहे। उन्हें 296 वोट मिले।
बहुत जल्द होने जा रहे बड़े परिवर्तन का ट्रेलर
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल को भारी बहुमत से उच्चतम न्यायालय बार एसोसिएशन का अध्यक्ष चुना गया है। यह उदारवादी, धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक और प्रगतिशील ताकतों के लिए एक बड़ी जीत है।निवर्तमान प्रधानमंत्री के शब्दों में कहें तो, यह राष्ट्रीय स्तर पर बहुत जल्द होने वाले परिवर्तन का एक ट्रेलर भी है। जल्द ही भूतपूर्व होने जा रहे वर्तमान शासन के कानूनी ‘ड्रमबीटर्स’ और ‘चीयरलीडर्स’ को इससे झटका लगना चाहिए।
कपिल सिब्बल ने तीन बार एससीबीए अध्यक्ष के रूप में काम किया
कपिल सिब्बल ने 8 मई को सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (एससीबीए) के अध्यक्ष पद के लिए अपनी उम्मीदवारी की घोषणा की थी. हार्वर्ड लॉ स्कूल से स्नातक कपिल सिब्बल 1989-90 के दौरान भारत के अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल थे. उन्हें 1983 में वरिष्ठ वकील के रूप में नामित किया गया था. 1995 और 2002 के बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने तीन बार एससीबीए अध्यक्ष के रूप में काम किया.
कपिल सिब्बल के लिए एक बड़ी उपलब्धि
यह जीत कपिल सिब्बल के लिए एक बड़ी उपलब्धि है, जो राजनीति और कानून दोनों क्षेत्रों में सक्रिय हैं. सिब्बल लंबे समय से देश के सबसे प्रभावशाली वकीलों में से एक हैं और उनकी इस जीत को सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के सदस्यों ने उत्साह से स्वागत किया है.सिब्बल ने इस चुनाव में जीतने के बाद कहा कि वह सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन को और मजबूत बनाने और इसके सदस्यों के लिए बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए काम करेंगे. उन्होंने कहा कि वह न्यायिक प्रणाली में सुधार और न्यायाधीशों के लिए बेहतर कार्य वातावरण बनाने के लिए भी प्रयास करेंगे.
महिला सदस्यों के लिए आरक्षण होगा
इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने निर्देश दिया था कि एससीबीए की कार्यकारी समिति में कुछ पद महिला सदस्यों के लिए आरक्षित किये जाएं. जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस केवी विश्वनाथन की पीठ ने कहा था कि उसका मानना है कि एससीबीए एक प्रमुख संस्था है. यह देश के सर्वोच्च न्यायिक मंच का अभिन्न अंग है. इसने निर्देश दिया था कि बार की महिला सदस्यों के लिए आरक्षण होगा.
न्यायालयों में और अधिक पारदर्शिता आएगी
सिब्बल के इस चुनाव में जीतने से कई तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं. कई लोगों का मानना है कि उनकी जीत सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन में बदलाव का संकेत है. कुछ लोगों का मानना है कि उनकी जीत से न्यायालयों में और अधिक पारदर्शिता आएगी.यह देखना दिलचस्प होगा कि कपिल सिब्बल सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष पद पर रहते हुए क्या काम करते हैं और न्यायालयों में बदलाव लाने के लिए क्या प्रयास करते हैं.
चौथी बार बनेंगे अध्यक्ष
बता दें कि ये चौथी बार होगा जब कपिल सिब्बल एससीबीए के अध्यक्ष के तौर पर काम करेंगे। इससे पहले कपिल सिब्बल पहले भी साल 2001-2002 तक बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रह चुके हैं। उससे पहेल 1995-96 और 1997-98 तक भी वे एससीबीए के प्रेसिडेंट थे।