x
बिजनेस

Maruti ने लॉन्च की नई स्कीम, 500 रु में करें कार के इंजन को सुरक्षित


सरकारी योजना के लिए जुड़े Join Now
खबरें Telegram पर पाने के लिए जुड़े Join Now

नई दिल्ली – देश की सबसे बड़ी ऑटोमेकर कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया ने अपने ग्राहकों के लिए नई स्कीम पेश की है. एमएसआई ने इंजन में पानी घुस जाने और मिलावटी ईंधन के कारण इंजन के खराब या बंद हो जाने की स्थिति को ध्यान में रखते हुए ग्राहकों को एक विशेष कवर उपलब्ध कराने की घोषणा की है. घरेलू बाजार की सबसे बड़ी कार कंपनी ने ग्राहकों के साथ अपनी बिक्री के बाद की सेवा (ऑफ्टर-सेल्स सर्विस) को और मजबूत करने के अपने प्रयासों के तहत ग्राहक सुविधा पैकेज (CCP) पेश किया है. इस पैकेज के तहत वाहनों के इंजन में पानी घुसने या गलत या मिलावटी ईंधन से हुए नुकसान को कवर किया जाएगा.

सीनियर एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर (सर्विस) पार्थो बनर्जी ने कहा कि सड़कों पर भारी जलभराव और मिलावटी ईंधन के कारण इंजन के बंद या खराब होने की घटनाओं में पिछले कुछ वर्षों के दौरान वृद्धि देखी गई है. बनर्जी ने कहा, ऐसी स्थिति में ग्राहकों को अब घबराने की जरूरत नहीं है. निश्चित तौर पर ग्राहकों को जलभराव वाली सड़कों से अपने वाहन को बचाने की कोशिश करनी चाहिए लेकिन अगर इंजन में कुछ गड़बड़ी हो जाती है, तो हम उसका ध्यान रखेंगे. उन्होंने बताया कि ग्राहकों इस पैकेज का लाभ उठाने के लिए मामूली राशि देनी होगी. वैगन आर और ऑल्टो के ग्राहकों के लिए यह राशि 500 रुपये के आसपास होगी.

पार्थो बनर्जी ने कहा कि हाल ही में हमने देखा कि भारी बारिश के कारण सड़कों में पानी भर जाता है, जिससे इंजन खराब होने की खबरें मलती हैं. वहीं कोरोना के बाद लोग अब बहुत अधिक सैर कर रहे हैं, जिसमें कई बार मिलावटी ईंधन के कारण इंजन को नुकसान पहुंचने की खबर भी मिलती है. ऐसी स्थिति में ग्राहकों को राहत देने के लिए कंपनी ने यह पहल की है. बनर्जी ने कहा कि हम ग्राहकों को कहना चाहेंगे कि चिंता न करें और ड्राइव करें.

मारुति सुजुकी का कहना है कि किसी भी तरह की खराबी होने पर आप अपनी कार को हमारे सर्विस स्टेशन पर लाएं, हम आपकी कार को ठीक करेंगे. कोई सवाल नहीं पूछा जाएगा. कंपनी के ग्राहकों के पास किसी भी पैकेज के लिए साइन-अप करने और देश भर में किसी भी मारुति सुजुकी के वर्कशॉप में अपनी गाड़ी ठीक कराने की सुविधा है. आज के समय में देशभर में मारुति सुजुकी के 2,100 से अधिक शहरों में 4,200 से अधिक टचप्वाइंट हैं.

Back to top button