अपनी आवाज खो चुके हैं ऐसे इंसानों के लिए फायदेमंद होगी वैज्ञानिकों की सफलता
नई दिल्ली – वैज्ञानिकों को चिड़ियों के ब्रेन सिग्नल पढ़ने में सफलता मिली है। यह खोज ऐसे इंसानों के लिए फायदेमंद साबित होगी जो अपनी आवाज खो चुके हैं। यह प्रयोग सैनडिएगो की कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने किया है। प्रयोग जेबरा नाम की चिड़ियों पर किया है।
वर्तमान में ऐसे आर्ट इम्प्लांट्स मौजूद हैं जो लोगों की आवाज को सुनकर शब्दों में तब्दील कर सकते हैं, लेकिन हमारी नई तकनीक उनके ब्रेन को समझकर एक उनकी ‘नई आवाज’ बनेगी।शोधकर्ता डेरिल ब्राउन का कहना है, चिड़ियों के ब्रेन सिग्नल ने न बोल पाने वाले लोगों के लिए नया रास्ता दिखाया है। हम बर्ड सॉन्ग का अध्ययन कर रहे हैं जो इंसानी कम्युनिकेशन को समझने में मदद करेगा।
नर जेबरा चिड़िया जब गाना गा रही थी तो वैज्ञानिकों ने सिलिकॉन इम्प्लांट्स की मदद से उसके ब्रेन सिग्नल को रिकॉर्ड किया। फिर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से यह भविष्यवाणी की गई कि चिड़िया अगला गाना कौन सा गा सकती है।वैज्ञानिकों का दावा है, इसी भविष्यवाणी करने के तरीके से उन लोगों के मन की बात को समझा जा सकता है जो बोल नहीं सकते। इसे तकनीक को एक डिवाइस में तब्दील किया जा सकेगा और पता चल सकेगा कि वो क्या कहना चाहते हैं। चिड़ियों का गाने का तरीका और इंसान की आवाज में कई समानताएं हैं। जैसे- दोनों ही इसे धीरे-धीरे सीखते हैं। दूसरे जानवरों के शोर के मुकाबले भी इसे समझना ज्यादा कठिन है। रिसर्च के दौरान किए गए प्रयोग से यह जान पाए हैं कि ब्रेन को समझकर कैसे उसकी आवाज बनाई जा सकती है।