OLA Cabs के CEO ने 4 महीने में ही दे दिया इस्तीफा,हेमंत बख्शी ने जनवरी में ही जॉइन की थी
मुंबई – जानी-मानी ऑनलाइन कैब सर्विस प्रोवाइडर कंपनी ओला कैब्स की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं। कंपनी के सीईओ हेमंत बक्शी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने इस साल जनवरी में ही कंपनी ज्वॉइन की थी और चार महीने के अंदर-अंदर इतना बड़ा फैसला ले लिया। लगभग चार महीने में ही वह कंपनी ‘ओला’ छोड़ रहे हैं।
शेयर्ड मोबिलिटी कंपनी ओला के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर
शेयर्ड मोबिलिटी कंपनी ओला के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर (CEO) हेमंत बख्शी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने इसी साल जनवरी में कंपनी जॉइन की थी। हेमंत बख्शी का इस्तीफा ऐसे समय में आया है जब कंपनी अपनी रिस्ट्रक्चरिंग प्रोसेस शुरू करने की तैयारी कर रही है। इससे कंपनी के 10% कर्मचारी प्रभावित होंगे। मनी कंट्रोल ने अपने सूत्रों के हवाले से ये जानकारी दी है।रिपोर्ट के अनुसार अब कंपनी के मालिक भाविश अग्रवाल इसकी देखरेख करेंगे और जल्द ही एक नई नियुक्ति होगी। इससे पहले कंपनी यूके, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में में अपनी मोबिलिटी सर्विस बंद कर दी थी।
आईपीओ की हो रही तैयारी
आपको बता दें कि ओला कैब्स आईपीओ लांच करने का भी प्लान कर रहा है और इसके लिए इन्वेस्टर बैंक्स के साथ बातचीत भी शुरू हो चुकी है। मनीकंट्रोल की एक रिपोर्ट के अनुसार कंपनी आईपीओ के लांच का मूल्यांकन कर रही है और इसके साथ कंपनी द्वारा बीते एक महीने में कई सारी नई नियुक्तियां भी की गई हैं।
ओला कैब्स ने अंतरराष्ट्रीय ऑपरेशन्स किए बंद
ओला कंपनी ने कुछ देशों में अपने इंटरनेशनल ऑपरेशन्स बंद कर दिए हैं। इससे पहले कहा गया था कि कंपनी ने अपनी प्राथमिकताओं का पुनर्मूल्यांकन किया है और यूके, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में अपने विदेशी राइड-हेलिंग बिजनेस को करेंट फॉर्म में बंद करने का फैसला लिया है। कंपनी 1 अरब भारतीयों की सेवा करने के अपने मिशन पर बहुत उत्साहित और केंद्रित हैं।
2010 में भाविश अग्रवाल शुरू की थी ओला
ओला के फाउंडर भाविश अग्रवाल हैं। उन्होंने 2008 में IIT बॉम्बे से बीटेक की पढ़ाई की। कॉलेज के बाद माइक्रोसॉफ्ट रिसर्च में दो साल तक नौकरी की। इसके बाद उन्होंने एक ऑनलाइन वेबसाइट Olatrip.com शुरू की जो हॉलीडे पैकेज और वीकेंड ट्रिप प्लान करती थी।एक दिन भाविश ने बेंगलुरु से बांदीपुर के लिए टैक्सी बुक की। रास्ते में टैक्सी ड्राइवर ने ज्यादा किराया देने की बात कही। भाविश ने इनकार किया तो ड्राइवर उन्हें बीच रास्ते छोड़कर चला गया। इस परेशानी से उन्हें एक आइडिया क्लिक किया।उन्हें महसूस हुआ कि ऐसी समस्या का सामना करोड़ों लोग करते होंगे। भाविश ने अपनी ट्रैवल वेबसाइट को कैब सर्विस में बदलने का फैसला किया। उन्होंने IIT बॉम्बे के ही अंकित भाटी के साथ ये आइडिया शेयर किया। दोनों ने मिलकर 3 दिसंबर 2010 को ओला कैब्स लॉन्च कर दिया।