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बर्ड फ्लू : कोरोना वायरस से भी ज्यादा घातक है H5N1 वायरस,विशेषज्ञों ने इस वायरस को लेकर जताई चिंता


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नई दिल्लीः दुन‍िया अभी कोरानावायरस महामारी के भयानक दौर से अभी पूरी तरह से बाहर नहीं न‍िकली. इस बीच अब कोव‍िड-19 से भी घातक बीमारी H5N1 यानी बर्ड फ्लू महामारी के फैलने की संभावना जताई जा रही है. H5N1 का नया स्ट्रेन खासतौर से गंभीर खतरा पैदा कर सकता है. व्‍हाइट हाउस ने भी इसके प्रसार को लेकर च‍िंता जाह‍िर की है. वायरस शोधकर्ताओं ने संकेत दिये हैं क‍ि H5N1 एक वैश्विक महामारी को ट्रिगर करने को ‘खतरनाक’ तरीके से करीब पहुंच रहा है.टीओआई की र‍िपोर्ट के मुताब‍िक, एक्‍सपर्ट का मानना है क‍ि बर्ड फ्लू महामारी के खतरे के फैलने की संभावना तेजी से बनी हुई है. व‍िशेषज्ञों का कहना है क‍ि H5N1 वायरस कोविड-19 संकट से कहीं ज्‍यादा विनाशकारी हो सकता है. व्हाइट हाउस का कहना है क‍ि वो इसकी सक्र‍ियता की स्‍थ‍ित‍ि पर पूरी न‍िगरानी बनाए हुए है. स्‍वास्‍थ्‍य और सुरक्षा बचाव को लेकर कई बड़े उपाय भी क‍िए जा रहे हैं.

H5N1 वायरस का संक्रमण बन सकता है महामारी का कारण

पीट्सबर्ग में बर्ड फ्लू पर रिसर्च करने वाले वैज्ञानिक डॉ. सुरेश कुचिपुड़ी ने चेतावनी दी है कि एच5एन1 वायरस बड़ी संख्या में स्तनधारी जीवों को संक्रमित कर सकता है, जिनमें इंसान भी शामिल हैं। डॉ. सुरेश कुचिपुड़ी ने दावा किया वायरस उस दिशा में बढ़ रहा है, जहां वह महामारी का कारण बन सकता है। उन्होंने कहा कि बर्ड फ्लू का संक्रमण दुनिया में जगह-जगह अभी भी मौजूद है और बड़ी संख्या में स्तनधारी अभी भी उससे संक्रमित हो रहे हैं। अब समय आ गया है कि हमें इसके खिलाफ तैयारी करनी चाहिए वरना हालात गंभीर हो सकते हैं।अमेर‍िका में हाल ही में गाय, बिल्ली और मनुष्यों समेत विभिन्न स्तनधारियों में H5N1 संक्रमण का पता चला है. जानवरों की बजाय इसके लोगों में आसानी से अध‍िक तेजी के साथ फैसले की संभावनाएं ज्‍यादा देखी गई हैं. इस तरह की संभावनाएं दुन‍िया के ल‍िए ही बेहद च‍िंता का व‍िषय बन गई हैं.

अमेर‍िका के 6 राज्‍यों में ज्‍यादा आए H5N1 के मामले

डेली मेल की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि इस तरह के मामले को तब पता चला है जब अमेर‍िका के टेक्सास में एक डेयरी फार्म कर्मचारी ने वायरस जांच के लिए टेस्‍टिंग करवाई थी और उसकी र‍िपोर्ट पॉज‍िट‍िव आई. र‍िपोर्ट के हवाले से पता चला है क‍ि अमेर‍िका के 6 राज्‍यों में गायों की 12 रेवड़ों के साथ-साथ टेक्सास में 3 बिल्लियों के भी संक्रम‍ित होने की सूचना है ज‍िनकी संक्रमण के चलते मौत हो गई.जाने माने बर्ड फ्लू शोधकर्ता डॉ. सुरेश कुचिपुड़ी ने चेतावनी दी कि हम H5N1 के कारण होने वाली संभावित महामारी की दहलीज के करीब हैं. उन्होंने इस बात पर बल दिया कि वायरस ने पहले ही मनुष्यों समेत स्तनधारी पशुओं की बड़ी सी‍र‍ीज को अपनी चपेट में लेने की क्षमता को दिखा द‍िया. इस वजह से H5N1 नामक इस भयानक महामारी का खतरा मंडराने लगा है.

कोरोना महामारी से 100 गुना ज्यादा खतरनाक होगा संक्रमण

मीडिया रिपोर्ट्स में एक अन्य विशेषज्ञ के हवाले से कहा गया है कि बर्ड फ्लू संक्रमण कोरोना महामारी से भी ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है। उन्होंने दावा किया कि बर्ड फ्लू से फैली महामारी कोरोना महामारी से भी 100 गुना ज्यादा खतरनाक साबित हो सकती है। बर्ड फ्लू महामारी में मृत्यु दर कोरोना की तुलना में बहुत ज्यादा होगी और अगर इसने इंसानों में म्युटेट होना शुरू कर दिया तो इसके और गंभीर होने का खतरा है।

कोविड से 100 गुना बदतर हो सकते हैं H5N1 से हालात

फार्मास्युटिकल उद्योग के सलाहकार, जॉन फुल्टन ने दावा क‍िया क‍ि इस वायरस के तेजी के साथ फैलने के साथ गंभीर प्रभाव भी देखे जा रहे हैं. फुल्‍टन ने इस वायरस की उच्‍च मृत्‍यु दर होने की संभावना जताई है और इसके कोविड-19 से भी बदतर महामारी होने का दावा भी क‍िया है. फुल्टन का कहना है क‍ि ऐसा प्रतीत होता है कि यह कोविड से 100 गुना बदतर है या यह तब हो सकता है जब इसका तेजी के साथ प्रसार होता है.

2020 के बाद 30 फीसदी संक्रम‍ितों की मौत

विश्व स्वास्थ्य संगठन के 2003 से H5N1 के एकत्र आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो इसका फैटेलिटी रेट यानी मृत्यु दर का अनुमान बेहद ही चौंकाने वाला 52 फीसदी है. वहीं, इसके उलट को‍व‍िड -19 की मृत्‍यु दर की बात करें तो H5N1 के मुकाबले वो काफी कम है. 2020 के बाद के हालिया मामलों से पता चलता है कि H5N1 के नए स्ट्रेन से संक्रमित करीब 30 प्रतिशत व्यक्तियों की मृत्यु हो चुकी हो है.

विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़े डरा रहे

विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों के अनुसार, साल 2003 से एच5एन1 वायरस से संक्रमित होने वाले हर 100 मरीजों में से 52 की मौत हो चुकी है। इस तरह एच5एन1 की मृत्यु दर 50 फीसदी से ज्यादा है। इसकी तुलना कोरोना वायरस से करें तो उसकी मृत्यु दर महामारी की शुरुआत में कुछ जगहों पर 20 फीसदी थी, जो बाद में गिरकर सिर्फ 0.1 फीसदी रह गई थी। बर्ड फ्लू के अब तक सिर्फ 887 मामले दर्ज हुए हैं, जिनमें से 462 की मौत हो चुकी है।

मवेशी से व्यक्ति में बर्ड फ्लू के संक्रमण पहला केस

यह पहला मामला है जब किसी व्यक्ति में डेयरी मवेशी से बर्ड फ्लू का संक्रमण हुआ है. इससे पहले 2022 में कोलोराडो में एक मामले में सीधे मुर्गियों के संपर्क और बाद में पक्षियों की कलई के बाद एक व्यक्ति का बर्ड फ्लू टेस्ट पॉजिटिव आया था. यह वायरस अमेरिका के पांच राज्यों – इडाहो, कैनसस, मिशिगन, न्यू मैक्सिको और टेक्सास में पशुओं के झुंडों में तेजी से फैल गया है, जिससे जमीन और समुद्र दोनों पर लाखों जानवर प्रभावित हुए हैं. हालांकि अमेरिकी स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि जनता के लिए जोखिम कम है, लेकिन देश में ताजे अंडे के सबसे बड़े उत्पादक द्वारा रिपोर्ट किए गए प्रकोप की खबर के कारण चिंता बढ़ रही है.

एच5एन1 क्या है?

एक रिपोर्ट के मुताबिक, एच5एन1 एवियन इन्फ्लूएंजा A का एक उप-प्रकार है, जो पक्षी फ्लू वायरसों का एक ग्रुप है. इसे ज्यादा खतरनाक माना जाता है क्योंकि यह पक्षियों में गंभीर और अक्सर जानलेवा बीमारी का कारण बनता है. हालांकि यह मुख्य रूप से पक्षियों को प्रभावित करता है, H5N1 जंगली पक्षियों और कभी-कभी स्तनधारियों, जिनमें इंसान भी शामिल हैं, को भी संक्रमित कर सकता है. पक्षियों के अलावा इस बीमारी से मौत हो सकती है, लेकिन कुछ मामलों में हल्के लक्षण हो सकते हैं या कोई लक्षण नहीं भी दिखाई दे सकते. एच5एन1 वायरस का पहली बार पता 1996 में चीन में पक्षियों में चला था. एक साल बाद, हांगकांग में इसका प्रकोप हुआ, जिसके परिणामस्वरूप सीधे पक्षी से इंसान में फैलने के 18 मामले सामने आए और 6 लोगों की मौत हो गई.

ये चीजें खाते हुए रहें सावधान

बर्ड फ्लू को लेकर एक्सपर्ट इसलिए डरे हुए हैं क्योंकि हाल में टेक्सास के एक व्यक्ति को दूध गाय का दूध पीने से यह वायरल इंफेक्शन हो गया। क्योंकि गायों के अंदर यह वायरस था। अगर आपके आसपास बर्ड फ्लू होने का खतरा है तो जानवरों से आने वाले खाद्य पदार्थों को अच्छी तरह साफ करके और पकाकर सेवन करें। दूध, चिकन, अंडे जैसे फूड्स को अधपका या कच्चा खाने से यह इंफेक्शन हो सकता है।

इंसानों में नहीं है इम्यूनिटी

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक बर्ड फ्लू एक गंभीर चिंता है। क्योंकि यह जंगली जानवरों के जरिए पालतू जानवरों में तेजी से फैल सकता है। EU की फूड सेफ्टी एजेंसी (EFSA) कहती है कि इंसानों में इसके खिलाफ इम्यूनिटी नहीं विकसित हो पाई है, इसलिए इसका अंजाम कई गुना खतरनाक हो सकता है।

अबतक 462 लोगों की मौत

टीओआई ने विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़े पेश किए। इसके मुताबिक जनवरी 2003 से इस साल फरवरी तक कुछ 887 इंसान इस वायरस की चपेट में आ चुके हैं। जिसमे से 462 की जान जा चुकी है। हालांकि अभी तक यह इंसानों में कम देखने को मिलता है, लेकिन कभी भी स्ट्रेन म्यूटेशन के कारण महामारी बन सकता है।

बर्ड फ्लू के फैलने का तरीका और लक्षण

यह वायरस संक्रमित पक्षियों या उनसे निकलने वाली चीजों के सीधे संपर्क में आने या उससे दूषित सतहों से फैलता है। इंसानों में H5N1 फ्लू के कारण गंभीर रेस्पिरेटरी डिजीज हो सकती है। जिससे बुखार, खांसी, गले में खराश, निमोनिया और एक्यूट रेस्पिरेटरी डिस्ट्रेस सिंड्रोम (एआरडीएस) हो सकता है। मनुष्यों में H5N1 इंफेक्शन से मरने का खतरा दूसरी बीमारियों के मुकाबले काफी अधिक है।

बर्ड फ्लू से बचने का तरीका

  1. बीमार या मृत पक्षियों और उनकी बीट के संपर्क से बचें।
  2. वायरस को मारने के लिए पोल्ट्री उत्पादों को अच्छी तरह से पकाएं।
  3. बार-बार साबुन और पानी से हाथ धोकर सफाई का ध्यान रखें।
  4. बीमार या मृत पक्षियों को संभालते समय पर्सनल सेफ्टी टूल्स पहनें।
  5. बिना हाथ धोए आंख, नाक और मुंह को छूने से बचें।
  6. खांसते या छींकते समय मुंह और नाक को ढककर रखें।
  7. H5N1 के प्रकोप के बारे में जारी सूचनाओं और गाइडलाइन का पालन करें।
  8. H5N1 वायरस के संभावित लक्षण दिखने पर डॉक्टरी मदद लें।

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