मुंबई – जानी-मानी कवयित्री हिंदी फिल्मों के लिए गीत लिखनेवाली गीतकार माया गोविंद का आज मुम्बई में निधन हो गया। गीतकार माया गोविंद ने 350 से भी ज्यादा हिंदी फिल्मों के लिए गीत लिखे थे । पिछले कुछ दिनों से 80 वर्षीय माया गोविंद की तबीयत ठीक नहीं चल रही थीं। माया गोविंद को ब्रेन ब्लड क्लॉटिंग के कारण 20 जनवरी को अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। फिर 26 जनवरी को उन्हें अस्पताल से घर शिफ्ट कर दिया गया था। घर पर ही माया गोविंद का इलाज चल रहा था।
माया गोविंद के बेटे अजय गोविंद ने अपनी मां की मौत की पुष्टि करते हुए कहा, ‘मां की मौत आज सुबह 9.30 बजे हमारे जुहू स्थित घर में हुई. जब उनकी मौत हुई, तब वो नींद में थीं. डॉक्टर ने अभी उनकी मौत की सही कारण के बारे मे नहीं बताया है.’ मौत से पहले अपनी मां माया गोविंद की खस्ता हालत के बारे में बात करते हुए कहा कि ब्रेन ब्लड क्लॉटिंग के चलते उन्हें मुंबई के जुहू स्थित आरोग्य निधि अस्पताल में दाखिल कराया गया था। लेकिन उनका कहना है कि अस्पताल में सही ढंग से इलाज नहीं होने और इलाज में कोताही बरते जाने के चलते घर पर इलाज जारी रखने का निर्णय परिवार ने लिया था।
सिर्फ बॉलीवुड ही नहीं, बल्कि माया ने टीवी की दुनिया में भी अपने टैलेंट का जलवा दिखाया और ‘महाभारत’ जैसे यादगार सीरियल के लिये गीत, दोहे और छंद लिखे. इसके अलावा उन्होंने ‘विष्णु पुराण’, ‘किस्मत’, ‘द्रौपदी’, और ‘आप बीती जैसे सीरियल में अपनी लेखनी का हुनर दिखाया. माया गोविंद जानी मानी लेखिका हैं। जिन्होंने 80 के दशक में तमाम टीवी सीरियल और फिल्म इंडस्ट्री में 350 से भी ज्यादा फिल्मों और म्यूजक एलब्म के गाने लिखे हैं। उन्हें कई अवॉर्ड्स से भी सम्मानित किया जा चुका है। आज उनके जाने से इंडस्ट्री को बड़ा झटका लगा है।
1940 में उत्तर प्रदेश के शहर लखनऊ में जन्मी और 1972 में एक गीतकार के तौर पर अपने फिल्मी करियर की शुरुआत करनेवाली माया गोविंद ने आरोप, जलते बदन, सावन को आने दो, बेकाबू, दमन, सौतेला, रजिया सुल्तान, टक्कर, पायल की झंकार, बाल ब्रह्मचारी, आर या पार, गर्व, मैं खिलाड़ी अनाड़ी, लाल बादशाह, बांवरी हमेशा, चाहत, ईमानदार, तोहफा मोहब्बत का, कैद, अनमोल, याराना, दलाल, गज गामिनी, गंगा की कसम, हम तुम्हारे हैं सनम जैसी 350 से भी अधिक फिल्मों के लिए गाने लिखे थे।